विकास दुबे एनकाउंटर: राजनेताओं से लेकर मारे गए पुलिसवालों के परिवारों तक, जानिए किसने क्या कहा
कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे को पुलिस ने आज सुबह उज्जैन से कानपुर वापस लाते वक्त एनकाउंटर में ढेर कर दिया। घटना में चार पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर जहां मारे गए पुलिसकर्मियों के परिवार वालों ने खुशी जताते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस का आभार जताया हैं, वहीं विपक्षी दलों के नेताओं इस ने इस पर कई सवाल खड़े किए हैं। आइए जानें किसने क्या कहा।
पुलिसकर्मी की पिस्टल छीनकर भागे विकास दुबे को किया ढेर
पुलिस के अनुसार, उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्ट फोर्स (STF) की जिस गाड़ी में वह सवार था, वह कानपुर के बर्रा में अचानक पलट गई। हादसे में विकास और चार पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। इसी बीच विकास ने मौका पाकर STF के एक अधिकारी की पिस्टल छीन ली और भागना शुरू कर दिया। पुलिस ने घेराबंदी कर उसे आत्मसमर्पण के लिए कहा, लेकिन उसने फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में गोली लगने से उसकी मौत हो गई।
कई जवाबों से अच्छी खामोशी उसकी- राहुल गांधी
पुलिस द्वारा गैंगस्टर विकास दुबे का एनकाउंटर करने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने तंज कसा है। कांग्रेस नेता ने एक शायरी को ट्वीट कर लिखा, 'हजारों जवाबों से अच्छी है खामोशी उसकी, न जाने कितने सवालों की आबरू रख ली।' इसी तरह कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी तंज कसते हुए ट्वीट किया, 'अपराधी का अंत हो गया, अपराध और उसको सरंक्षण देने वाले लोगों का क्या?' हालांकि, राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में एनकाउंटर जिक्र नहीं किया।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने की विकास दुबे की कॉल डिटेल निकालने की मांग
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, 'दरअसल ये कार नहीं पलटी है, राज खुलने से सरकार पलटने से बचाई गई है।' उन्होंने मांग की है कि विकास दुबे के फोन की कॉल डिटेल निकाली जाएं, ताकि उसके संबंधों के बारे में पता लग सके और उसे बचाने वालों का खुलासा हो पाए। कुमार विश्वास ने ट्वीट किया, 'फिल्मी-पटकथाओं में तो वास्तविकता बची नहीं है पर वास्तविकताओं में खूब फिल्मी पटकथा बची हैं।'
बसपा सुप्रीमों मायावती ने की एनकाउंटर की उच्च स्तरीय जांच की मांग
बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट किया, 'कानपुर पुलिस हत्याकाण्ड की तथा साथ ही इसके मुख्य आरोपी दुर्दान्त विकास दुबे को मध्यप्रदेश से कानपुर लाते समय आज पुलिस की गाड़ी के पलटने व उसके भागने पर उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा उसे मार गिराए जाने आदि के समस्त मामलों की माननीय सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में निष्पक्ष जाँच होनी चाहिए।' उन्होंने लिखा, 'यह उच्च-स्तरीय जाँच इसलिए भी जरूरी है ताकि शहीद हुए 8 पुलिसकर्मियों को इन्साफ मिल सके।'
अदालत का काम है न्याय देना- महुआ मोइत्रा
विकास दुबे के एनकाउंटर पर तृणमूल कांग्रेस (TMC) की लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि न्याय देने का काम अदालत का है। पुलिस का काम आरोपी को उसके आगे पेश करना है। उन्होंने हैरानी जताई कि 'बीजेपी सरकार दोनों में कन्फ्यूज हो रही है।'
कई राजों से अब नहीं उठ पाएगा पर्दा- दिग्विजय सिंह
मध्य प्रदेश में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, 'जिसका शक था वह हो गया। विकास दुबे का किन-किन राजनैतिक लोगों से, पुलिस व अन्य शासकीय अधिकारियों से उसका संपर्क था, अब उजागर नहीं हो पाएगा। पिछले 3-4 दिनों में विकास दुबे के 2 अन्य साथियों का भी एनकाउंटर हुआ है, लेकिन तीनों एनकाउंटर का पैटर्न एक समान क्यों है?' कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तनखा ने भी एनकाउंटर पर सवाल उठाए हैं।
समाजवादी पार्टी ने उठाया बड़ा सवाल
सपा ने ट्वीट किया, 'विकास दुबे के साथ उन सभी सबूतों, साक्ष्यों का एनकाउंटर हो गया जिससे अपराधियों, पुलिस और सत्ता में बैठे उसके संरक्षकों का पर्दाफाश होता! विकास के जरिए उन सभी को बचाने की कोशिश की है जो नेक्सेस में उसके मददगार रहे?'
विकास दुबे के एनकाउंटर से मिली संतुष्टि
कानपुर में मारे गए आठ पुलिसकर्मियों में से एक कांस्टेबल सुल्तान सिंह की पत्नी उर्मिला ने कहा कि वह संतुष्ट है, लेकिन अब यह कैसे सामने आएगा कि कौन उसे (विकास दुबे) समर्थन दे रहा था? उससे पूछताछ करके यह खुलासा नहीं किया जा सकता था। वहीं कांस्टेबल जितेंद्र के पिता तीरथ पाल ने कहा, "मुझे उत्तर प्रदेश पुलिस पर बहुत गर्व है। आज उन्होंने जो कुछ भी किया है वह मेरी आत्मा को सांत्वना दे रहा है।"
विकास दुबे के एनकाउंटर से आत्मा को मिली शांति- घायल कांस्टबेल अजय कश्यप
विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद कांस्टेबल अजय कश्यप जो 3 जुलाई को कानपुर के बिकरू गांव में हुए मुठभेड़ में घायल हो गए थे, उन्होंने कहा इससे उनकी आत्मा को शांति मिली है। यह पुलिस और सरकार में जनता के विश्वास को बहाल करेगा।
लोकल पुलिस पर नहीं था भरोसा- मृतक CO देवेंद्र मिश्रा का भाई
CO देवेंद्र मिश्रा के भाई राजीव मिश्रा ने कहा, "मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भरोसा था, लेकिन लोकल पुलिस पर भरोसा नहीं था। मेरे भाई को मरवाने में दरोगा विनय तिवारी का हाथ था। उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की उम्मीद है। बदमाशों पर कार्रवाई सराहनीय है लेकिन अभी भी 16 बदमाश फरार हैं।" कांस्टेबल राहुल के परिजनों ने कहा कि उसके शांतिपाठ के समय एनकांटर की सूचना मिलने पर खुशी हुई अब उसके साथियों पर भी कार्रवाई हो।
कांस्टेबल सुल्तान सिंह के पिता ने जताई नाराजगी
विकास दुबे के एनकाउंटर पर झांसी के मृतक कांस्टेबल सुल्तान के पिता हरप्रसाद ने इस मामले में चौबेपुर थानाध्यक्ष व एक अन्य पुलिसकर्मी का भी एनकाउंटर करने की मांग की है। उनका कहना है कि ऐसे गद्दारों को जिंदा रहने का हक नहीं है।
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने किया पुलिस का बचाव
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कानून ने अपना काम किया है। अफसोस और मातम की बात उन लोगों के लिए होगी जो कल पकड़ लिया था तो कह रहे थे कि जिंदा क्यों पकड़ लिया? आज मर गया तो कह रहे हैं कि मर कैसे गया? उसके मरने से कई राज दफल हो गए हैं। मध्य प्रदेश की पुलिस ने अपना किया और विकास दुबे को गिरफ्तार करके उत्तर प्रदेश पुलिस के हवाले कर दिया।