विश्व बैंक ने भारत के लिए मंजूर किया लगभग 7,500 करोड़ रुपये का फंड
क्या है खबर?
विश्व बैंक ने भारत के लिए एक अरब डॉलर (लगभग 7,500 करोड़ रुपये) का फंड मंजूर किया है जिसका इस्तेमाल कोरोना वायरस संकट के दौरान शहरी गरीबों और प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए किया जाएगा।
इस फंड का मुख्य उद्देश्य भारत को उसकी 400 से अधिक सामाजिक सुरक्षा की योजनाओं को तकनीक से जोड़ने में मदद प्रदान करना है।
विश्व बैंक के अधिकारियों ने इसे शहरी गरीबों की मदद के लिए एक अहम प्रोजेक्ट बताया है।
फंड
चरणों में भारत के पास पहुंचेगा फंड
विश्व बैंक भारत को जो एक अरब डॉलर देगा, उसमें से 55 करोड़ डॉलर रियायती कर्ज देने वाली विश्व बैंक की संस्था अंतरराष्ट्रीय विकास संघ (IDA) से कर्ज लेकर दिए जाएंगे।
वहीं 20 करोड़ डॉलर का पुनर्निर्माण और विकास अंतरराष्ट्रीय बैंक (IBRD) से लोन लिया जाएगा। ये लोन 18.5 साल के लिए होगा और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त पांच साल दिए जा सकते हैं।
बाकी बचे 25 करोड़ डॉलर 30 जून, 2020 के बाद दिए जाएंगे।
बयान
विश्व बैंक के अधिकारी ने कहा- प्रधानमंत्री का आत्मनिर्भर अभियान अहम
विश्व बैंक के भारत निदेशक जुनैद अहमद ने एक अरब डॉलर के इस फंड पर कहा कि ये शहरी गरीबों को प्रदान की जाने वाली सामाजिक सुरक्षा को ग्रामीण इलाकों के बराबर संतुलित करने में अहम होगा।
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री का आत्मनिर्भर अभियान दिशा प्रदान करने के मामले में बहुत महत्वपूर्ण है और भारत COVID-19 के बाद जीवन और आजीविका बचाने में अंतर नहीं कर रहा है।"
बयान
तीन क्षेत्रों में भारत सरकार के साथ साझेदारी करेगा विश्व बैंक
अहमद ने कहा कि विश्व बैंक तीन क्षेत्रों- स्वास्थ्य, सामाजिक सुरक्षा और कुटीर, लघु और मध्यम उद्योग (MSME)- में भारत सरकार के साथ साझेदारी करेगा।
वहीं विश्व बैंक के वरिष्ठ अधिकारी श्रेयाणा भट्टाचार्य ने कहा, "विश्व बैंक ने कहा कि सरकार के साथ सहयोग का लक्ष्य माध्यमों को एकीकृत करना है ताकि लोगों को सामाजिक सेवाओं को लाभ उठाने के लिए एक स्थान से दूसरे स्थान पर न भागना पड़े।"
अन्य मदद
पिछले महीने भी विश्व बैंक ने दिए थे एक अरब डॉलर, ब्रिक्स बैंक ने भी दिए
इससे पहले पिछले महीने भी भारत ने कोरोना वायरस संकट से लड़ने के लिए भारत को एक अरब डॉलर का पैकेज दिया था। इस तरीके से एक महीने के अंदर विश्व बैंक भारत को दो अरब डॉलर की मदद प्रदान कर चुका है।
इसके अलावा हाल ही में ब्रिक्स बैंक ने भी भारत को कोरोना वायरस से लड़ाई के लिए एक अरब डॉलर का लोन दिया था। ब्रिक्स भारत, चीन, ब्राजील, रूस और दक्षिण अफ्रीका का समूह है।
आर्थिक पैकेज
भारत ने घोषित किया है 20 लाख करोड़ रुपये का आर्थिक पैकेज
भारत को ये मदद ऐसे समय पर मिली हैं जब वह गरीबों और उद्योगों की मदद के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का ऐलान कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश के नाम संबोधन में इसकी घोषणा की थी।
इस पैकेज को 'आत्मनिर्भर भारत अभियान' नाम दिया गया है और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पिछले दो दिन से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी विस्तृत जानकारी दे रही हैं।