चिन्मयानंद केस: छात्रा के समर्थन में रैली निकालना चाहती थी कांग्रेस, 80 कार्यकर्ता गिरफ्तार
क्या है खबर?
भारतीय जनता पार्टी के नेता स्वामी चिन्यमानंद के उत्तर प्रदेश की छात्रा के यौन उत्पीड़न के मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया है।
कांग्रेस पीड़ित छात्रा के समर्थन में उतर आई है जो अभी जेल में बंद है।
पार्टी ने छात्रा के समर्थन में एक रैली आयोजित करने की कोशिश की, जिसके बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने 80 कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया।
वहीं जितिन प्रसाद और कौशल मिश्रा आदि बड़े नेताओं को घर में नजरबंद किया गया है।
मामला
पुलिस ने नहीं दी रैली की इजाजत
कांग्रेस ने छात्रा के समर्थन में शाहजहांपुर से लखनऊ तक पांच दिवसीय 180 किलोमीटर लंबी रैली निकालने की योजना बनाई थी।
इस रैली को 'न्याय यात्रा' का नाम दिया गया था और इसमें पार्टी के बड़े नेता हिस्सा लेने वाले थे।
लेकिन पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी। इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ता ने अपने कार्यालय के बाहर बैठक करने की कोशिश की तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और अन्य नेताओं को घर में नजरबंद कर दिया गया।
बयान
पुलिस ने कहा, आदेशों के विपरीत बैठक कर रहे थे कांग्रेस कार्यकर्ता
शहर SP दिनेश त्रिपाठी ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता निषेधात्मक आदेशों के बावजदू बैठक कर रहे थे और उन्होंने इसके लिए प्रशासन से मंजूरी नहीं ली। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार करने उन्हें पुलिस लाइन ले जाया गया है।
ट्वीट
जितिन प्रसाद बोले, उत्तर प्रदेश कश्मीर नहीं फिर भी हिरासत में लिया
कौशल मिश्रा ने PTI को बताया, "मुझे और जितिन को घर में नजरबंद किया गया है। जब हमने पुलिस से पूछा कि जितिन के घर के बाहर इनती भारी मात्रा में पुलिस बल क्यों तैनात किए गए हैं तो उन्होंने कहा कि कोई पदयात्रा नहीं होगी।"
वहीं, जितिन ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'उत्तर प्रदेश कश्मीर नहीं है, फिर भी मुझे केवल शाहजहांपुर रेप पीड़िता की दुर्दशा उजागर करने के लिए हिरासत में रखा गया है।'
प्रतिक्रिया
प्रियंका गांधी ने कहा, न्याय मांगने की आवाज को दबा रही सरकार
कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने भी घटना पर प्रतिक्रिया दी।
ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा, 'उप्र में अपराधियों को सरकार का सरंक्षण है कि वो बलात्कार से पीड़ित लड़की को डरा-धमका सकें। लेकिन, उप्र भाजपा सरकार शाहजहांपुर की बेटी के लिए न्याय मांगने वालों की आवाज को दबाना चाहती है। पदयात्रा रोकी जा रही है। हमारे कार्यकर्ताओं नेताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है। डर किस बात का है?'
हमला
प्रियंका का हमला, घबराई हुई सरकार है UP सरकार
प्रियंका ने लिखा, 'सत्ता के घमंड में चूर उप्र भाजपा सरकार लोकतंत्र की धज्जियाँ उड़ा रही है। एक बलात्कार आरोपी को बचाने के लिए और शाहजहांपुर की बेटी को आवाज को दबाने के लिए वो किसी भी हद तक गिर सकती है। UP सरकार एक घबराई हुई सरकार है।'
उन्होंने कहा कि सरकार को जैसे ही पता चलता है कि उसके खिलाफ प्रदर्शन होने जा रहा है 144 लगा देती है, लेकिन जनता की आवाज को दबाया नहीं जा सकता।
मदद की अपील
पीड़िता के पिता ने लिखा था प्रियंका को पत्र
इससे पहले रविवार को कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल दल पीड़ित छात्रा के परिवार से मिला था।
छात्रा के पिता प्रियंका गांधी को पत्र लिखते हुए मदद की मांग की थी, जिसके बाद पदयात्रा की योजना बनाई गई।
अपने पत्र में उन्होंने कहा था, "चिन्मयानंद के राजनीतिक दवाब के कारण जांच एजेंसी मेरी बेटी को झूठे मामले में फंसा रही है। मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप पुलिस को चिन्मयानंद पर रेप का मामला दर्ज करने को कहें।"
मामला
क्या है पूरा मामला?
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर के एसएस लॉ कॉलेज में पढ़ने वाली छात्रा ने कॉलेज के चेयरमैन चिन्मयानंद पर रेप का आरोप लगाया है।
छात्रा की शिकायत और कोर्ट में गवाही देने के बाद मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित विशेष जांच दल (SIT) ने शुक्रवार को चिन्मयानंद को शाहजहांपुर स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया।
SIT की पूछताछ में चिन्मयानंद ने अपने ऊपर लगे अधिकतर आरोप स्वीकार कर लिए और कहा कि वह अपने कृत्य पर शर्मिंदा हैं।
गिरफ्तारी
जबरन वसूली मामले में छात्रा को भी किया गया गिरफ्तार
इस बीच छात्रा को भी जबरन वसूली के आरोप में SIT ने गिरफ्तार कर लिया और उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
चिन्मयानंद के पक्ष ने छात्रा पर ब्लैकमेल करके पैसे मांगने का आरोप लगाया है।
उनके वकील ने आरोप लगाया था कि 22 अगस्त को चिन्मयानंद के पास एक मैसेज आया था जिसमें उनसे पांच करोड़ रुपये मांगे गए थे।
मामले में छात्रा के जानकार तीन व्यक्तियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था।