#NewsBytesExplainer: एक भारतीय और पाकिस्तानी नागरिक के बीच शादी को लेकर कानून क्या कहता है?
क्या है खबर?
पाकिस्तान छोड़कर अपने भारतीय प्रेमी से शादी रचाने वाली सीमा हैदर का नाम इन दिनों काफी चर्चा में है। सीमा गैरकानूनी तरीके से नेपाल के जरिये भारत में घुसीं और नोएडा के रहने वाले सचिन मीणा से शादी कर ली।
इसी बीच राजस्थान के भिवाड़ी जिले की एक विवाहिता अंजू भी अपने फेसबुक प्रेमी से मिलने पाकिस्तान पहुंच गई हैं।
आइए जानते हैं कि किसी भारतीय और पाकिस्तानी के बीच शादी को लेकर कानून क्या कहता है।
कानून
क्या भारतीय कानून देता है शादी की इजाजत?
भारत का कानून किसी भी भारतीय महिला या पुरुष को किसी से भी शादी करने का अधिकार देता है, चाहें वो पाकिस्तानी ही क्यों न हो। किसी भी भारतीय व्यक्ति का किसी पाकिस्तानी से शादी करना गैरकानूनी नहीं है।
भारतीय कानून के अनुसार, कोई भी बालिग व्यक्ति अपनी पसंद के साथी से शादी कर सकता है। उनके विवाह में जाति, धर्म, क्षेत्रीयता और यहां तक कि देशों के बीच की सीमाएं भी कोई अचड़न पैदा नहीं कर सकती हैं।
नियम
भारत में किस कानून के तहत हो सकती है शादी?
हिंदू विवाह अधिनियम के तहत हिंदू और मुस्लिम पर्सनल लॉ के तहत मुस्लिमों की शादी होती है। इसके अलावा कोई भी बालिग व्यक्ति आपसी सहमति से विशेष विवाह अधिनियम, 1954 के तहत शादी कर सकता है।
यह अधिनियम एक भारतीय को विदेश नागरिक से शादी करने का अधिकार भी देता है, लेकिन शादी करने से पहले 30 दिन का पब्लिक नोटिस देना अनिवार्य है। भारतीय और पाकिस्तानी नागरिक 30 दिन का पब्लिक नोटिस देकर आपस में शादी कर सकते हैं।
रजिस्ट्रेशन
शादी के पंजीकरण के लिए क्या दस्तावेज चाहिए?
अगर कोई भारतीय पाकिस्तानी नागरिक से शादी करता है तो उसे विशेष विवाह अधिनियम, 1954 के तहत अपनी शादी रजिस्टर करानी होती है। शादी के लिए लड़के की उम्र कम से कम 21 और लड़की की 18 साल होनी चाहिए। दोनों को विवाह पंजीकरण के लिए आवेदन करना होता है।
शादी के पंजीकरण के लिए दोनों का जन्म प्रमाणपत्र, 2 पासपोर्ट साइज फोटो, शादी का निमंत्रण पत्र और तलाकशुदा हैं तो संबंधित दस्तावेज उपलब्ध करवाने होते हैं।
रजिस्ट्रेशन
विदेशी नागरिक कैसे कर सकते हैं शादी का पंजीकरण?
विशेष विवाह अधिनियम के तहत किसी विदेशी को भारतीय नागरिक से शादी करने के लिए रजिस्ट्रार कार्यालय में 30 दिन का नोटिस देना होता है। कोई आपत्ति दर्ज नहीं होती है तो वह 30 दिन बाद शादी कर सकते हैं।
शादी के बाद रजिस्ट्रार के समक्ष और सभी गवाहों के हस्ताक्षर वाला शादी का प्रमाणपत्र जारी किया जाता है। पंजीकरण के लिए विदेशी को अपना पासपोर्ट और देश में 30 दिन से ज्यादा से रहने का प्रमाण दिखाना होता है।
जानकारी
विदेशी नागरिक को और क्या-क्या दस्तावेज देने होते हैं?
एक विदेशी को भारतीय नागरिक से शादी करने के लिए अपने देश के दूतावास से अनापत्ति प्रमाणपत्र की भी आवश्यकता होती है। अगर विदेशी तलाकशुदा है तो उसे पिछली शादी के तलाक से संबंधित दस्तावेज भी दिखाने होते हैं।
नागरिकता
क्या शादी के बाद पाकिस्तानी नागरिक को भारतीय नागरिकता मिल जाती है?
क्या किसी भारतीय से शादी करने पर पाकिस्तानी नागरिक को भारत की नागरिकता आसानी से मिल सकती है, इस बारे में कानूनी जानकारों का कहना है कि सिर्फ शादी कर लेने से ही किसी को भारत की नागरिकता नहीं मिल जाती है।
कानून के मुताबिक, अगर किसी व्यक्ति की शादी भारतीय से हुई है और विवाह पंजीकरण के लिए आवेदन करने से पहले पिछले 7 सालों तक भारत में रह रहा है तो उसे नागरिकता मिल सकती है।
मान्य
क्या दुनियाभर में भारतीय शादी की मान्यता है?
भारत में लड़का या लड़की कोर्ट के जरिए विवाह करना चाहते हैं तो वह विशेष विवाह अधिनियम, 1954 के तहत किसी भी नागरिक समारोह में शादी कर सकते हैं। विशेष विवाह अधिनियम के तहत वह लोग भी शादी कर सकते हैं, जो अलग-अलग जाति, धर्म या देश से होते हैं।
विवाह पंजीकरण को लेकर भारत का प्रमाणपत्र पूरी दुनिया में मान्य है। इस तरह एक पाकिस्तानी और भारतीय की शादी भी पूरी दुनिया में मान्य होगी।
पाकिस्तान
पाकिस्तान में क्या हैं शादी के नियम?
पाकिस्तान में किसी विदेशी से शादी करने पर कोई रोक नहीं है, लेकिन यहां विदेशी साथी को पाकिस्तान की नागरिकता मिलना आसान नहीं है। पाकिस्तान की नागरिकता के लिए यहां नागरिकता अधिनियम, 1951 लागू है।
इस अधिनियम की धारा 10 के तहत अगर कोई पाकिस्तानी पुरुष किसी विदेशी महिला से शादी करता है तो वो महिला पाकिस्तानी नागरिकता हासिल करने की हकदार है।
इसके विपरीत पाकिस्तानी महिलाओं के किसी विदेशी से शादी करने पर यह अधिकार नहीं दिया गया है।