वजन घटाने के लिए गर्मियों में खाएँ अंकुरित अनाज, मिलेंगे अन्य कई शारीरिक फ़ायदे
अनाज खाना सेहत के लिए बहुत फ़ायदेमंद होता है, लेकिन अंकुरित अनाज खाना सेहत के लिए उससे भी ज़्यादा फ़ायदेमंद होता है। इनमें प्रोटीन, विटामिंस, मिनरल्स, फाइबर, फ़ास्फोरस, मैग्नीशियम और आयरन की भरपूर मात्रा पाई जाती है। अंकुरित अनाज न केवल वजन घटाता है, बल्कि इसके सेवन से डायबिटीज जैसी बीमारियाँ भी दूर रहती है। आइए आज हम आपको अंकुरित अनाज खाने से होने वाले अनोखे फ़ायदे के बारे में बताते हैं।
शरीर से ज़हरीले तत्वों को बाहर निकालकर वजन कम करे
अंकुरित अनाजों में भरपूर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट पाया जाता है, जो शरीर से ज़हरीले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है। इसकी वजह से आप क़ब्ज़ और पेट से जुड़ी कई तरह की समस्याओं से बचे रहते हैं। वजन घटाने वालों के लिए अंकुरित मूँग दाल खाना फ़ायदेमंद होता है। सुबह नाश्ते में एक कटोरी अंकुरित अनाज खाने से दिनभर पेट भरा रहता है। इससे आप ओवरइटिंग से बचे रहते हैं और वजन कम होता है।
डायबिटीज और कैंसर से बचाव
डायबिटीज के रोगियों को दिन में बार-बार भूख लगती है। ऐसे में अंकुरित अनाजों का सेवन बहुत अच्छा माना जाता है। इसके सेवन से शुगर स्तर भी नियंत्रित रहता है। इसलिए डायबिटीज के मरीज़ों को नियमित अंकुरित अनाज खाना चाहिए। नियमित अंकुरित अनाज खाने से कोलोन, ब्रेस्ट और अन्य कई तरह से कैंसर से बचाव होता है। इसके अलावा इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट तत्व ट्यूमर जैसी ख़तरनाक बीमारियों से भी बचाते हैं।
दिल और आँखों को रखे स्वस्थ
अंकुरित अनाज में ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है, जो दिल के लिए फ़ायदेमंद होता है। इससे कार्डियोवस्कुलर, उच्च रक्तचाप और हार्ट अटैक का ख़तरा कम होता है। यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कम करता है। अंकुरित अनाजों में प्रोटीन, मिनरल्स और विटामिन A की भरपूर मात्रा पाई जाती हैं, जिससे आँखों की रोशनी बढ़ती है। इसको खाने से दिमाग भी तेज़ रहता है, इससे बुढ़ापे में आप अल्ज़ाइमर से बचे रहते हैं।
प्रेग्नेंसी में फ़ायदेमंद और मज़बूत प्रतिरोधक क्षमता
प्रेग्नेंसी में महिलाओं को अपनी डाइट का ख़ास ख़्याल रखना पड़ता है। ऐसे में अंकुरित अनाजों का सेवन करें। इससे माँ और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य को लाभ होता है। साथ ही प्रेग्नेंसी में ख़ून की कमी भी नहीं होती है। नियमित अंकुरित अनाजों का सेवन करने से प्रतिरोधक क्षमता मज़बूत रहती है, जिससे बैक्टीरियल इंफ़ेक्शन से बचाव होता है। इसके अलावा पाचन शक्ति भी बढ़ती है और पेट संबंधी समस्याओं से बचाव होता है।