बलिया फायरिंग: आरोपी के पक्ष में बयानबाजी करने वाले भाजपा विधायक से हाईकमान नाराज, नोटिस भेजा
क्या है खबर?
भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने बलिया फायरिंग मामले में पार्टी विधायक सुरेंद्र सिंह द्वारा की गई बयानबाजी पर कड़ा ऐतराज जताया है।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोमवार को उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रमुख स्वतंंत्र देव सिंह से फोन पर बात की।
नड्डा ने सिंह से विधायक को बलिया फायरिंग मामले की जांच से दूर रहने की सलाह देने को कहा है।
साथ ही उन्होंने विधायक सुरेंद्र सिंह के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी करने को भी कहा है।
पृष्ठभूमि
क्या है मामला?
15 अक्टूबर को बलिया जिले में सरकारी राशन की दुकान के आवंटन की प्रक्रिया के दौरान SDM, CO और पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में गोली चलने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।
भाजपा कार्यकर्ता और स्थानीय विधायक सुरेंद्र सिंह के करीबी धीरेंद्र प्रताप सिंह पर गोली चलाने का आरोप है।
रविवार को धीरेंद्र और उनके सहयोगियों की गिरफ्तारी हुई थी। घटना के बाद विधायक सुरेंद्र सिंह ने आरोपियों के समर्थन में बयानबाजी करते हुए उनका बचाव किया था।
बयान
नड्डा ने बयानबाजी पर जताई नाराजगी
भाजपा सूत्रों ने कहा, "जेपी नड्डा ने स्वतंत्र सिंह देव से फोन पर बात कर विधायक के बयान पर नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रमुख से विधायक को मामले की जांच से दूर रहने को कहने को कहा है।"
बचाव
सुरेंद्र सिंह ने क्या बयानबाजी की थी?
सुरेंद्र सिंह ने फायरिंग की घटना को दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए प्रशासन पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाया था।
उन्होंने आरोपियों का बचाव करते हुए कहा था, "धीरेंद्र प्रताप सिंह ने आत्मरक्षा में गोली चलाई थी। अगर वो ऐसा नहीं करते तो उनके परिवार के लोग और दर्जनों सहयोगी मारे जाते। उनके पास कोई विकल्प नहीं था। यह मरने या मारने वाली स्थिति थी।"
उन्होंने यह भी कहा ऐसी घटना कहीं भी हो सकती थी।
बयान
आरोपी पक्ष की बात कोई नहीं सुन रहा- विधायक
विधायक ने आगे कहा कि इस घटना में धीरेंद्र प्रताप सिंह के समूह के छह लोग भी घायल हुए हैं। उनमें से एक को वाराणसी के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, लेकिन उनकी बात कोई नहीं सुन रहा है।
सुरेंद्र सिंह ने यह भी कहा कि वो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखेंगे और साथ ही उनसे मुलाकात कर मामले की CB-CID से जांच करवाने की मांग करेंगे।
कार्रवाई
SDM और CO समेत मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी निलंबित
मामले की इसी राजनीतिक संवेदनशीलता को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना के बाद SDM सुरेश चंद्र पाल, CO चंद्रकेश सिंह और मौके पर मौजूद सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था और आरोपियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
उन्होंने ये भी कहा था कि मामले में अधिकारियों की भूमिका की जांच की जाएगी और अगर किसी अधिकारी को दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की जाएगी।