गृह मंत्री अमित शाह से मिले अरविंद केजरीवाल, चुनाव के बाद पहली आधिकारिक मुलाकात
विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के बाद आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। कृष्णा मेनन मार्ग पर स्थित शाह के आवास पर हुई ये बैठक करीब 20 मिनट चली। केजरीवाल और शाह के बीच ये पहली आधिकारिक मुलाकात है। मुलाकात के बाद केजरीवाल ने इसे एक अच्छी बैठक बताते हुए कहा कि इसमें दिल्ली से संबंधित मुद्दों पर चर्चा हुई। इस बैठक में शाहीन बाग को लेकर कोई बात नहीं हुई है।
केजरीवाल ने कहा- दिल्ली के विकास के लिए साथ कार्य करने के तैयार
अपने ट्वीट में केजरीवाल ने लिखा, 'माननीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी से मुलाकात की। एक बेहद अच्छी और फलदायक बैठक रही। दिल्ली से संबंधित कई मुद्दों पर चर्चा की। हम दोनों में दिल्ली के विकास के लिए साथ मिलकर कार्य करने पर सहमति बनी।' बैठक के लिए केजरीवाल ने पहले से ही गृह मंत्रालय से समय लिया हुआ था। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हें ट्वीट कर बधाई दे चुके हैं, जिसका केजरीवाल ने भी जबाव दिया था।
चुनाव से ठीक पहले भी केजरीवाल ने मांगा था मुलाकात का समय
बता दें कि पिछले साल मई में अमित शाह के गृह मंत्री बनने के बाद शाह और केजरीवाल के बीच ये पहली मुलाकात थी। दिल्ली चुनाव से ठीक पहले भी केजरीवाल ने दिल्ली की खराब कानून व्यवस्था को लेकर बातचीत करने के लिए शाह से मिलने का समय मांगा था। इसे चुनाव फायदे के लिए इस्तेमाल किए जाने के कारण शाह के कार्यालय की ओर से केजरीवाल को मुलाकात का समय नहीं दिया गया था।
चुनाव प्रचार में आमने-सामने रहे थे केजरीवाल और शाह
बता दें कि दिल्ली विधासनभा चुनाव में भाजपा ने अमित शाह के नेतृत्व में भी चुनाव प्रचार किया था। प्रचार के दौरान भाजपा नेताओं ने केजरीवाल को आतंकवादी तक बोल डाला था। अमित शाह खुद भी इस मामले में पीछे नहीं रहे और स्कूलों से लेकर शाहीन बाग तक को लेकर केजरीवाल पर सवाल उठाते रहे। केजरीवाल ने भी इन हमलों को भरपूर जबाव दिया और शाह पर साजिशों के लिए दिल्ली पुलिस का उपयोग करने का आरोप लगाया।
दिल्ली की शासन प्रणाली में केंद्र सरकार की अहम भागीदारी
इतने कड़वे चुनाव प्रचार के बाद अब शाह से केजरीवाल की इस मुलाकात को उनके दिल्ली के विकास के लिए केंद्र सरकार के साथ मिलकर कार्य करने के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है। बता दें कि दिल्ली में तीन स्तरीय शासन प्रणाली है जिसमें केंद्र सरकार की अहम भागीदारी है। दिल्ली की कानून व्यवस्था सीधे गृह मंत्री यानि अमित शाह के अंतर्गत आती है। दिल्ली चलाने के लिए उनका सहयोग केजरीवाल के लिए बहुत जरूरी है।
AAP ने जीती थी 70 में से 62 सीटें
बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्ट (AAP) ने 70 में से 62 सीटों पर कब्जा करते हुए प्रचंड जीत दर्ज की थी। वहीं भाजपा के खाते में मात्र आठ सीटें आईं। कांग्रेस एक बार फिर से खाता खोलने में नाकाम रही।