प्रधानमंत्री शपथ ग्रहण समारोह का हिस्सा होंगे बंगाल राजनीतिक हिंसा में मरे भाजपा कार्यकर्ताओं के परिजन
30 मई को होने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में यूं तो कई खास हस्तियां मौजूद रहेंगीं, लेकिन इन "खास लोगों" में कुछ आम लोग भी शामिल होंगे। भारतीय जनता पार्टी ने पश्चिम बंगाल की राजनीतिक हिंसा में मरने वाले 50 से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं के परिजनों को विशेष आमंत्रण भेज शपथ ग्रहण समारोह में बुलाया है। उनके इस कदम को ममता बनर्जी के लिए एक संदेश के तौर पर देखा जा रहा है।
मोदी और शाह की मैराथन बैठक में लिया गया फैसला
ये फैसला प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बीच दिल्ली में प्रधानमंत्री आवास पर चली 5 घंटे की मैराथन बैठक में लिया गया है। 'हिंदुस्तान टाइम्स' की रिपोर्ट के अनुसार, विशेष आमंत्रण की सूची तैयार है और जल्द ही इसे राष्ट्रपति भवन को दे दिया जाएगा। कार्यकर्ताओं के परिजनों को शपथ ग्रहण समारोह की "विशेष आमंत्रित" श्रेणी में रखा गया है और वह दिल्ली में भाजपा की देखरेख में रहेंगे।
पिछले 6 साल में हुए चुनावों के दौरान गंवानी पड़ी जान
भाजपा नेताओं के मुताबिक, इन भाजपा कार्यकर्ताओं को पिछले 6 साल में पंचायत चुनाव से लेकर लोकसभा चुनाव तक में अपनी जान गंवानी पड़ी थी। पिछले साल हुए पंचायत चुनाव के दौरान विशेष तौर पर काफी हिंसा हुई थी।
आमंत्रण में कार्यकर्ताओं और ममता, दोनों के लिए संदेश
प्रधानमंत्री मोदी की शपथ में आ रही 7,000 हस्तियों के बीच भाजपा कार्यकर्ताओं के परिजनों को विशेष स्थान देकर भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं को संदेश दिया है कि केंद्रीय नेतृत्व उनकी चिंता करता है और तृणमूल कांग्रेस (TMC) की हिंसा के खिलाफ उनके साथ खड़ा है। वहीं, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को ये संदेश दिया गया है कि भाजपा 2021 विधानसभा चुनाव के लिए तैयार हैं और उनके किले को भेदने के लिए हरसंभव कोशिश करेगी।
जीत के बाद शाह ने किया था मारे गए कार्यकर्ताओं को याद
इससे पहले 23 मई को जीत के बाद भाजपा मुख्यालय पर दिए गए अपने भाषण में अमित शाह ने बंगाल में मरे भाजपा कार्यकर्ताओं को श्रद्धांजलि दी थी। इसे बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।
तीखा और हिंसा से भरा रहा था बंगाल में लोकसभा चुनाव
बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान ममता की TMC और भाजपा के बीच तीखा टकराव देखने को मिला था और कई जगह से हिंसा की खबरें भी आईं थीं। इस दौरान मोदी और ममता में भी आरोप-प्रत्यारोपों का तीखा दौर चला था। अंत में भाजपा अपने लक्ष्य को पाने में कामयाब रही और राज्य की 42 में से 18 सीटों पर कब्जा जमाया। इस दौरान उसे कुल 40 प्रतिशत वोट मिले।
TMC को तोड़ने में जुटी भाजपा
चुनाव में जीत के बाद भी अपना आक्रामक रवैया बरकरार रखते हुए भाजपा ने TMC नेताओं को तोड़ लिया और मंगलवार को TMC के 2 विधायकों और 50 से ऊपर पार्षदों ने अपनी पार्टी बदल ली। बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने इस दौरान कहा कि ये तो अभी पहला चरण था और सात चरणों में विरोधी नेता भाजपा में शामिल होंगे। पार्टी इसे बंगाल में ममता की ढीली होती पकड़ के तौर पर दिखा रही है।
BIMSTEC देशों के नेता होंगे शामिल
भारत की तरफ से प्रधानमंत्री मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए BIMSTEC देशों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है। विदेश मंत्रालय के अनुसार, BIMSTEC नेताओं को सरकार की 'पड़ोसी प्रथम' नीति के तहत आमंत्रित किया गया है। मंत्रालय ने कहा कि शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के मौजूदा अध्यक्ष व किर्गिस्तान के राष्ट्रपति और मॉरीशस के प्रधानमंत्री को भी आमंत्रण भेजा है। सभी देशों ने इस आमंत्रण को स्वीकार कर लिया है।