कोरोना वायरस से पश्चिम रेलवे को हुआ 5,000 करोड़ रुपये का सालाना नुकसान
क्या है खबर?
कोरोना महामारी ने करोड़ों लोगों को बेरोजगार कर दिया और उद्योग धंधों को ठप कर दिया। पूरी अर्थव्यवस्था ही चरमरा सी गई है। रेलवे भी महामारी के कोप से नहीं बच पाया है।
महामारी के कारण अभी भी ट्रेनों का संचालन सुचारू नहीं हो पाया है। लोग भी ट्रेनों में सफर करने में संकोच कर रहे हैं। ऐसे में पश्चिम रेलवे को सालाना 5,000 करोड़ रुपये के राजस्व की चपत लगी है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी है।
पृष्ठभूमि
मार्च 2020 से बंद है ट्रेनों का संचालन
बता दें कि कोरोना वायरस महामारी को लेकर लागू किए लॉकडाउन को देखते हुए रेलवे ने 22 मार्च, 2020 से ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया था।
इसके बाद रेलवे ने मई में प्रवासियों के लिए ट्रेनों का संचालन शुरू किया था और उसके बाद से लगातार स्पेशल ट्रेनों का संचालन कर रहा है, लेकिन अभी सभी ट्रेनों का संचालन सुचारू नहीं हो पाया है।
इसके चलते रेलवे को पहले की तुलना में काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है।
बयान
कोरोना संक्रमण के डर से ट्रेनों में यात्रा करने से हिचक रहे लोग- कंसल
न्यू इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक आलोक कंसल ने कहा कोरोना वायरस के डर से कई लोग अभी भी ट्रेन से यात्रा करने से हिचक रहे हैं। पश्चिम रेलवे द्वारा वर्तमान में चलाई जा रही कुछ ट्रेनों में केवल 10 प्रतिशत तक सीटें ही भर पा रही हैं।
उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी से पहले पश्चिम रेलवे 300 पैसेंजर ट्रेनों का संचालन करता था, लेकिन लॉकडाउन के बाद से ट्रेनों का संचालन सुचाुरू नहीं हो पाया है।
जानकारी
पश्चिम रेलवे को हुआ 5,000 करोड़ का सालाना नुकसान
कंसल ने बताया कि ट्रेनों का संचालन सुचारू रूप से शुरू नहीं होने तथा यात्रियों के ट्रेनों में यात्रा करने से संकोच करने के चलते पश्चिम रेलवे को सालाना 5,000 करोड़ रुपये का राजस्व नुकसान हुआ है। इसकी भरपाई के प्रयास किए जा रहे हैं।
परिचालन
अब धीरे-धीरे शुरू हो रहा है यात्री ट्रेनों का परिचालन
आलोक कंसल ने कहा कि यात्री ट्रेनों का परिचालन अब धीरे-धीरे शुरू हो रहा है। इससे पश्चिम रेलवे के राजस्व में बढ़ने की उम्मीद है। पिछले 11 महीनों के दौरान पश्चिम रेलवे ने अपनी 300 यात्री ट्रेनों में से 145 को धीरे-धीरे फिर से शुरू किया है।
उन्होंने कहा 50 प्रतिशत ट्रेनें फिर से शुरू हो गई हैं। अगले सात दिनों में मध्य प्रदेश में छह और ट्रेनों का संचालन शुरू किया जाएगा। इससे आय के बढ़ने की उम्मीद है।
स्पेशल ट्रेन
महामारी के दिशा निर्देशों के तहत किया जा रहा है स्पेशल ट्रेनों का संचालन
कंसल ने स्पष्ट किया कि वर्तमान में कोरोना महामारी के दिशा निर्देशों के तहत पश्चिम रेलवे अपनी यात्री ट्रेनों का विशेष ट्रेनों के रूप में संचालन कर रहा है। केवल कंफर्म टिकट वाले यात्रियों को ही यात्रा करने की अनुमति है।
पिछले साल कोरोना लॉकडाउन के दौरान, पश्चिमी रेलवे ने एक मई से 31 मई तक 1,234 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाईं। इन ट्रेनों ने विभिन्न राज्यों में लगभग 19 लाख लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया।