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व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे में कौन-कौन से एजेंडे होंगे शामिल? रूसी प्रवक्ता ने किया खुलासा
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक के एजेंडे में शामिल होंगे Su-57 और S-400 का सौदा

व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे में कौन-कौन से एजेंडे होंगे शामिल? रूसी प्रवक्ता ने किया खुलासा

Dec 02, 2025
04:46 pm

क्या है खबर?

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 4 दिसंबर से भारत की दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर आ रहे हैं। 2021 में शुरू हुए यूक्रेन युद्ध के बाद यह पुतिन का पहला भारत दौरा होगा। वह यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 23वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में भी हिस्सा लेंगे। इस यात्रा से पहले रूस के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने इस यात्रा के एजेंडे पर खुलकर बात की है। आइए जानते हैं पुतिन-माेदी की मुलाकात के प्रमुख एजेंडे क्या रहेंगे।

चर्चा

S-400 और SU-57 के सौदे पर होगी बात

प्रवक्ता पेसकोव ने कहा, "व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा के दौरान S-400 वायु रक्षा प्रणाली एजेंडे में शामिल है। इसी तरह SU-57 दुनिया का सबसे बेहतरीन लड़ाकू विमान है। यह कोई अतिशयोक्ति नहीं है। यह मुद्दा भारत यात्रा के एजेंडे में होगा।" उन्होंने कहा, "मैं इससे ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा। हम विस्तार से बात नहीं करेंगे, क्योंकि इस क्षेत्र में हमारे कई प्रतिस्पर्धी हैं। निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा में कोई भी हमारा मुकाबला नहीं कर सकता है।"

तकनीक

भारत को कुछ तकनीक हस्तांतरित कर रहा है रूस- पेसकोव

पेसकोव ने कहा, "भारत को रूस कुछ तकनीक हस्तांतरित कर रहा है और जल्द ही संयुक्त उत्पादन शुरू किया जाएगा। हम भारत के साथ जो कुछ भी साझा किया जा सकता है, उसे साझा करने के लिए तैयार हैं।" उन्होंने कहा, "दोनों नेताओं के बीच छोटे और मध्यम आकार के परमाणु रिएक्टरों पर भी चर्चा होगी। रूस को इन छोटे रिएक्टरों के निर्माण का अनुभव है और वह अपने भारतीय मित्रों को यह तकनीक उपलब्ध कराने के लिए तैयार है।"

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हथियार

भारत के पास 37 प्रतिशत रूसी हथियार

पेसकोव ने कहा, "भारत के सशस्त्र बलों में रूस द्वारा निर्मित हथियारों की हिस्सेदारी 37 प्रतिशत है। हम यूक्रेन पर भारत के रुख की सराहना करते हैं। हम प्रधानमंत्री मोदी के पक्ष का सम्मान करते हैं, वे हमारी बात सुनने के लिए तैयार हैं।" उन्होंने कहा, "दोनों देशों के साथ व्यापार की संभावना अधिक है। ये अभी 63 अरब डॉलर (5.54 लाख करोड़ रुपये) है। हमें अपना व्यापार बढ़ाना होगा ताकि इसका असर किसी तीसरे देश पर न पड़े।"

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जानकारी

भारत ने रूस से खरीदी S-400 की 5 बैटरी 

बता दें, भारत ने रूस से S-400 की 5 बैटरी खरीदी थी। इनमें से 3 की डिलीवरी हो चुकी है और इन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' में जबरदस्त प्रदर्शन किया था। ऐसे में अब भारत और ज्यादा S-400 और पांचवीं पीढ़ी के SU-57 विमान खरीद सकता है।

खासियत

क्या है SU-57 विमानों की खासियत?

SU-57 विमानों में स्टेल्थ तकनीक का उपयोग किया गया है, जो इसे रडार से बचने में मदद करता है। इसमें दो इंजन हैं, जो इसे उच्च गति और मैन्युवेरेबिलिटी प्रदान करते हैं। इसमें एडवांस्ड एवियोनिक्स सिस्टम है, जो इसे विभिन्न प्रकार के मिशनों के लिए उपयुक्त बनाता है। इसमें विभिन्न प्रकार की हवा से हवा और हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलें हैं। इसकी अधिकतम गति 2,450 किमी/घंटा और रेंज 3,500 किमी है।

खासियत

क्या है S-400 की खासियत?

S-400 वायु रक्षा प्रणाली में कमांड और कंट्रोल यूनिट, सर्विलांस और गाइडेंस रडार और ट्रांसपोर्ट इरेक्टर लॉन्चर शामिल होता है। हर सिस्टम में अलग-अलग दूरी के हिसाब से मार करने वाली 4 मिसाइलें लगी होती हैं, जो 40-400 किलोमीटर दूर तक लक्ष्य को भेद सकती है। भारत के पास मौजूद सभी मिसाइलें 400 किलोमीटर की रेंज वाली हैं। ये लंबाई के अलावा 80 कीलोमीटर ऊंचाई पर भी हमला कर दुश्मन के हथियार या विमान ढेर करने में सक्षम है।

अन्य

क्या है S-400 वायु रक्षा प्रणाली की अन्य खासियत?

S-400 वायु रक्षा प्रणाली को सड़क के रास्ते कहीं भी ले जाया जा सकता है और यह ऑर्डर मिलने के 10 मिनट से भी कम समय में संचालन के लिए तैयार हो जाती है। एक यूनिट एक साथ 160 टारगेट को ट्रैक करने में सक्षम है और हर टारगेट पर दो मिसाइलों से हमला किया जा सकता है। इसमें लगा इलेक्ट्रॉनिकली स्टीयर्ड फेज्ड ऐरो रडार करीब 600 किलोमीटर दूर से ही टारगेट की पहचान करने में सक्षम है।

जानकारी

S-400 वायु रक्षा प्रणाली का पता लगाना भी मुश्किल

S-400 रक्षा प्रणाली माइनस 70 डिग्री तक के तापमान में काम करने में सक्षम है और इस मिसाइल को नष्ट कर पाना दुश्मन के लिए बहुत मुश्किल है। क्योंकि इसकी कोई फिक्स पोजिशन नहीं होती। इसलिए इसे आसानी से डिटेक्ट नहीं किया जा सकता है।

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