असम में पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई का 84 साल की उम्र में निधन
असम के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता तरुण गोगोई का सोमवार को 84 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्हें पिछले कई दिनों से सांस लेने में तकलीफ थी। उन्हें नवंबर के पहले सप्ताह में गुवाहाटी के एक अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां लंबे उपचार के बाद उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन से असम के राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर छा गई। वह सबसे लंबे समय तक असम के मुख्यमंत्री पद पर रहे थे।
पूर्व मुख्यमंत्री के अगस्त में हुई थी कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री गोगोई के गत 25 अगस्त को कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई थी। जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया था, वहां करीब दो महीने उपचार के बाद उन्हें निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद छुट्टी दे दी गई थी। उसके कुछ दिन बाद उनकी फिर से तबीयत बिगड़ गई थी। जिसके बाद उन्हें 2 नवंबर को फिर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां लगातार हालत बिगड़ने के बाद उनका निधन हो गया।
GMCH अधीक्षक ने दी थी हालत नाजुक होने की जानकारी
बता दें कि गोगोई वेंटिलेटर पर थे और उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। रविवार को उनका डायलिसिस किया गया जो छह घंटे तक बना रहा। सुबह गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (GMCH) के अधीक्षक अभिजीत सरमा ने बताया था कि गोगोई कोरोना वायरस से जुड़ी जटिलताओं के कारण उपचार करवा रहे हैं। नौ चिकित्सकों की एक टीम उनकी देखभाल कर रही है। उनकी मौजूदा स्वास्थ्य स्थिति बहुत नाजुक है और डॉक्टर बेहतर प्रयास कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री सोनोवाल ने रद्द कर दिया था डिब्रूगढ़ दौरा
बता दें कि कुछ देर पहले गोगोई की बिगड़ती हालत को देखते हुए मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल अपना डिब्रूगढ़ दौरा रद्द कर बीच रास्ते से ही गुवाहटी लौट गए थे। उन्होंने इसकी जानकारी देते हुए लिखा था कि गोगोई हमेशा उनके पिता की तरह रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निधन पर जताया शोक
गोगोई के निधन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर गहरा शोक जताया है। उन्होंने ट्वीट किया, 'श्री तरुण गोगोई जी एक लोकप्रिय नेता और एक वयोवृद्ध प्रशासक थे, जिन्हें असम के साथ-साथ केंद्र में भी राजनीतिक अनुभव था। उनके निधन से मैं बहुत दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदना उनके परिवार के साथ है। ओम शांति।' मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने उनके परिवार से बात कर निधन पर दुख व्यक्त किया है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी जताया दुख
पूर्व मुख्यमंत्री गोगोई के निधन पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी गहरा दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट किया, 'श्री तरुण गोगोई एक सच्चे कांग्रेसी नेता थे। उन्होंने अपना जीवन असम के सभी लोगों और समुदायों को एक साथ लाने के लिए समर्पित कर दिया। मेरे लिए, वह एक महान और बुद्धिमान शिक्षक थे। मैं उन्हें बहुत प्यार करता था और उनका सम्मान करता था। मैं हमेशा उन्हें याद रखूंगा। मेरा प्यार और संवेदनाएं उनके परिवार के साथ है।'
कांग्रेस के दिग्गत नेताओं में शामिल थे गोगोई
पूर्व मुख्यमंत्री गोगोई असम में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार थे। स्थिति यह थी कि राज्य में कांग्रेस को लेकर कोई भी निर्णय उनकी रजामंदी के बिना नहीं किया जाता था। उन्होंने 1968 में जोरहाट मुंसिपल बोर्ड से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। वह छह बार लोकसभा सांसद भी रहे। उनके बेटे गौरव गोगोई वर्तमान में कांग्रेस सांसद हैं और अपने पिता के पद चिह्नों पर चल रहे हैं।
तीन बार बने असम के मुख्यमंत्री
गोगोई के नाम सबसे ज्यादा समय तक असम के मुख्यमंत्री पद पर रहने का रिकॉर्ड है। वह तीन बार राज्य के मुख्यमंत्री बने थे। उन्होंने सबसे पहले 2001 में मुख्यमंत्री पद की कमान संभाली थी। इसके वह साल 2006 और 2011 में भी राज्य के मुख्यमंत्री रहे थे। साल 2014 लोकसभा और 2016 विधानसभा चुनाव में हार के बाद पार्टी सत्ता से बाहर हो गई थी। वह साल 1971 में पांचवी लोकसभा में पहली बाद सांसद बने थे।