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11 Oct 2019
बंगाल: पुजारी की हत्या, भाजपा का आरोप- चार दिन में आठ कार्यकर्ताओं की हुई हत्या
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कई दिनों से लापता चल रहे एक पुजारी का शव मिलने के बाद पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के बीच तकरार बढ़ गया है।
भाजपा ने पुजारी को अपना कार्यकर्ता बताते हुए उनकी "राजनीतिक हत्या" का आरोप लगाया है।
भाजपा का आरोप है कि पिछले चार दिनों में उसके आठ कार्यकर्ता मारे गए हैं।
केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो ने ट्वीट कर कहा है कि बंगाल में कानून व्यवस्था मजाक बन गई है।
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इस खबर मेंपुजारी के परिवार को पैसे के लिए हत्या का अंदेशा अपना कार्यकर्ता बता भाजपा ने दिया राजनीतिक रंग सुप्रियो ने कहा, बंगाल के लोग लेंगे बदला मंगलवार को हुई थी परिवार सहित शिक्षक की हत्या राज्यपाल ने उठाए ममता बनर्जी सरकार की चुप्पी पर सवाल TMC का जवाब, लक्ष्मण रेखा पार कर रहे राज्यपाल बंगाल की राजनीति का कड़वा सच है हिंसा
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हत्या
पुजारी के परिवार को पैसे के लिए हत्या का अंदेशा
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नाडिया जिले के रहने वाले 42 वर्षीय पुजारी सुप्रियो बनर्जी सोमवार रात अपने घर से लापता हो गए थे।
गुरुवार को एक स्थानीय नदी के पास से उनका शव बरामद हुआ।
बनर्जी के परिवार का मानना है कि पैसे के लिए उनकी हत्या की गई।
बनर्जी ने रविवार को कुछ पैसे निकाले थे और जिस समय वह लापता हुए वो पैसे उन्हीं के पास थे।
लेकिन परिवार के विपरीत भाजपा ने जल्द ही इस हत्या को राजनीतिक रंग दे दिया।
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भाजपा दावा
अपना कार्यकर्ता बता भाजपा ने दिया राजनीतिक रंग
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भाजपा के स्थानीय सांसद जगन्नाथ सरकार ने बनर्जी को भाजपा कार्यकर्ता बताते हुए कहा कि उनके राजनीतिक संबंधों के कारण उनकी हत्या की गई है।
इसके बाद केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'सुप्रियो बनर्जी, एक हिंदू पुजारी और भाजपा कार्यकर्ता, की निर्मम हत्या कर दी गई। पिछले चार दिनों में आठ लोगों की हत्या हो चुकी है। पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था एक मजाक बन गई है।'
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बयान
सुप्रियो ने कहा, बंगाल के लोग लेंगे बदला
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अपने राजनीतिक विरोधियों पर निशाना साधते हुए सुप्रियो ने अपने ट्वीट में आगे लिखा, 'इन भयानक हत्याओं पर तथाकथित उदारवादी मूक दर्शक क्यों बने हुए हैं? बंगाल के लोग इसका बदला लेंगे। इंतजार कीजिए।'
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नृशंस हत्या
मंगलवार को हुई थी परिवार सहित शिक्षक की हत्या
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बता दें कि इससे पहले मंगलवार को मुर्शिदाबाद में शिक्षक बंधु प्रकाश पाल, आठ महीने की गर्भवती उनकी पत्नी और उनके बेटे की चाकूओं से गोदकर हत्या कर दी गई थी।
भाजपा ने उन्हें भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का कार्यकर्ता बताया था।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने घटना पर "उदारवादियों की चुप्पी" पर सवाल उठाते हुए उनके शव की तस्वीरें शेयर की थी।
सुप्रियो समेत तमाम भाजपा नेताओं ने पात्रा के ट्वीट को शेयर किया था।
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राजनीति
राज्यपाल ने उठाए ममता बनर्जी सरकार की चुप्पी पर सवाल
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इससे पहले भी अनिमेश चक्रवर्ती और अहमद शेख नामक दो व्यक्तियों की हत्या पर ट्वीट करते हुए भाजपा ने उन्हें अपना कार्यकर्ता बताया था।
इस बीच इन हत्याओं पर हो रहे विवाद में बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनकर भी कूद पड़े हैं।
गुरुवार शाम को उन्होंने हत्याओं पर ममता बनर्जी सरकार की चुप्पी पर सवाल खड़े करते हुए कहा था कि इन हत्याओं की जांच में कवर-अप की कोशिश नहीं की जानी चाहिए।
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बयान
TMC का जवाब, लक्ष्मण रेखा पार कर रहे राज्यपाल
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धनकर के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए TMC ने कहा था राज्यपाल संवैधानिक लक्ष्मण रेखा को पार कर रहे हैं। पार्टी ने उन्हें त्रिपुरा, बिहार और उत्तर प्रदेश में अपराधों पर नजर बनाए रखने का सुझाव दिया था।
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राजनीतिक हिंसा
बंगाल की राजनीति का कड़वा सच है हिंसा
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बता दें कि राजनीतिक हिंसा बंगाल की राजनीति का एक कड़वा सच है और इसमें सभी पार्टियां बराबर की भागीदार नजर आती हैं।
लगभग चार दशक बंगाल पर राज करने वाले वामपंथी दलों ने इसकी शुरूआत की थी।
उन्हें उखाड़ फेंक सत्ता में आने वाली TMC ने अपने विरोधी के इस "गुण" को अपनाने से परहेज नहीं किया और राजनीतिक हिंसा लगातार जारी रही।
राज्य की राजनीति में उभरने वाली भाजपा भी इस मामले में पीछे नहीं है।