कोरोना वायरस: मरीजों को क्यों और कितनी ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है और कॉन्सेंट्रेटर्स कितने कारगर?
क्या है खबर?
कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने भारत की स्वास्थ्य व्यवस्था की कमर तोड़ कर रख दी है और राजधानी दिल्ली समेत कई राज्य ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे हैं।
हमारे गृह पर भरपूर मात्रा में उपलब्ध यह गैस इस समय "दुर्लभ" बनी हुई है और कई जगहों पर ऑक्सीजन की कमी की वजह से कोरोना मरीजों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।
आइए जानते हैं कि कोरोना के किन मरीजों को ऑक्सीजन की क्यों और कितनी जरूरत पड़ती है।
मरीज
कितने और किन मरीजों को पड़ती है ऑक्सीजन की जरूरत?
अभी तक के अध्ययनों के मुताबिक, कोरोना वायरस के औसतन 10 प्रतिशत मरीजों को किसी न किसी रूप में ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत पड़ती है।
दरअसल, एक इंसान प्रति घंटा 7-8 लीटर हवा लेता और छोड़ता है। जो हवा वह लेता है, उसमें 21 प्रतिशत और जो हवा वह छोड़ता है उसमें 15 प्रतिशत ऑक्सीजन होती है।
बाकी ऑक्सीजन को फेफड़े सोख लेते हैं। जिन मरीजों के फेफड़े इतनी ऑक्सीजन नहीं सोख पाते, उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत पड़ती है।
जरूरत
किस मरीज को कितनी ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है?
कोरोना वायरस के किस मरीज को कितनी ऑक्सीजन की जरूरत पड़ेगी, यह उसकी बीमारी की गंभीरता पर निर्भर करता है।
कुछ मरीजों को प्रति मिनट 1-2 लीटर और हर घंटे में 60-120 लीटर ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है।
वहीं कुछ गंभीर मरीजों को हाई फ्लो नैजल कैनुला (HFNC) के जरिए ऑक्सीजन देने की जरूरत पड़ती है। ऐसे मरीजों की 60 लीटर प्रति मिनट या 3,600 लीटर प्रति घंटे से लेकर 86,000 लीटर प्रति दिन ऑक्सीजन तक की मांग होती है।
उपकरण
क्या ऑक्सीजन की जरूरत पूरी करने के लिए काफी हैं कॉन्सेंट्रेटर्स?
मेडिकल ऑक्सीजन की किल्लत को देखते हुए कई लोग ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर्स का इस्तेमाल कर रहे हैं जो हवा से शुद्ध ऑक्सीजन बनाने का काम करते हैं।
ये कॉन्सेंट्रेटर्स शरीर में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ाने में सहायक होते हैं, लेकिन डॉक्टरों के अनुसार केवल 1-2 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन की आवश्कता वाले मरीजों के लिए यह लाभदायक है।
इससे अधिक ऑक्सीजन की आवश्यकता वाले मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराना बेहद जरूरी है।
संकेत
क्या हैं ऑक्सीजन की कमी के संकेत?
ऑक्सीजन की कमी का पता लगाने के लिए ऑक्सीमीटर का इस्तेमाल करें। अगर यह शरीर में ऑक्सीजन का स्तर 94 प्रतिशत से कम दिखाता है तो आपको चिंता करने की जरूरत है। 90 प्रतिशत से कम ऑक्सीजन वाले मरीजों को ऑक्सीजन सपोर्ट की आवश्यकता पड़ती है।
इसके अलावा छह मिनट चलने का टेस्ट करके भी देखे। अगर इससे पहले और बाद में आपके ऑक्सीजन के स्तर में 3 प्रतिशत से ज्यादा अंतर है तो आपकी चिंता करने की जरूरत है।
कोरोना का कहर
देश में क्या है कोरोना वायरस महामारी की स्थिति?
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 3,68,147 नए मामले सामने आए और 3,417 मरीजों की मौत हुई। देश में लगातार दूसरे दिन नए मामलों में कमी आई है।
इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,99,25,604 हो गई है। इनमें से 2,18,959 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है।
सक्रिय मामलों की संख्या 34 लाख के आंकड़े को पार करके 34,13,642 हो गई है।