आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में राहुल गांधी को चुनाव आयोग का नोटिस
चुनाव आयोग ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में नोटिस जारी किया है। यह नोटिस अमेठी में कांग्रेस द्वारा लगाए पोस्टर के बाद जारी किया गया है, जिसका जवाब देने के लिए राहुल को 24 घंटे का समय दिया गया है। अमेठी में कांग्रेस ने राहुल गांधी की तस्वीर वाले पोस्टर लगाए थे, जिन पर 'अब होगा न्याय' लिखा था। आइये, इस बारे में ज्यादा जानते हैं।
राहुल को नोटिस
अमेठी में लगे पोस्टर
चुनाव आयोग ने कहा कि ये बैनर स्थानीय प्रशासन और इमारत के मालिक की इजाजत लिए बिना लगाए गए थे। चुनाव आयोग के निरीक्षक दस्ते ने अमेठी में ऐसे कुल सात बैनर देखे। जब अधिकारियों ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से इसके लिए जरूरी दस्तावेज दिखाने को कहा तो उनके पास कोई दस्तावेज नहीं मिला। आयोग ने कहा कि अगर राहुल गांधी की तरफ से संतोषजनक जवाब नहीं मिलता है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
न्याय योजना को लेकर हाई कोर्ट का कांग्रेस को नोटिस
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने शुक्रवार को कांग्रेस को 'न्याय' योजना पर नोटिस जारी किया है। हाई कोर्ट ने पूछा कि क्यों न कांग्रेस की इस योजना को गरीबों को रिश्वत देने जैसा समझा जाए? डिवीजन बेंच ने कहा, "इस तरह की घोषणा वोटरों को रिश्वत देने की कैटगरी में क्यों नहीं है? क्यों न पार्टी के खिलाफ पाबंदी या दूसरी कोई कार्रवाई की जाए?" कोर्ट ने कांग्रेस और चुनाव आयोग को नोटिस भेजकर दो सप्ताह में जवाब मांगा है।
क्या है कांग्रेस की न्याय योजना
बता दें कि राहुल ने हाल ही में ऐलान किया था कि अगर चुनाव के बाद कांग्रेस की सरकार आती है तो वह सुनिश्चित करेंगे कि देश के सबसे गरीब 20 प्रतिशत परिवारों की महीने की न्यूनतम आय 12,000 रुपये हो। 'न्याय' नामक इस योजना में हर परिवार को सालाना 72,000 रुपये दिए जाएंगे। कांग्रेस का कहना है कि उसकी इस योजना से करीब 5 करोड़ परिवारों और 25 करोड़ लोगों को फायदा होगा।