#Alvida2018: 2018 में नेताओं केे महिलाओं केे खिलाफ शर्मनाक बयान, काश 2019 में ऐसा न हो
राजनीति में भाषा का स्तर हर रोज नई गहराईयां देख रहा है। नेता एक-दूसरे पर आरोप लगाने में भाषा की मर्यादा तार-तार कर रहे हैं। वहीं जब महिलाओं के प्रति नेताओं के बयानों को देखें, तो समझ नहीं आता कि उन नेताओं को बोलने की समझ नहीं है या हम लोगों को नेता चुनने की। जिन नेताओं को महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ना चाहिए, वे नेता ही अधिकारों के लिए लड़ रही महिलाओं के खिलाफ शर्मनाक टिप्पणियां करते हैं।
जब महिला सांसद की तुलना शूर्पणखा से की गई
इसी साल प्रधानमंत्री मोदी राज्यसभा में आधार मामले पर अपनी बात रख रहे थे। इस दौरान कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी जोर-जोर से हंसने लगीं। जब सभापति ने उन्हें टोका तो प्रधानमंत्री मोदी बोले, "सभापति जी रेणुका जी को आप कुछ मत कहिए, रामायण सीरियल के बाद ऐसी हंसी सुनने का आज सौभाग्य मिला है।" बाद में केंद्रीय मंत्री किरण रिजीजू ने एक वीडियो शेयर कर रेणुका चौधरी की हंसी की तुलना रामायण के किरदार शूर्पणखा से की थी।
#MeToo पर बोले भाजपा सांसद- पैसे लेकर आरोप लगाती हैं महिलाएं
इस साल कई महिलाओं ने #MeToo के तहत अपने खिलाफ हुए यौन उत्पीड़न की आवाज उठाई। इसे लेकर भाजपा सांसद उदित राज ने विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा, "कुछ महिलाएं 2-4 लाख रूपये लेकर आरोप लगाती हैं और फिर दूसरे पुरुषों को चुनती हैं। मैं मानता हूं कि यह पुरुषों का प्राकृतिक स्वभाव है, लेकिन क्या महिलाएं परफेक्ट हैं? क्या वो इसका दुरुपयोग नहीं कर रही हैं? महिलाओं के ऐसा करने से पुरुषों की जिंदगी बर्बाद हो रही है।"
अनबन होने पर रेप का केस दर्ज करा देती हैं लड़कियां- खट्टर
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी ऐसे बयान देने में पीछे नहीं हैं। उन्होंने रेप की घटनाओं के बारे में बोलते हुए कहा, "ये जो घटनाएं है रेप और छेड़छाड़ की, 80-90 फीसदी जानकारों के बीच में होती है। काफी समय के लिए इकट्ठे घूमते हैं एक दिन अनबन होगी, उस दिन उठाकर FIR करवा देते हैं इसने मुझे रेप किया।" इससे पहले खट्टर रेप की घटनाओं के लिए महिलाओं के कपड़ों को भी जिम्मेदार ठहरा चुके हैं।
'3-4 बच्चों की मां से कोई दुष्कर्म नहीं कर सकता'
इस साल उन्नाव रेप केस ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में भूचाल मचाया था। इस मामले में आरोपी भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के बचाव में बोलते हुए दूसरे भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा था कि घटना के समय विधायक कुलदीप सिंह सेंगर वहां मौजूद नहीं थे। सुरेंद्र सिंह ने उन्नाव मामले को प्रायोजित करते हुए कहा था कि वे मनोवैज्ञानिक आधार पर कह सकते हैं कि कोई भी 3-4 बच्चों की मां से दुष्कर्म नहीं कर सकता है।
जब महिलाओं के शरीर को लेकर की गई टिप्पणियां
राजस्थान विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान शरद यादव ने अपने भाषण में कहा, "वसुंधरा को आराम दो, बहुत थक गई हैं। बहुत मोटी हो गई है, पहले पतली थी। हमारे मध्य प्रदेश की बेटी है।" उनके इस बयान पर वसंधुरा राजे ने कहा था कि वे बहुत अपमानित महसूस कर रही हैं। यह पहली बार नहीं है जब यादव ने महिलाओं के खिलाफ अपनामजनक टिप्पणी की है। इससे पहले भी वे महिलाओं के शरीर को लेकर टिप्पणी कर चुके हैं।
आखिर क्यों फिसलती है नेताओं की जुबान?
संसद में ऐसे बयान देने के बावजूद शरद यादव को सर्वश्रेष्ठ सांसद का सम्मान मिल चुका है। रेणुका चौधरी के प्रति की गई टिप्पणी पर सदन में भाजपा सांसदों ने जोर-जोर से मेज थपथपाई थी। इन सबके बीच सवाल उठता है कि महिलाओं को लेकर नेताओं की जुबान आखिर क्यों 'फिसल' जाती है? उम्मीद कीजिए लोकसभा चुनाव के साल 2019 में नेताओं की जुबान की 'फिसलन' पर रोक लग जाए।