अपनी अलग पार्टी की तैयारी में अमरिंदर सिंह, भाजपा के साथ कर सकते हैं समझौता- रिपोर्ट
क्या है खबर?
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह अपनी राजनीतिक पार्टी बनाने की तैयारी में हैं और ये पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा के साथ घोषित या अघोषित गठबंधन भी कर सकती है। मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स को ये जानकारी दी है।
अगर अमरिंदर ऐसा करते है तो इससे विधानसभा चुनाव का पूरा समीकरण बदल सकता है और कांग्रेस की राह बेहद मुश्किल हो सकती है।
रिपोर्ट
अमित शाह और अजित डोभाल से मुलाकात के बाद अमरिंदर ने बनाई अलग पार्टी की योजना
रिपोर्ट के अनुसार, गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल से मुलाकात के बाद अमरिंदर ने कांग्रेस से अलग होकर पार्टी बनाने का विचार बनाया है।
हालांकि सूत्र ये नहीं बता सके कि अमरिंदर की पार्टी और भाजपा के बीच समझौता कृषि कानूनों के मुद्दे के समाधान पर निर्भर करेगा या नहीं। ये कानून पंजाब में एक बड़ा मुद्दा हैं और इन्होंने राज्य में भाजपा के आधार को पूरी तरह खिसका दिया है।
बयान
अमरिंदर ने नहीं की अलग पार्टी बनाने की पुष्टि
अमरिंदर ने खुद अलग पार्टी बनाने की अपनी योजना की न तो पुष्टि की है और न ही इसे खारिज किया है। उन्होंने अखबार से बस इतना कहा कि वो मीडिया में बयानों के जरिए राजनीति नहीं करते हैं।
उन्होंने कहा, "मैं अपनी लड़ाई मैदान में, लोगों की अदालत में लड़ूंगा।" कैप्टन ने दिल्ली जाकर कांग्रेस के नाराज G-23 नेताओं से मुलाकात करने की अपनी योजना के बारे में भी बताया।
जानकारी
G-23 नेताओं से लोगों के बीच जाने को कहूंगा- अमरिंदर
G-23 के साथ बैठक पर अमरिंदर ने कहा कि वो उनसे सोशल मीडिया पर चिंता जाहिर करने की बजाय लोगों के बीच जाने को कहेंगे। G-23 के साथ अमरिंदर की इस मुलाकात के नतीजों का असर भविष्य को लेकर उनके निर्णय पर पड़ना तय है।
पृष्ठभूमि
कांग्रेस छोड़ने का इरादा जाहिर कर चुके हैं अमरिंदर
बता दें कि अमरिंदर तकनीकी तौर पर अभी भी कांग्रेस में हैं, लेकिन वो जल्द ही पार्टी छोड़ने का इरादा जाहिर कर चुके हैं।
उन्होंने कहा था, "मैंने कांग्रेस को साफ कर दिया था कि मेरे साथ ऐसा व्यवहार नहीं किया जाएगा। मैं ये सहन नहीं करूंगा। मैंने अभी तक कांग्रेस से इस्तीफा नहीं दिया है, लेकिन कोई ऐसी जगह पर कैसे रह सकता है जहां भरोसे की कमी है। जब कोई भरोसा नहीं है तो मैं नहीं रह सकता।"
मामला
कांग्रेस हाईकमान ने किया था अमरिंदर को इस्तीफा देने पर मजबूर
बता दें कि पंजाब कांग्रेस में खींचतान के बीच कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व ने 18 सितंबर को अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने पर मजबूर कर दिया था। उनका पिछले काफी समय से नवजोत सिंह सिद्धू से झगड़ा चल रहा था।
अमरिंदर के बाद कांग्रेस ने चरणजीत चन्नी को नया मुख्यमंत्री बनाया है जो पंजाब के पहले दलित मुख्यमंत्री हैं। इस बीच सिद्धू ने भी पंजाब कांग्रेस प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया था जो स्वीकार नहीं हुआ।