गंदे तरीके से नींबू पानी बनाने का वीडियो वायरल, रेलवे ने लगाई बिक्री पर रोक
बीते दिनों से मुंबई के कुर्ला रेलवे स्टेशन पर एक कर्मचारी द्वारा बनाए जा रहे नींबू पानी का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो के सामने आने के बाद सेंट्रल रेलवे की लापरवाही उजागर हो हुई और सेंट्रल रेलवे ने सख़्त कदम उठाया है। इसके बाद से सेंट्रल रेलवे (मुंबई डिवीज़न) ने सभी कैटरिंग यूनिट पर रेलवे परिसर में नींबू पानी, काला खट्टा की बिक्री पर रोक लगा दी है।
टंकी की पानी से बना रहा था नींबू पानी
प्राप्त जानकारी के अनुसार वायरल हो रहा वीडियो लगभग एक हप्ते पहले मुंबई के कुर्ला स्टेशन पर एक यात्री द्वारा बनाया गया था। वीडियो में साफ-साफ देखा जा सकता है कि एक स्टॉल का कर्मचारी नींबू पानी बनाने के लिए बाल्टी में गंदे हाथ से नींबू निचोड़ रहा है। केवल यही नहीं, वह इसके लिए ओवर हैड टैंक में भरे पानी का इस्तेमाल कर रहा है। वह टंकी में भरे पानी को बाल्टी में ले रहा है।
रेलवे ने उठाया तत्काल प्रभाव से कदम
जिस यात्री ने मुंबई के कुर्ला रेलवे स्टेशन पर यह वीडियो बनाया, उसने वीडियो बनाने के बाद सोशल मीडिया पर सेंट्रल रेलवे को टैग करके इस मामले को संज्ञान में लेने की गुज़ारिश भी की थी। यात्री द्वारा बनाए गए इस वीडियो को देखने के बाद से ही सोशल मीडिया पर लोग जमकर सेंट्रल रेलवे की आलोचना कर रहे हैं। रेलवे ने हर तरफ़ अपनी किरकिरी होते देख, तत्काल प्रभाव से इसे रोकने के लिए कदम उठाया।
मशीन से निकालने वाले जूस पर नहीं लगाई रोक
वीडियो देखने के बाद सेंट्रल रेलवे के उच्च अधिकारियों ने कुर्ला स्टेशन के प्लेटफ़ॉर्म नंबर सात और आठ पर स्थित स्टॉल से फूड सैंपल एकत्रित किए और बाद में स्टॉल को सील कर दिया। जिस व्यक्ति के नाम से स्टॉल का लाइसेंस है, उस व्यक्ति को भी जाँच कमेटी के सामने पेश होने के लिए समन जारी किया गया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि रेलवे ने मशीन से निकाले जाने वाले जूस पर रोक नहीं लगाई है।
स्टॉल वाले वसूलते हैं ज़्यादा कीमत
बता दें रेलवे स्टेशन पर स्टॉल द्वारा यात्रियों को ठगने का यह पहला मामला नहीं है। लगभग देश के सभी रेलवे स्टेशनों पर यात्री इन स्टॉलों द्वारा किसी न किसी तरह से ठगे जाते हैं। ज़्यादातर जगहों पर स्टॉल वाले किसी सामान के लिए निर्धारित मूल्य से ज़्यादा मूल्य वसूलते हैं। कई स्टॉल पर यात्रियों को महँगी कीमतों पर नकली माल भी बेचे जाते हैं। इस वजह से वेंडर ज़्यादा मुनाफ़ा कमाते हैं और यात्रियों को ठगते हैं।