दूल्हा बन घोड़ी चढ़कर नामांकन करने पहुँचा प्रत्याशी, ख़ुद को बताया 'राजनीति का दामाद'
जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नज़दीक आ रहे हैं, लोगों का उत्साह बढ़ता जा रहा है। ऐसे में राजनीतिक पार्टियों से लेकर मतदाता तक सभी अपनी-पानी तरफ़ से तैयारियों में जुट गए हैं। लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान में केवल तीन दिन बचे हैं। 11 अप्रैल को पहले चरण का मतदान होना है। इससे पहले चर्चा में आने के लिए प्रत्याशी तरह-तरह का तरीका अपना रहे हैं। हाल ही में एक प्रत्याशी दूल्हा बन घोड़ी चढ़कर नामांकन करने पहुँचा।
अपने अनोखे अंदाज़ के लिए जाने जाते हैं वैद्यराज
प्राप्त जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर में एक प्रत्याशी सोमवार को सेहरा बाँधकर दूल्हा बन घोड़ी पर सवार होकर बैंड बाजे की धुनों पर नाचते हुए बारातियों के साथ अनोखे अंदाज़ में नामांकन करने पहुँचा। उसकी इस हरकत से जिले भर में उसकी चर्चा हो रही है। बता दें यह प्रत्याशी कोई और नहीं बल्कि संयुक्त विकास पार्टी के प्रत्याशी वैद्यराज किशन हैं, जो अपने अनोखे अंदाज़ के लिए जानें जाते हैं।
प्रचार के लिए बनाई अनोखी स्कूटर
पेशे से आयुर्वेदिक डॉक्टर 59 वर्षीय वैद्यराज ने चुनाव प्रचार के लिए अनोखी स्कूटर भी तैयार करवाई है जिसमे LED स्क्रीन, वाटर कूलर और साज सज्जा के लिए बहुत सा सामान लगा हुआ है।
पुलिस ने रोका तो पैदल चलकर गए नामांकन करने
वैद्यराज सोमवार को जिले के घंटाघर से दूल्हा बनकर घोड़ी पर सवार हुए, लेकिन कलेक्ट्रेट से पहले ही उनकी बारात को रोक लिया गया और पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें घोड़ी से उतार दिया। इसके बाद वह बारातियों के साथ पैदल चलकर कलेक्ट्रेट तक गए और अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इस दौरान उन्हें देखने के लिए भीड़ भी इकट्ठी हो गई।
ख़ुद को बताया 'राजनीति का दामाद'
पत्रकारों से बात करते हुए वैद्यराज ने बताया कि आज उनकी शादी की सालगिरह है, इसलिए वह दूल्हा बनकर नामांकन कराने आए हैं। उन्होंने कहा कि वह 'राजनीति के दामाद' हैं।
पहले भी कई बार कर चुके हैं ऐसे कारनामे
आपको जानकर हैरानी होगी कि यह पहली बार नहीं है, जब चर्चा में आने के लिए वैद्यराज ने ऐसा किया हो। साल 2017 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में वह अर्थी पर लेटकर बिलकुल अलग अंदाज़ में नामांकन कराने गए थे। इससे पहले वह भैंसा गाड़ी पर सवार होकर भी नामांकन करा चुके हैं। वह अभी तक विधानसभा, लोकसभा और स्थानीय चुनावों को मिलकर कुल 18 बार अपनी किस्मत आज़मा चुके हैं। लेकिन कभी जीत नहीं सके।
सात चरणों में संपन्न होंगे लोकसभा चुनाव
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस बार उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव सात चरणों में संपन्न होगा। पहले चरण का चुनाव 11 अप्रैल को, दूसरे चरण का चुनाव 18 अप्रैल, तीसरे चरण का चुनाव 23 अप्रैल, चौथे चरण का चुनाव 29 अप्रैल, पाँचवें चरण का चुनाव 06 मई, छठे चरण का चुनाव 12 मई और सातवें एवं अंतिम चरण का चुनाव 19 मई को सम्पन्न होगा। जबकि 2014 का लोकसभा चुनाव छह चरणों में संपन्न हुआ था।