केंद्रीय बलों के खिलाफ भाषण के लिए ममता बनर्जी को चुनाव आयोग का नोटिस
क्या है खबर?
केंद्रीय सुरक्षा बलों के खिलाफ दिए बयानों के लिए चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। ममता ने अपने बयानों में केंद्रीय बलों पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इशारे पर ग्रामीणों को डराने-धमकाने और उन्हें वोट करने से रोकने का आरोप लगाया था।
उनके इस भाषण को आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए चुनाव आयोग ने उन्हें कल सुबह 11 बजे तक जवाब दाखिल करने को कहा है।
नोटिस
आयोग ने नोटिस में किया ममता के दो भाषणों का जिक्र
चुनाव आयोग ने अपने नोटिस में 28 मार्च और 7 अप्रैल के ममता के दो भाषणाों का जिक्र किया है।
28 मार्च के भाषण में ममता ने कहा था, "केंद्रीय पुलिस को इतनी ताकत किसने दी कि वे महिलाओं को धमका रहे हैं और उन्हें वोट नहीं डालने दे रहे? मैंने 2019 में यही चीज देखी, 2016 में भी यही चीज देखी। मुझे पता है कि वे किसके इशारों पर पीटते हैं और कैसे पीटते हैं।"
विवादित बयान
अगर किसी को वोटिंग केंद्र में घुसने न दिया जाए तो बगावत करें- ममता
ममता ने अपने भाषण में आगे कहा था, "लोगों के परिवारों को बचाना हमारी जिम्मेदारी है। अगर हमारी किसी माता-बहन को एक भी चोट आई तो उन पर चिमटे, चम्मच और चाकू से हमला कर देना। मैं आपसे कह रही हूं। ये महिलाओं का अधिकार है। अगर हमारी किसी भी माता या बहन को वोटिंग केंद्र में घुसने नहीं दिया जाता तो आप सभी बाहर आना और बगावत कर देना।"
दूसरा बयान
दूसरी रैली में ममता ने लिया था अमित शाह का नाम
वहीं अप्रैल की रैली में ममता ने कहा था, "केंद्रीय बल अमित शाह के केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देशों पर काम कर रहे हैं। मैं केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों के प्रति सम्मान रखती हूं, लेकिन वे दिल्ली के निर्देशों पर काम कर रहे हैं। वे वोटिंग वाले दिन से पहले ग्रामीणों पर अत्याचार करते हैं। कुछ तो महिलाओं का उत्पीड़न कर रहे हैं। वे लोगों से भाजपा के लिए वोट करने को कह रहे हैं, हम ऐसा नहीं होने देंगे।"
अन्य नोटिस
ममता को दो दिन में मिले दो नोटिस
बता दें कि पिछले दो दिन में चुनाव आयोग की तरफ से ममता को मिला यह इस तरह का दूसरा नोटिस है। कल आयोग ने मुुस्लिमों से अपने अहम अल्पसंख्यक वोटों का अन्य पार्टियों में बंटवारा न करने की अपील के लिए ममता को नोटिस भेजा था।
इस नोटिस के जवाब में ममता ने कहा था, "मैं धार्मिक आधार पर वोटर्स को बांटने के खिलाफ आवाज उठाती रहेंगी और आयोग चाहे तो इसके लिए उन्हें 10 नोटिस भेज सकता है।"
विधानसभा चुनाव
बंगाल में तीन चरण की वोटिंग संपन्न, पांच चरण बाकी
294 सीटों वाले पश्चिम बंगाल में तीन चरण की वोटिंग हो चुकी है और पांच चरण की वोटिंग बाकी रह गई है। 6 अप्रैल को राज्य की 31 सीटों पर तीसरे चरण की वोटिंग हुई और इसमें 78.5 लाख से अधिक वोटर्स ने 205 उम्मीदवारों की तकदीर EVM में बंद की।
राज्य में अब 10 अप्रैल, 17 अप्रैल, 22 अप्रैल, 26 अप्रैल और 29 अप्रैल को वोटिंग होगी। नतीजे सभी राज्यों के साथ 2 मई को आएंगे।