हरियाणा: किसान आंदोलन के बीच हुए निकाय चुनावों में भाजपा को लगा बड़ा झटका
कृषि कानूनों को निरस्त कराने की मांग को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर पिछले एक महीने से भी अधिक समय से किसानों का प्रदर्शन चल रहा है। इसमें ज्यादातर पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसान शामिल हैं। इसी बीच हरियाणा में हुए स्थानीय निकाय चुनावों में सत्तारूढ भाजपा और जननायक जनता पार्टी (JJP) गठबंधन को बड़ा झटका लगा है। सोनीपत, पंचकूला और अंबाला में मेयर पद के चुनाव में भाजपा-JJP को सोनीपत और अंबाला में हार झेलनी पड़ी है।
भाजपा को सोनीपत में 13,811 वोटों से मिली हार
सोनीपत में मेयर पद के लिए हुए सीधे चुनाव में भाजपा को 13,811 वोटों से हार का सामना करना पड़ा है। यहां कांग्रेस के निखिल मदान (72,111) ने भाजपा के ललित बत्रा (58,300) को हराकर मेयर की सीट पर कब्जा जमाया है। हालांकि, सोनीपत में पार्षद चुनाव में भाजपा को राहत मिली है। यहां पार्षद की 20 सीटों में से 10 पर भाजपा, नौ पर कांग्रेस और एक सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी ने कब्जा जमाया है।
अंबाला में भाजपा और कांग्रेस दोनों को मिली हार
अंबाला में पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा की पत्नी शक्ति रानी ने मेयर पद पर जीत हासिल की है। शक्ति रानी अंबाला की पहली महिला मेयर बनी हैं। उन्होंने भाजपा की प्रत्याशी डॉ वंदना शर्मा को 8,000 मतों से हराया। इसी तरह अंबाला में पार्षद की 20 सीटों में से भाजपा को आठ सीटों पर जीत मिली है। इसके अलावा कांग्रेस को तीन, हरियाणा जन चेतना पार्टी को सात और हरियाणा डेमोक्रेटिक फ्रंट को दो सीटों पर जीत मिली है।
भाजपा को पंचकुला में मिली जीत
पंचकूला में हुए मेयर पद के चुनाव में भाजपा के कुलभूषण गोयल ने जीत हासिल की है। उन्होंने कांग्रेस की उपिंदर आहलूवालिया को मात दी है। इसके अलावा पार्षद पद चुनाव में भाजपा को नौ सीटों पर जीत मिली है। इसी तरह कांग्रेस ने सात सीटों पर, दो सीटें जजपा के खाते में और दो सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशियों को जीत मिली है। भाजपा की इस स्थिति के लिए किसान आंदोलन को जिम्मेदार माना जा रहा है।
JJP को अपने ही गृह क्षेत्र में मिली हार
उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की पार्टी JJP को हिसार के उकालना और रेवाडी के धारुहेड़ा में अपने घर के मैदान में हार का सामना करना पड़ा है। पार्टी को यह बड़ा झटका विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करने के एक साल बाद ही लग गया।
रेवाड़ी में नगर परिषद सभापति चुनाव में मिली भाजपा को जीत
रेवाड़ी नगर परिषद के सभापति चुनाव में भाजपा प्रत्याशी पूनम यादव ने निर्दलीय उपमा यादव को 2,086 वोट से हरा दिया। यहां के 31 वार्ड के चुनाव में भाजपा को महज सात सीटों पर जीत मिली, जबकि 24 सीटें निर्दलीयों के खाते में गई। इसी तरह सांपला नगर पालिका चुनाव में भाजपा को करारी हार मिली है। यहां चेयरमैन पद पर निर्दलीय प्रत्याशी पूजा और अन्य 15 वार्डों में भी निर्दलीयों ने जीत हासिल की।
धारूहेड़ा में भी रहा निर्दलीयों का दबदबा
धारूहेड़ा नगर पालिका में चेयरमैन पद पर निर्दलीय प्रत्याशी कंवर सिंह ने जीत दर्ज की है। उन्हें कुल 3,048 वोट मिले हैं। दूसरे नंबर पर संदीप बोहरा (2416) रहे हैं। सिरसा के वार्ड 29 के उपचुनाव में हलोपा प्रत्याशी 422 से वोटो से जीती। धारूहेड़ा में सभी 17 वार्डों में निर्दलीयों का कब्जा रहा। इसी तरह उकलाना के 13 वार्डों में निर्दलीयों को जीत मिली है। जबकि, चेयरमैन पद पर निर्दलीय सुशील साहू 419 वोटों से जीते।
किसान आंदोलन के चलते भाजपा-JJP को झेलना पड़ रहा है विरोध
बता दें कि किसान आंदोलन के दौरान किसानों को दिल्ली जाने से रोकने पर हरियाणा की भाजपा-JJP गठबंधन सरकार को विरोध का सामना करना पड़ रहा है। पिछले सप्ताह उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को खुद के विधानसभा क्षेत्र जींद के ऊचां कलां में ग्रामीणों का विरोध झेलना पड़ा था। कई गांवों ने गठबंधन के नेताओं प्रवेश बंद कर दिया था। इसी तरह किसानों पर वाटर कैनन चलाने और लाठियां बरसाने पर मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर की भी जमकर आलोचना हुई है।