ये हैं भारत के 5 मशहूर लोक फेस्टिवल, एक बार जरूर जाएं
भारत अपनी समृद्ध संस्कृति, विरासत, रीति-रिवाजों और परंपराओं के लिए काफी प्रसिद्ध है। यहां शिष्टाचार, तहजीब, सभ्य भाषा, धार्मिक संस्कार, मान्यताएं और मूल्य आदि संस्कृति के महत्वपूर्ण तत्व हैं। यहां दीवाली और होली जैसे लोकप्रिय त्योहारों के अलावा छोटे गांवों और कस्बों में पारंपरिक गीत, डांस और साहसिक खेलों से सजे कई अन्य शानदार लोक उत्सव भी मनाए जाते हैं। आइए आज ऐसे ही पांच लोकप्रिय लोक सांस्कृतिक फेस्टिवल्स के बारे में जानते हैं।
मोत्सु फेस्टिवल, नागालैंड
यह फेस्टिवल नागालैंड के मोकोकचुंग में एओ जनजाति द्वारा गर्मी के मौसम में हर साल मनाया जाता है। मोत्सु फेस्टिवल तीन दिवसीय आदिवासी त्योहार है और आदिवासी समुदाय के बीच प्रेम, सद्भाव और संबंध का प्रतीक माना जाता है। यह गर्मियों की फसलों की बुवाई के तुरंत बाद मनाया जाता है। इस फेस्टिवल के दौरान लोग अलाव के आसपास पारंपरिक लोक नृत्य करते हैं और आदिवासी महिलाएं चावल की बीयर के साथ स्थानीय खाना परोसती हैं।
हेमिस फेस्टिवल, लद्दाख
लद्दाख का हेमिस फेस्टिवल 300 साल पुराना है और यह बौद्धों द्वारा जून या जुलाई में मनाया जाता है। यह फेस्टिवल तिब्बतियों के नए साल की शुरुआत के 10वें दिन होता है और यह गुरु पद्मसंभव की जयंती के रूप में मनाया जाता है। इस फेस्टिवल का आयोजन लद्दाख के हेमिस मॉन्टेसरी में ही किया जाता है और इसका मुख्य कार्यक्रम चाम नामक एक मास्क डांस है, जो बौद्ध भिक्षुओं द्वारा किया जाता है।
जैसलमेर डेजर्ट फेस्टिवल, राजस्थान
राजस्थान सरकार द्वारा आयोजित जैसलमेर डेजर्ट फेस्टिवल तीन दिवसीय कार्यक्रम है, जिसे राज्य में बड़े ही जोश और उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह फेस्टिवल हर साल फरवरी में थार रेगिस्तान के खूबसूरत रेत के टीलों के बीच आयोजित होता है। इसमें लोकगीत, कठपुतलियों का खेल, आग के साथ खेल और लोक नृत्य का प्रदर्शन किया जाता है। इसके अलावा इसमें कालबेलिया प्रदर्शन, ऊंट की सवारी और पगड़ी बांधने की प्रतियोगिताएं भी होती हैं।
चिथिरई फेस्टिवल, तमिलनाडु
चिथिरई फेस्टिवल हर साल अप्रैल के महीने में तमिलनाडु के मदुरै में मीनाक्षी अम्मन मंदिर में मनाया जाता है। यह फेस्टिवल भगवान सुंदरेश्वर और देवी मीनाक्षी की शादी का प्रतीक है। इस कार्यक्रम का आयोजन देवी-देवताओं की मूर्तियों से भरे स्वर्ण रथों के जुलूस के साथ किया जाता है, जिसमें लोग धार्मिक गीतों पर डांस करते हैं। इस दौरान मंदिर को बहुत ही खूबसूरती से सजाया जाता है।
बिहू फेस्टिवल, असम
बिहू फेस्टिवल असम के सबसे लोकप्रिय गर्मियों के त्योहारों में से एक है। इस त्योहार को नए असमी साल की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। असम में अप्रैल के महीने में बोहाग बिहू, अक्टूबर में कटि बिहू और जनवरी में माघ बिहू नामक कुल 3 प्रकार के बिहू फेस्टिवल मनाए जाते हैं। इनमें से बोहाग बिहू सबसे लोकप्रिय है और इसे पारंपरिक डांस और संगीत के प्रदर्शन के साथ 7 दिनों तक मनाया जाता है।