कृषि कानूनों पर कांग्रेस का मार्च; प्रियंका हिरासत में, राहुल राष्ट्रपति से मिले
क्या है खबर?
आज कृषि कानूनों के मुद्दे पर राष्ट्रपति भवन तक कांग्रेस के मार्च को पुलिस ने रोक दिया और प्रियंका गांधी समेत कई कांग्रेस नेताओं में हिरासत में ले लिया।
बाद में पुलिस ने पार्टी के एक छोटे प्रतिनिधि मंडल को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलने की इजाजत दे दी। राहुल गांधी के नेतृत्व वाले इस प्रतिनिधि मंडल ने राष्ट्रपति को दो करोड़ हस्ताक्षर वाला ज्ञापन सौंपा और कानूनों को वापस लेने में उनके हस्तक्षेप की मांग की।
बयान
राहुल गांधी बोले- कानूनों को वापस लिए जाने तक वापस नहीं जाएंगे किसान
राष्ट्रपति से मिलने के बाद राहुल गांधी ने कहा, "मैंने राष्ट्रपति को बताया कि ये कृषि कानून किसान विरोधी हैं। देश देख चुका है कि किसान इन कानूनों के खिलाफ खड़े हुए हैं। मैं प्रधानमंत्री से कहना चाहता हूं कि जब तक कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया जाता, ये किसान घर वापस नहीं जाएंगे। सरकार को संसद का संयुक्त सत्र बुलाना चाहिए और इन कानूनों को वापस लेना चाहिए। विपक्षी दल किसानों और मजदूरों के साथ हैं।"
निशाना
भारत में कोई लोकतंत्र नहीं- राहुल
प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी क्रोनी कैपिटलिट्स के लिए पैसा बना रहे हैं। उनके खिलाफ जो भी खड़ा होगा, उसे आतंकवादी कहा जाएगा। चाहें वो किसान हो, मजदूर हों और चाहें मोहन भागवत ही क्यों न हों।"
लोकतंत्र के सवाल पर उन्होंने कहा, "ये आप किस देश की बात कर रहे हो डेमोक्रेसी... इंडिया में कोई डेमोक्रेसी नहीं है। डेमोक्रेसी इंडिया में आपकी कल्पना में हो सकती है, वास्तविकता में नहीं है।"
बयान
"प्रधानमंत्री मोदी अक्षम व्यक्ति"
लद्दाख में चीन की घुसपैठ के मुद्दे पर प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा, "चीन ने हिंदुस्तान की हजारों किलोमीटर छीन ली है। प्रधानमंत्री उनके बारे में क्यों नहीं कहते। उसके बारे में चुप क्यों हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "हिंदुस्तान और युवाओं को समझने की जरूरत है कि आपके पास एक अक्षम आदमी (प्रधानमंत्री मोदी) है जो कुछ नहीं समझता औ वह तीन-चार अन्य लोगों, जो सब समझते हैं, की ओर से पूरी व्यवस्था को चला रहा है।"
विरोध प्रदर्शन
दो महीने से कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है कांग्रेस
बता दें कि कांग्रेस पिछले दो महीने से अपने स्तर पर कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है और अपने इसी विरोध प्रदर्शन में उसने एक ज्ञापन पर देशभर से दो करोड़ लोगों के हस्ताक्षर लिए थे।
आज इसी ज्ञापन को राष्ट्रपति को सौंपने के लिए कांग्रेस नेताओं ने विजय चौक से राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकाली थी। पुलिस ने इस मार्च को रोक प्रियंका गांधी समेत लगभग 50-60 कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया।
बयान
प्रियंका गांधी ने भी साधा सरकार पर निशाना
मार्च के दौरान प्रियंका गांधी ने भी सरकार पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा, "इस सरकार के खिलाफ किसी भी असहमति को आतंक की तरह दर्शाया जाता है। हम किसानों के प्रति समर्थन जाहिर करने के लिए ये मार्च कर रहे हैं... कभी वो कहते हैं कि हम इतने कमजोर हैं कि हम विपक्ष में भी नहीं आते और कभी वो कहते हैं कि हम इतने शक्तिशाली हैं कि हमारे कहने पर लाखों किसान दिल्ली के बॉर्डर पर जमे हुए हैं।"
प्रदर्शन की वजह
क्या है कृषि कानूनों का पूरा मामला?
मोदी सरकार कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए तीन कानून लेकर लाई है जिनमें सरकारी मंडियों के बाहर खरीद के लिए व्यापारिक इलाके बनाने, अनुबंध खेती को मंजूरी देने और कई अनाजों और दालों की भंडार सीमा खत्म करने समेत कई प्रावधान किए गए हैं।
पंजाब और हरियाणा समेत कई राज्यों के किसान इन कानूनों का जमकर विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि इनके जरिये सरकार मंडियों और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से छुटकारा पाना चाहती है।