मेटाबॉलिज़्म बढ़ाकर तेज़ी से वजन घटाने में मदद करते हैं ये उपाय, आज ही अपनाएँ
बढ़ते वजन की वजह से आज के समय में लोगों को तरह-तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। बढ़ते वजन से बचने के लिए लोग एक्सरसाइज करते हैं, इसके बाद भी वजन कम नहीं होता है। क्या आपने कभी ये सोचा है कि आप जो खाते हैं और एक्सरसाइज करते हैं, उसका फ़ायदा क्यों नहीं होता है? आपको बता दें ऐसा मेटाबॉलिज़्म की वजह से होता है। आज हम आपको कुछ उपाय बताएँगे, जिससे आपका मेटाबॉलिज़्म बूस्ट होगा।
क्या होता है मेटाबॉलिज़्म
मेटाबॉलिज़्म एक ऐसी प्रक्रिया है, जो खाने को ऊर्जा में बदलकर शरीर को सेल्स बनाने में मदद करता है। इसकी प्रक्रिया धीमी होने पर मोटापा, थकावट, डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
समय से करें एक्सरसाइज और लें स्ट्रेंथ ट्रेनिंग
एक्सरसाइज करने से न केवल कैलोरी बर्न होती है, बल्कि इससे मेटाबॉलिज़्म भी बूस्ट होता है। जानकारों के अनुसार, मेटाबॉलिज़्म बढ़ाने और वजन कम करने के लिए नियमित समय से एक घंटे एक्सरसाइज करें। मांसपेशियाँ कैलोरी बर्न करने में सहायक होती हैं, इसलिए अपनी स्ट्रेंथ ट्रेनिंग पर ख़ास ध्यान दें। इससे मांसपेशियाँ मज़बूत होती हैं और कैलोरी बर्न करने में मदद करती हैं। इसलिए सप्ताह में दो घंटे की स्ट्रेंथ ट्रेनिंग ज़रूर करें।
ज़रूर करें ब्रेकफास्ट और कार्डियो एक्सरसाइज
ब्रेकफास्ट पूरे दिन की सबसे महत्वपूर्ण डाइट होती है। इससे दिनभर ऊर्जा मिलने के साथ ही मेटाबॉलिज़्म भी बूस्ट होता है। इसलिए ब्रेकफास्ट करना ज़रूरी है, इसके साथ ही इसका समय पर करना और भी ज़्यादा ज़रूरी होता है। मेटाबॉलिज़्म बूस्ट करने के लिए कार्डियो एक्सरसाइज करना बहुत ज़रूरी होता है। शोधकर्ताओं के अनुसार, रोज़ाना 45 मिनट की कार्डियो एक्सरसाइज से मेटाबॉलिज़्म तेज़ी से बूस्ट होता है और दो सप्ताह में एक पाउंड तक कैलोरी बर्न हो सकता है।
डाइटिंग के लिए भोजन न छोड़ें और तनाव से दूर रहें
ज़्यादातर लोग वजन कम करने के लिए डाइटिंग की वजह से भोजन छोड़ देते हैं, जबकि यह गलत है। इससे कमज़ोरी आती है और मेटाबॉलिज़्म कम होने की वजह से वजन कम नहीं होता है। ज़्यादा तनाव लेने की वजह से शरीर में कार्टिसोल हार्मोन का स्तर तेज़ी से बढ़ने लगता है, जो मेटाबॉलिज़्म की प्रक्रिया को धीमा कर देता है। इससे मोटापे के साथ ही अन्य बीमारियों का ख़तरा भी बढ़ जाता है। इसलिए तनाव से बचे रहें।
ज़्यादा से ज़्यादा करें साबुत अनाज का सेवन
संतुलित साबुत अनाज और इसके नियमित सेवन से आप अपने मेटाबॉलिज़्म को बढ़ाने के साथ-साथ फैट को भी कम कर सकते हैं। साथ ही इसके सेवन से शरीर से ज़हरीले तत्व भी बाहर निकल जाते हैं।