हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से परेशान लोग अपनी डाइट में शामिल करें ये प्राकृतिक फ़ूड
हाई ब्लड प्रेशर एक असामान्य स्थिति है, जिसके कोई लक्षण नहीं होते हैं। इसे जानने का केवल एक ही तरीका है कि आप इसकी नियमित जाँच करवाते रहें। शोध के अनुसार, केवल एक तिहाई लोग जानते हैं कि वो हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित हैं। हाई ब्लड प्रेशर से डायबिटीज, स्ट्रोक, किडनी फेल होना, दिल की बीमारी या मौत भी हो सकती है। ऐसे में यहाँ जानें इसकी जाँच और इसे नियंत्रित करने के कुछ आसान तरीके।
ब्लड प्रेशर को मापने का तरीका
ब्लड प्रेशर को पारा के मिलीमीटर (mm Hg) में मापा जाता है और इसे दो अलग-अलग संख्याओं के रूप में लिखा जाता है। हृदय की माँसपेशियों के सिकुड़ने पर पहली संख्या या सिस्टोलिक संख्या धमनियों के अंदर के दबाव को मापती है। दूसरी संख्या धमनियों में दबाव को मापती है, जब हृदय की धड़कन के बीच माँसपेशियों को आराम मिलता है। इस तरह जाँच करके बताया जा सकता है कि व्यक्ति का ब्लड प्रेशर हाई है या लो।
कितना होना चाहिए व्यक्ति का ब्लड प्रेशर
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, 120/80 ब्लड प्रेशर को सामान्य माना जाता है, जबकि 120/80 से 140/90 के बीच ब्लड प्रेशर को प्री-हाई ब्लड प्रेशर माना जाता है। 140/90 से ज़्यादा ब्लड प्रेशर को हाई ब्लड प्रेशर की स्थिति माना जाता है।
हाई ब्लड प्रेशर से बचने के उपाय
हाई ब्लड प्रेशर से बचने के लिए कम से कम नमक का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा तनाव में होने पर ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है, जो हानिकारक होता है। इसलिए तनाव से बचने की कोशिश करें। नियमित एक्सरसाइज करके भी हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से निजात पाई जा सकती है। साथ ही जंक फ़ूड से दूर रहें। नींद की कमी भी ब्लड प्रेशर बढ़ा देती है, इसलिए रोज़ाना कम से कम 6-7 घंटे की नींद ज़रूर लें।
हाई ब्लड प्रेशर में फ़ायदेमंद हैं ये प्राकृतिक फ़ूड
हाई ब्लड प्रेशर होने पर अपनी लाइफस्टाइल और खानपान में बदलाव करके इसे नियंत्रित किया जा सकता है। नमक की मात्रा कम करने के अलावा कुछ फ़ूड्स को अपनी डाइट में शामिल करके आप इससे निजात पा सकते हैं।
केला और पालक
केला मीठा होने के साथ ही सोडियम रहित होता है। इसमें भरपूर मात्रा में पोटैशियम पाया जाता है, जो ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है। केले को आप कई तरह से खा सकते हैं। इसे दही के साथ खाना ज़्यादा फ़ायदेमंद होता है। वहीं, पालक में कम कैलोरी, ज़्यादा फाइबर, पोटैशियम, फोलेट, मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करते हैं। इसलिए पालक को अपनी डाइट का हिस्सा ज़रूर बनाएँ।
ओटमील और एवोकाडो
ओटमील में फाइबर होता है, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने का काम करता है। यह धमनियों के अंदर और बाहर दोनों दबाव को कम करता है। इसे आप दूध या फल के साथ बनाकर खा सकते हैं। एवोकाडो में पाया जाने वाला ओलिक एसिड हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकता है। इसमें पोटैशियम और फोलेट भी होता है, जो दिल को स्वस्थ रखता है। इसमें विटामिन A, B, E, K और फाइबर होता है।
तरबूज़ और चुकंदर
तरबूज़ में एल-सिट्रीलाइन नमक एक एमिनो एसिड होता है, जो ब्लड प्रेशर को कम करता है। इसके अलावा इसमें फाइबर, लाइकोपीन, विटामिन A और पोटैशियम भी होता है। इसलिए यह स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। चुकंदर में नाइट्रेट पाया जाता है, जो रक्त वाहिकाओं यानी धमनियों को आराम देता है और रक्त प्रवाह में सुधार करता है। एक गिलास चुकंदर का जूस पीने से ब्लड प्रेशर में पाँच अंक तक की गिरावट आ सकती है।
सूरजमुखी के बीज और संतरा
सूरजमुखी के बीज में विटामिन E, फोलिक एसिड, प्रोटीन और फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है। एक मुट्ठी सूरजमुखी का बीज आपको हाई ब्लड प्रेशर और हृदय संबंधी समस्याओं से छुटकारा दिला सकता है। संतरा विटामिन से भरपूर फल है। इसका सेवन ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए किया जा सकता है। इसमें विटामिन C और फाइबर पाया जाता है। स्वस्थ रहने के लिए संतरे का जूस पीएँ या पूरा फल खाएँ।