पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग के भाई को क्यों गिरफ्तार किया गया? जानिए पूरा मामला
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग के भाई विनोद सहवाग को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। उन पर 7 करोड़ रुपये के चेक बाउंस का आरोप है।
चंडीगढ़ की मनीमाजरा थाना पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट में पेश किया था, जिसके बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
यह मामला 2 साल पुराना है, जो चेक बाउंस से जुड़ा है। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला?
मामला
क्या है पूरा मामला?
हिमाचल प्रदेश के बद्दी स्थित श्री नैना प्लास्टिक फैक्ट्री के मालिक कृष्ण मोहन ने 2 साल पहले शिकायत दर्ज कराई थी।
शिकायत ने उन्होंने बताया कि दिल्ली की जाल्टा फूंड एंज बेवरेजेस कंपनी ने उनसे कुछ माल खरीदा था, जिसके लिए कंपनी ने 7 करोड़ रुपये का चेक जारी किया था।
उन्होंने जब चेक मनीमाजरा स्थित ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स में जमा किया, तो खाते में पर्याप्त धनराशि न होने से चेक बाउंस हो गया।
शिकायत
भुगतान न मिलने पर कोर्ट पहुंचे थे फैक्ट्री मालिक
भुगतान न मिलने पर कृष्ण मोहन ने कोर्ट में जाल्टा कंपनी के निदेशक विनोद सहवाग, विष्णु मित्तल और सुधीर मल्होत्रा पर नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट (NI) की धारा 138 के तहत मामला दायर किया।
कोर्ट ने तीनों आरोपियों को हाजिर होने को कहा, जिसकी अवहेलना करने पर उन्हें 2022 में भगोड़ा घोषित कर पुलिस को मामला दर्ज करने का आदेश दिया।
25 सितंबर 2023 को मनीमाजरा पुलिस ने धारा 174 (कोर्ट के आदेश की अवहेलना) के तहत मामला दर्ज किया था।
सुनवाई
अब 10 मार्च को होगी सुनवाई
मामले के तहत पुलिस ने गुरुवार को सहवाग को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेजा गया है।
इस दौरान सहवाग ने अपने खिलाफ दर्ज 174 के मामले में जमानत अर्जी लगाई है। कोर्ट में मनीमाजरा पुलिस को 10 मार्च तक जवाब देने को कहा है।
मामले की सुनवाई अब 10 मार्च को होगी। इसके अलावा चेक बाउंस से जुड़े 138 के मामलों में कोर्ट सुनवाई कर आगे की कार्यवाही तय करेगी।
जानकारी
पहले भी विवादों में रहे हैं विनोद सहवाग
विनोद सहवाग का यह पहला मामला नहीं है, जब उन पर आर्थिक और वित्तीय धोखाधड़ी के आरोप लगे हों। इससे पहले भी उन पर आरोप लगे थे। इस बार बात गिरफ्तारी तक पहुंच गई है, जिससे मामला गंभीर हो गया है।