उत्तर प्रदेश: मां-बेटी ने मुख्यमंत्री कार्यालय के बाहर खुद पर केरोसिन छिड़ककर लगाई आग, हालत गंभीर
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मां-बेटी द्वारा मुख्यमंत्री कार्यालय लोकभवन के सामने खुद पर केरोसिन छिड़ककर आत्मदाह का प्रयास करने की चौंकाने वाली घटना सामने आई है।
लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने आग बुझाकर दोनो मां-बेटी को सिविल अस्पताल में पहुंचाया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। घटना से पूरे प्रशासनिक अमले में हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस घटना के पीछे के कारणों की जांच में जुटी हुई है।
वारदात
मां-बेटी ने लोकभवन के बाहर पहुंचकर लगाई खुद को आग
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (ADCP) चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि अमेठी जिले के जामो थाना क्षेत्र निवासी सोफिया (56) अपनी बेटी गुड़िया (28) के साथ शुक्रवार शाम करीब 05:30 बजे लोकभवन के सामने पहुंची थी।
इस दौरान दोनों ने पहले खुद पर केरोसिन छिड़क लिया और फिर आग लगा दी। आग की लपटों से घिरी दोनों मां-बेटी को देखकर वहां पहुंची पुलिस ने आग बुझाई और फिर सिविल अस्पताल में भर्ती कराया।
कारण
जमीन और पानी निकासी विवाद में प्रशासन के मदद नहीं करने पर उठाया कदम
ADCP सिन्हा ने बताया कि सोफिया का अपने गांव में कुछ लोगों से जमीन और पानी निकासी को लेकर विवाद चल रहा है। कब्जा करने वाले लोग कई बार उन्हें परेशान कर चुके हैं।
कुछ दिन पहले दोनों पर हमला भी किया गया था। इस संबंध में उन्होंने जामो पुलिस और उपखंड अधिकारी के यहां शिकायत भी की थीं, लेकिन किसी से मदद नहीं मिली। इससे दुखी होकर उन्होंने मुख्यमंत्री कार्यालय के बाहर पहुंचकर यह खौफनाक कदम उठा लिया।
जानकारी
मां-बेटी की चीख-पुकार से हतप्रभ रह गए लोग
ADCP सिन्हा ने बताया कि वारदात के बाद दो मां-बेटी जोर-जोर से चीखते हुए छटपटाने लग गई, लेकिन किसी कि आग को बझ़ाने की हिम्मत नहीं हुई। उस दौरान वहां पहुंचे दो पुलिसकर्मियों ने चद्दर लाकर आग बुझाई और अस्पताल पहुंचाया।
जांच
अमेठी पुलिस से मंगवाई जा रही है मामले की पूरी जानकारी
ADCP सिन्हा ने बताया कि पुलिस और प्रशासन की अनदेखी के चलते मां-बेटी द्वारा इस तरह का खौफनाक कदम उठाया जाना गंभीर मामला है।
अमेठी पुलिस को मामले की जानकारी दी है तथा महिला की जमीन को लेकर चल रहे विवाद की पूरी जानकारी मंगवाई गई है।
उन्होंने बताया कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि चिकित्सा टीम मां-बेटी की स्थिति पर नजरें बनाए हुए हैं।
प्रतिक्रिया
बसपा सुप्रीमो मायावती ने की दोषियों पर कार्रवाई की मांग
घटना को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट किया, 'जमीनी विवाद में अमेठी जिला प्रशासन से न्याय न मिलने पर मां-बेटी को लखनऊ में मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने आत्मदाह का प्रयास करने को मजबूर होना पड़ा।
उत्तर प्रदेश सरकार इस घटना को गम्भीरता से ले, पीड़ितों को न्याय दे और लापरवाह अफसरों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करे ताकि ऐसी घटना दुबारा न हों।"
सवाल
सपा प्रमुख ने सरकार पर दागे सवाल
घटना को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, 'लोकभवन के सामने दो महिलाओं द्वारा आत्मदाह के प्रयास की घटना सोती हुई सरकार को जगाने के लिए क्या काफी नहीं है या फिर असंवेदनशील सरकार एवं मुख्यमंत्री किसी और बड़ी दुर्घटना का इंतजार कर रहे हैं। क्या उत्तर प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज़ है!'
उन्होंने सरकार से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए पीडि़तों को न्याय दिलाने की मांग की है।