किसान प्रदर्शन: वॉटर कैनन बंद करने वाले युवक के खिलाफ हत्या की कोशिश का मामला दर्ज
क्या है खबर?
हरियाणा में किसानों के प्रदर्शन के दौरान पुलिस की वॉटर कैनन बंद करने वाले एक युवक के खिलाफ हत्या की कोशिश जैसा संगीन मामला दर्ज किया गया है।
हरियाणा के अंबाला के रहने वाले 26 वर्षीय नवदीप सिंह का वॉटर कैनन बंद करते हुए का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था और लोगों ने उसकी जमकर प्रशंसा की थी।
अब पुलिस ने उसके खिलाफ हत्या की कोशिश के साथ-साथ दंगा करने का मामला भी दर्ज किया है।
पृष्ठभूमि
क्या है पूरा मामला?
घटना बुधवार को अंबाला जिले में मोहरा गांव की अनाज मंडी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-44 पर हुई। यहां पुलिस ने बैरिकेडिंग और पत्थरों की मदद से दिल्ली की तरफ जा रहे किसानों को रोका हुआ था और उन पर वॉटर कैनन का उपयोग कर रहे थे।
इसी दौरान किसान नेता जय सिंह का पुत्र नवदीप वॉटर कैनन की गाड़ी 'वरुण' पर चढ़ गया और वॉटर कैनन को बंद कर दिया। इसके बाद वह एक ट्रैक्टर ट्रॉली में कूद गया।
प्रशंसा
सोशल मीडिया पर जमकर हुई नवदीप के साहस की प्रशंसा
इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हुआ है जिसमें नवदीप को वरुण पर चढ़कर वॉटर कैनन को बंद करते हुए और फिर एक ट्रैक्टर ट्रॉली में कूदते हुए देखा जा सकता है। कई जाने-पहचाने नामों ने भी उसके इस साहस की तारीफ की थी।
हालांकि नवदीप का ये काम पुलिस के गले नहीं उतरा और उसके खिलाफ हत्या की कोशिश, दंगा और कोविड-19 नियमों का उल्लंघन करने की धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
ट्विटर पोस्ट
देखें घटना का वीडियो
How a young farmer from Ambala Navdeep Singh braved police lathis to climb and turn off the water cannon tap and jump back on to a tractor trolley #farmersprotest pic.twitter.com/Kzr1WJggQI
— Ranjan Mistry (@mistryofficial) November 27, 2020
बयान
नवदीप बोले- किसानों को चोट पहुंचा रहा था वॉटर कैनन
2015 में कुरूक्षेत्र यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन करने वाले नवदीप ने मामले पर टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कहा, "अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद मैंने अपने पिता, जो किसान नेता हैं, के साथ खेती करना शुरू किया। मैं कभी किसी गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त नहीं रहा और प्रदर्शनकारी किसानों की प्रतिबद्धता देखकर मुझे वाहन पर चढ़ने और टैप को बंद करने की हिम्मत आई क्योंकि यह उन्हें चोट पहुंचा रहा था।"
बयान
किसानों को प्रदर्शन करने का पूरा हक- नवदीप
नवदीप ने कहा, "शांतिपूर्वक प्रदर्शन करते हुए हम दिल्ली के लिए रास्ता देने की मांग कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने हमारा रास्ता रोक दिया। अगर कोई जन-विरोधी कानून पारित होता है तो हमें सरकार पर सवाल उठाने और विरोध करने का पूरा हक है।"
पुलिस का रवैया
नवदीप बोले- पुलिस ने डंडे मारे, लेकिन कोई नाराजगी नहीं
वॉटर कैनन बंद करने की घटना के बारे में नवदीप ने कहा, "मैं एक ट्रैक्टर-ट्रॉली से वॉटर कैनन ट्रक के ऊपर चढ़ा और टोंटी तक पहुंचने के बाद इसे बंद कर दिया। मेरा पीछा करते हुए एक पुलिसकर्मी भी ऊपर चढ़ आया, लेकिन तब तक मेरा भाई अपने ट्रैक्टर को मेरे पास ले आया और मैं इसमें कूद गया। पुलिस ने मेरे पैरों में डंडे मारे, लेकिन मुझे कोई नाराजगी नहीं है क्योंकि वे अपना कार्य कर रहे हैं।"
प्रदर्शन
बीते कई दिन से सड़कों पर हैं किसान
बता दें कि केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के विरोध में कई राज्यों, विशेषकर पंजाब और हरियाणा, के किसान 25 नवंबर से ही दिल्ली मार्च पर निकले हुए हैं और उन्हें दिल्ली पहुंचने से रोकने की हरियाणा पुलिस की तमाम कोशिशें नाकाम रही हैं।
इन किसानों ने कल रात दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर गुजारी और दिल्ली सरकार ने उन्हें बुराड़ी के निरंकारी मैदान में प्रदर्शन करने की इजाजत दे दी है। हालांकि किसान इस जगह से खुश नहीं हैं।
विरोध की वजह
क्या है कृषि विधेयकों का पूरा मामला?
मोदी सरकार कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए तीन कानून लेकर लाई है जिनमें सरकारी मंडियों के बाहर खरीद के लिए व्यापारिक इलाके बनाने, अनुबंध खेती को मंजूरी देने और कई अनाजों और दालों की भंडार सीमा खत्म करने समेत कई प्रावधान किए गए हैं।
पंजाब और हरियाणा समेत कई राज्यों के किसान इन कानूनों का जमकर विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि इनके जरिये सरकार मंडियों और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से छुटकारा पाना चाहती है।