भाजपा नेता के बिगड़े बोल, कहा- धनतेरस पर बर्तन नहीं, तलवार खरीदें
क्या है खबर?
भारतीय जनता पार्टी के नेता गजराज राणा विवादित बयान देकर सुर्खियां बटोर रहे हैं।
देवबंद से भाजपा जिलाध्यक्ष गजराज राणा ने कहा है कि इस धनतेरस पर हिंदू लोग बर्तन खरीदने की बजाय लोहे से बनी तलवारें खरीदें।
उन्होंने कहा कि लोहे की तलवारें समय पर काम आएंगी। उनके बयान पर विवाद बढ़ता देखकर पार्टी ने खुद को उनके बयान से दूर कर लिया।
आइये, इस मामले के बारे में विस्तार से जानते हैं।
जानकारी
धनतेरस पर है बर्तन खरीदने की परंपरा
बता दें कि धनतेरस पर बर्तन या धातु से बनी चीजों की परंपरा है। इस दिन हिंदू लोग नए बर्तन या धातु से बनए सामान खरीदना शुभ मानते हैं। इस बार 25 अक्टूबर को धनतेरस मनाई जाएगी।
विवादित बयान
यह है राणा का पूरा बयान
राणा ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला जल्द ही आने की उम्मीद है और हमें भरोसा है कि यह राम मंदिर के पक्ष में होगा। हालांकि, इससे माहौल बिगड़ सकता है। इसलिए सोने के आभूषणों और चांदी के बर्तनों के बजाय लोहे की तलवारें इकट्ठा करना उचित है। जरूरत के समय में ये तलवारें हमारी रक्षा करने में काम आएंगी।"
हालांकि, राणा ने इस बयान के बाद सफाई भी दी।
सफाई
राणा ने बयान पर सफाई भी दी
राणा ने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने किसी समुदाय या धर्म के खिलाफ एक शब्द भी नहीं कहा है।
नवभारत टाइम्स के मुताबिक, उन्होंने कहा, "हम अपने धार्मिक रिवाजों में हथियारों की पूजा करते हैं और हमारे देवी-देवताओं ने भी परिस्थितियों के आधार पर हथियारों का इस्तेमाल किया है। मेरा बयान वर्तमान में बदलते परिवेश और मेरे समुदाय के सदस्यों के लिए एक सुझाव के संदर्भ में है। इसका कुछ और मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए।"
जानकारी
भाजपा ने बनाई बयान से दूरी
भाजपा ने राणा के बयान से खुद को दूर किया है। पार्टी ने कहा कि वह राणा के बयान का समर्थन नहीं करती। यह उनकी व्यक्तिगत सोच है। पार्टी ने राणा को कानून के दायरे में बात कहने की नसीहत दी है।
नसीहत
प्रधानमंत्री मोदी भी दे चुके हैं राम मंदिर पर बयानबाजी से बचने की नसीहत
प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले महीने राम मंदिर पर बयानबाजी कर रहे नेताओं को नसीहत देते हुए कहा था कि यह मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में है। ऐसे में जो 'बयानबहादुर' लगातार भाषण दे रहे हैं वो चुप्पी साधें और अदालत पर विश्वास रखें।
नासिक में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि ऐसे बयान देने वाले नेता प्रभुराम के खातिर आंख बंद कर भारत की न्यायप्रणाली के प्रति श्रद्धा रखें।