विशाखापट्टनम में दुर्लभ मामला मिला, गर्भपात के बाद महिला के पेट से निकाला गया भ्रूण कंकाल
क्या है खबर?
आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में एक अजीबोगरीब चिकित्सा मामला सामने आया है, जिसमें महिला के पेट से भ्रूण का कंकाल बरामद हुआ है।
यह कंकाल किंग जॉर्ज अस्पताल के डॉक्टरों ने एक 27 वर्षीय महिला के पेट से निकाला है। महिला अगस्त के तीसरे हफ्ते में तेज दर्द की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंची थीं।
महिला अनकापल्ले जिले की रहने वाली हैं और 2 बच्चों की मां हैं। यह मामला चिकित्सा जगह में दुर्लभ बताया जा रहा है।
चिकित्सा
डॉक्टरों ने कैसे की पहचान?
जानकारी के मुताबिक, महिला ने अस्पताल में प्रसूति विज्ञान विभाग में दिखाया था, जहां की प्रोफेसर डॉ. वाणी ने एक प्रारंभिक अल्ट्रासाउंड किया। इसमें महिला के पेट में ट्यूमर जैसा कुछ पता चला।
इसके बाद MRI स्कैन ने और स्पष्टता प्रदान की, जिसमें उसके पेट में "हड्डियों के घोंसले" जैसा दिखने वाला एक कैल्सीफाइड ट्यूमर दिखा।
डॉक्टरों ने इसकी पहचान "लिथोपेडियन" के रूप में की, जिसमें गर्भावस्था के दौरान मरने वाला भ्रूण कैल्सीफाइड यानी कंकाल जैसा हो जाता है।
सर्जरी
सर्जरी कर निकाला गया कंकाल
अस्पताल में डॉ. वाणी और डॉ. आनंद के नेतृत्व में मेडिकल टीम ने मरीज के पेट से 24 सप्ताह के भ्रूण के कैल्सीफाइड अवशेषों को निकालने के लिए 31 अगस्त को सर्जरी की।
डॉक्टरों ने बताया कि ऑपरेशन सफल रहा और महिला के अंदर से भ्रूण का कंकाल निकाल दिया गया है। महिला को कुछ दिनों में छुट्टी मिल जाएगी।
डॉक्टरों ने बताया कि महिला 3 साल पहले गर्भवती हुई थी और गर्भपात के जरिए भ्रूण हटाने कोशिश की थी।
जांच
भ्रूण कैसा बना कंकाल?
डॉक्टरों ने बताया कि गर्भपात के बाद से ही महिला इस तरह के पेट दर्द से जूझ रही थी। गर्भपात के बाद ही महिला के पेट में कैल्सीफाइड की प्रक्रिया शुरू हो गई थी।
डॉक्टरों ने बताया कि यह कैल्शियम सेल में बदल जाती है, जो गर्भधारण के 1 प्रतिशत से भी कम मामलों में सामने आते हैं। भारत में ऐसे अब तक 25 मामले सामने आ चुके हैं।