दिल्ली में कोरोना वायरस संकट से निपटने के लिए अमित शाह ने बुलाई सर्वदलीय बैठक
देश के राजधानी दिल्ली में लगातार बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह खुद एक्शन मोड में आ गए हैं। दिल्ली में कोरोना संक्रमण की समीक्षा और उसका हल निकालने के लिए अमित शाह ने सोमवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई। इमसें सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (AAP) के अलावा भाजपा, कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी के नेता शामिल हुए। इसमें जांच और अस्पतालों में बेड सुविधा बढ़ाने पर फोकस रहा।
दिल्ली के उच्च मृत्यु दर और खराब चिकित्सा व्यवस्था ने सुप्रीम कोर्ट को किया चिंतित
दिल्ली में अब तक 41,182 कोरोना संक्रमितों में से 1,327 की मौत हो चुकी है। ऐसे में दिल्ली की मृत्यु दर देशभर में सबसे अधिक है। दिल्ली की खराब हालत पर पिछले सप्ताह सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा राज्य में जांच की संख्या कम करने पर सरकार को फटकार लगाई थी। इसी प्रकार अस्पतालों की लापरवाही से मरीजों की मौत और शवों की बदहाली पर भी ने नाराजगी जताई और दिल्ली सरकार को नोटिस दिया।
कांग्रेस ने की सभी की जांच कराने और संक्रमितों को 10,000 रुपये की सहायता की मांग
बैठक में कांग्रेस ने सभी लोगों की कोरोना की जांच कराने तथा कोरोना संक्रमितों के परिजनों को 10,000 रुपये की वित्तीय सहायता देने की मांग की। कांग्रेस ने कहा कि कोरोना के कारण दिल्ली के लोगों में डर बढ़ता जा रहा है। ऐसे में कोरोना की जांच कराने आने वाले लोगों को वापस नहीं भेजा जाना चाहिए। इसके अलावा कांग्रेस ने अंतिम वर्ष के मेडिकल छात्रों को गैर-स्थायी रेजिडेंट डॉक्टरों के रूप में काम पर रखने का भी सुझाव दिया।
दिल्ली में प्रतिदिन 18,000 जांच कराने का दिया आश्वासन
बैठक के बाद अमित शाह और दिल्ली में केंद्र के प्रतिनिधि उप राज्यपाल अनिल बैजल ने आश्वासन दिया कि अब दिल्ली में सभी लोगों की जांच कराई जाएगी। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश कुमार गुप्ता ने कहा कि शाह ने आश्वासन दिया है कि आगामी 20 जून से दिल्ली में प्रतिदिन 18,000 लोगों की जांच की जाएगी। इसी तरह उनकी मांग पर दिल्ली में कोरोना जांच पर 50 प्रतिशत छूट दिए जाने के प्रस्ताव को भी मंजूर किया गया है।
कांग्रेस ने पूछा- अस्पतालों का निर्माण क्यों नहीं किया गया?
हालाँकि, यह बैठक राजनीतिक मुद्दों को लेकर नहीं थी। इसके बाद दिल्ली के कांग्रेस प्रमुख अनिल कुमार ने केजरीवाल को निजी अस्पतालों को दोषी ठहराने और बिगड़ती हालत के बारे में जनता को गुमराह करने के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, "हमने गृह मंत्री अमित शाह को सबूत सौंपे हैं। इसके तहत दिल्ली में 2,609 बेड वाले तीन बड़े अस्पतालों का निर्माण दिसंबर 2019 तक पूरा हो जाना चाहिए था, लेकिन नहीं हुआ।"
कांग्रेस ने दावा कोरोना योद्धाओं के लिए घोषित मुआवजा नहीं दिया गया
कांग्रेस ने दावा किया, "केजरीवाल सरकार ने कोरोना योद्धाओं के परिजनों के लिए 1 करोड़ रुपये का मुआवजा प्रदान करने की घोषणा की थी, लेकिन वह मुआवजा राशि अभी तक नहीं दी गई है। हम चाहते हैं कि उन्हें तत्काल मुआवजा दिया जाए।"
शाह ने रविवार को एक अन्य बैठक कर की मदद की घोषणा
बता दें कि शाह द्वारा दिल्ली में ली गई यह दूसरी बैठक थी। इससे पहले उन्होंने रविवार को उपराज्यपाल बैजल, केजरीवाल, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन और AIIMS निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया के साथ बैठक की थी। उसमें यह निर्णय लिया गया कि परीक्षण को तीन गुना किया जाएगा और केंद्र ने 500 रेलवे कोचों के जरिए दिल्ली की बेड क्षमता 8,000 तक बढ़ाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा था कि कंटेनमेंट जोन में सख्ती बरती जाएगी।