अपने दिमाग की क्षमता को बढ़ाने के लिए करें ये पाँच योगासन
भागदौड़ भरी ज़िंदगी, काम का बोझ, अस्वस्थ जीवन, तनाव और चिंता व्यक्ति का मानसिक स्वास्थ्य बिगाड़ देती हैं। हालाँकि, आपको इसके लिए ज़्यादा चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। इसने छुटकारा पाने के लिए आप प्राचीन योग अभ्यास का पालन करें, जो आपके दिमाग को आराम देते हैं और रक्त के प्रवाह में सुधार करते हैं। इससे संतुलन भी बढ़ता है और दिमाग के कार्य में सुधार होता है। यहाँ दिमाग की क्षमता बढ़ाने वाले पाँच योगासन बताए गए हैं।
सेतु बंध सर्वांगासन या ब्रिज पोज: यह आपके दिमाग और तंत्रिका तंत्र को शांत करेगा
सेतु बंध सर्वांगासन करने के लिए पीठ के बल लेट जाएँ और शरीर के बगल में हाथ रखते हुए हथेलियों को नीचे की तरफ़ रखें। अब घुटनों को मोड़ें और पैरों को फ़र्श पर रखें। इसके अलावा अपने कंधों, हाथों और पैरों का सहारा लेते हुए अपनी पीठ को फ़र्श से उठाएँ। इस दौरान धीरे-धीरे गहरी साँस लेते रहें। एक मिनट के लिए इस मुद्रा में बने रहें और बाद में सामान्य अवस्था में आ जाएँ। फिर पुनः दोबारा करें।
सर्वांगासन (शोल्डर स्टैंड): इससे दिमाग में होगा रक्त के प्रवाह में सुधार
आपके मन और शरीर को मज़बूत बनाने, लचीलेपन को बढ़ाने और आपके तंत्रिका तंत्र को स्थिर करके, सर्वांगासन आपके दिमाग की शक्ति में सुधार करने में मदद करता है। इसे करने के लिए पीठ के बल सीधे लेट जाएँ, साथ ही आपके पैर एक साथ चिपके होने चाहिए। अब धीरे-धीरे अपने पैरों को ऊपर उठाते हुए शरीर से 90 डिग्री का कोण बनाएँ। आप अपनी कोहनी को चटाई पर झुकाकर अपनी पीठ को अपनी हथेलियों से सहारा दे सकते हैं।
हलासन (प्लो पोज): तनाव और थकान कम करने में करे मदद
हलासन या प्लो पोज दिमाग में रक्त के प्रवाह को बेहतर बनाने, तंत्रिका तंत्र को शांत करने और तनाव एवं थकान से लड़ने में मदद करता है। कंधे की स्थिति से अपने पैर की उँगलियों को फ़र्श पर लाने के लिए अपने कुल्हों को मोड़ें। अपने हाथों को एक साथ पकड़ें और अपनी पीठ के पीछे अपने अग्र भुजाओं को फैलाएँ। जब तक आरामदायक हो, आप इसी स्थिति में बने रहें। बाद में थोड़ी देर आराम करें फिर पुनः करें।
वज्रासन (डायमंड पोज): रक्त प्रवाह को बेहतर बनाए और दिमाग को शांत करे
भोजन करने के ठीक बाद करने के लिए सबसे आसान आसनों में से एक वज्रासन या डायमंड पोज है। इसे करने से मन शांत होता है, पाचन में सुधार होता है और रक्त संचार में बढ़ोतरी होती है। इसे करने के लिए अपनी पिंडली की माँसपेशियों के ऊपर अपनी जाँघों को रखकर फ़र्श या चटाई पर सीधे बैठें। कुछ मिनट तक इसी स्थिति में बने रहें और अपनी श्वास लय पर ध्यान दें। बाद में सामान्य मुद्रा में आ जाएँ।
शवासन (कॉर्प्स पोज) तनाव और चिंता से लड़ने में करे मदद
शवासन या लाश मुद्रा, आपके मन और शरीर को शांत करता है। इस तरह यह आसन तनाव, चिंता और अवसाद को दूर करता है, जिससे आपके दिमाग की शक्ति में सुधार होता है। शवासन को करने के लिए अपनी पीठ के बल सीधे लेट जाएँ और दोनों हाथों को बगल में रखते हुए अपनी दोनों हथेलियों को ऊपर की तरफ खुला रखें। कुछ मिनट के लिए इसी स्थिति में बने रहें और फिर सामान्य अवस्था में आ जाएँ।