अगर NDA को नहीं मिला बहुमत तो सरकार बनाने के लिए यह रणनीति अपनाएगी कांग्रेस
लोकसभा चुनावों के नतीजों के लिए मतगणना शुरू हो चुकी है। सभी पार्टियां अपनी जीत को लेकर आश्वस्त है। एग्जिट पोल के अनुमान NDA की जीत बता रहे हैं, लेकिन कांग्रेस को उम्मीद है कि NDA को बहुमत नहीं मिलेगा। कांग्रेस ने ऐसी स्थिति के लिए रणनीति तैयार कर ली है। अगर NDA को बहुमत नहीं मिलता है तो कांग्रेस राष्ट्रपति को पत्र भेजेगी। इन पत्रों के लिए कांग्रेस ने ड्राफ्ट तैयार कर लिया है।
राष्ट्रपति को भेजे जाएंगे तीन पत्र
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, अभिषेक मनु सिंघवी की देखरेख में कांग्रेस की कानूनी टीम ने तीन पत्र तैयार किए हैं। अगर NDA को बहुमत नहीं मिलता है तो विपक्ष नए नाम से गठबंधन बनाएगा। इसके बाद गठबंधन मेें शामिल नेताओं के साइन वाला एक पत्र राष्ट्रपति को भेजा जाएगा, जिन्हें गठबंधन की सूचना दी जाएगी। इसके बाद दो और पत्र भेजे जाएंगे। दूसरे पत्र में सरकार बनाने का दावा होगा और तीसरे पत्र में गठबंधन के नेता का नाम होगा।
इस टीम ने तैयार किए पत्रों के ड्राफ्ट
इन पत्रों का ड्राफ्ट तैयार करने वाली टीम में अभिषेक मनु सिंघवी के अलावा कांग्रेस नेता अहमद पटेल, जयराम रमेश और राहुल गांधी के करीबी के राजू शामिल हैं। सिंघवी ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
क्षेत्रीय नेता को आगे कर सकती है कांग्रेस
कांग्रेस को उम्मीद है कि NDA को बहुमत नहीं मिलेगा और भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी। कांग्रेस का मानना है कि उसे 120-140 सीटें मिलेंगी। सूत्रों ने बताया कि अगर ऐसी स्थिति बनती है तो कांग्रेस किसी क्षेत्रीय नेता को आगे कर सकती है। यह कर्नाटक मॉडल जैसा होगा, जहां कांग्रेस ने कम सीटें मिलने के बाद भी JD(S) के एचडी कुमारास्वामी को मुख्यमंत्री बनाया था। कांग्रेस का मकसद भाजपा को सत्ता में आने से रोकना है।
सपा-बसपा के सहारे कांग्रेस
कांग्रेस अपनी सीटों के साथ क्षेत्रीय पार्टियों की सीटों को मिलाकर सरकार बनाने का दावा करने की तैयारी कर रही है। इसके लिए कांग्रेस उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा गठबंधन को मिलने वाली सीटों पर नजरें गड़ाए बैठी है।