साध्वी प्रज्ञा के बयान पर चुनाव आयोग को मिली रिपोर्ट, जल्द करेगा नोटिस जारी
भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा के विवादित बयान पर चुनाव आयोग को रिपोर्ट मिल गई है। भोपाल के जिला चुनाव अधिकारी ने बताया कि उन्होंने इस बयान का स्वतः संज्ञान लेतेे हुए सहायक निर्वाचन अधिकारी से रिपोर्ट मांगी थी। उन्होंने कहा कि इस आधार पर प्रत्याशी को नोटिस जारी किया जाएगा, जिसका 24 घंटों में जवाब देना होगा। बता दें, प्रज्ञा ने मुंबई हमले में शहीद हुए पुलिस अधिकारी को लेकर शर्मनाक बयान दिया था।
यह था प्रज्ञा का विवादित बयान
प्रज्ञा ने कहा, "वो जांच अधिकारी सुरक्षा आयोग का सदस्य था, उन्होंने हेमंत करकरे को बुलाया और कहा कि साध्वी को छोड़ दो, लेकिन करकरे ने कहा कि मैं कुछ भी करूंगा, सबूत लाउंगा, सबूत बनाउंगा, लेकिन साध्वी को नहीं छोड़ूंगा।" आगे प्रज्ञा ने कहा, "ये उसकी कुटिलता थी ये देशद्रोह था धर्मविरुद्ध था। वो मुझसे पूछता था कि क्या मुझे सच के लिए भगवान के पास जाना होगा, तो मैंने कहा था कि आपको जरूरत है तो अवश्य जाइये।"
"मैंने कहा तेरा सर्वनाश होगा"
प्रज्ञा ने कहा, "मैंने कहा तेरा (हेमंत करकरे) सर्वनाश होगा। ठीक सवा महीने में सूतक लगता है। जिस दिन मैं गई थी उस दिन इसके सूतक लग गया था और ठीक सवा महीने में जिस दिन आतंकवादियों ने इसको मारा, उस दिन उसका अंत हुआ।"
विवाद बढ़ने पर प्रज्ञा ने मांगी माफी
शहीद हेमंत करकरे की शहादत का अपमान करने वाले इस बयान पर प्रज्ञा की खूब आलोचना हुई थी। यहां तक की उनकी पार्टी ने खुद को इस बयान से दूर करते हुए कहा कि यह प्रज्ञा का निजी बयान है। इसके बाद प्रज्ञा ने कहा, "मैंने महसूस किया कि देश के दुश्मनों को इससे फायदा हो रहा था, ऐसे में मैं अपने बयान को वापस लेती हूं और इसके लिए माफी मांगती हूं। यह मेरी निजी पीड़ा थी।"
यहां सुनिये प्रज्ञा का विवादित बयान
मुंबई हमले में शहीद हुए थे हेमंत करकरे
1982 बैच के IPS अधिकारी हेमंत करकरे मुंबई हमले के समय महाराष्ट्र ATS के प्रमुख थे। करकरे मुंबई हमले में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए थे। सरकार ने उनकी शहादत का सम्मान करते हुए उन्हें मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया था।
प्रधानमंत्री ने किया प्रज्ञा का बचाव
गौरतलब यह भी है कि टाइम्स नाउ के साथ इंटरव्यू में प्रधानमंत्री मोदी से प्रज्ञा का बचाव किया। प्रधानमंत्री ने कहा, "अगर अमेठी के उम्मीदवार जमानत पर हो तो चर्चा नहीं, रायबरेली के उम्मीदवार जमानत पर हो तो चर्चा नहीं, लेकिन अगर भोपाल का उम्मीदवार जमानत पर हो तो ये बहुत बड़ा तूफान खड़ा कर दें, ये कैसे चलेगा।" जानकारी के लिए बता दें कि अमेठी से राहुल गांधी और रायबरेली से सोनिया गांधी कांग्रेस के उम्मीदवार हैं।
प्रज्ञा ने पुलिस पर लगाए थे प्रताड़ना के आरोप
हाल ही में प्रज्ञा ने जेल में रहने के दौरान पुलिस पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा जेल में उन्हें दिन-रात पीटा गया था। पीटने के दौरान उन्हें गाली दी जाती थी। प्रज्ञा ने बताया कि उन्हें बेल्ट से पीटा जाता था, जिससे उनका शरीर सुन्न पड़ जाता था। हालांकि, प्रज्ञा के ये आरोप सुप्रीम कोर्ट, बॉम्बे हाई कोर्ट और मानवाधिकार आयोग समेत कहीं भी साबित नहीं हो सके हैं।
पुलिस प्रताड़ना का जिक्र कर भावुक हुई प्रज्ञा
नहीं हो सकी आरोपों की पुष्टि
अगस्त 2014 में मानवाधिकार आयोग ने महाष्ट्र के पुलिस महानिदेशक को प्रज्ञा के आरोपों की जांच के लिए समिति बनाने का आदेश दिया था। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों वाली इस समिति ने 2015 में आयोग में अपनी रिपोर्ट पेश की। इसमें कहा गया कि जेल, अस्पताल और अदालत से कोई ऐसे सबूत नहीं मिले हैं, जो प्रज्ञा के इन आरोपों की पुष्टि कर सकें। समिति ने कहा कि इस मामले में और जांच की जरूरत नहीं है।