विकास दुबे का साथी गुड्डन तिवारी गिरफ्तार, पुलिस पर हमले में था शामिल
खूंखार अपराधी विकास दुबे के एनकाउंटर के एक दिन बाद उसका एक साथी पुलिस के हत्थे चढ़ा है। महाराष्ट्र ATS ने कानपुर के बिकरू गांव में पुलिस पर हुए हमले में शामिल और विकास के खास गुर्गे अरविंद उर्फ गुड्डन तिवारी और उसके ड्राइवर सोनू तिवारी को गिरफ्तार किया है। दरअसल, खुफिया जानकारी मिलने के बाद महाराष्ट्र ATS ने शनिवार सुबह तलाशी अभियान शुरू किया और गुड्डन तिवारी को धर दबोचा। आइये, पूरी खबर जानते हैं।
राज्यमंत्री की हत्या में भी शामिल था गुड्डन
शुुरुआती पूछताछ में सामने आया है कि गुड्डन विकास दुबे के साथ कई अपराधों में शामिल रहा था। वह 2001 में उस हमले में भी शामिल था, जिसमें विकास ने थाने में घुसकर राज्यमंत्री संतोष शुक्ला की हत्या की थी। इसके बाद एकाएक विकास चर्चा में आ गया। कोर्ट में सुनवाई के दौरान इस घटना के गवाह 25 पुलिसकर्मी अपने बयानों से पलट गए। इससे उसे सजा नहीं हो सकी और वो बाहर आ गया।
गुड्डन पर था ईनाम
पुलिस पर हुए हमले के बाद से ही गुड्डन की तलाश जारी थी। उसका नाम वांछितों की सूची में शामिल था और उत्तर प्रदेश सरकार ने उस पर ईनाम भी घोषित किया हुआ था। आखिरकार अब वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया।।
विकास के साथ-साथ उसके पांच सहयोगियों का हो चुका है एनकाउंटर
पुलिस पर हमले में शामिल विकास के साथ-साथ उसके पांच अन्य साथियों का भी एनकाउंटर हो चुका है। विकास दुबे को शुक्रवार को एक एनकाउंटर में मारा गया था। गुरुवार को उज्जैन में गिरफ्तारी के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) उसे लेकर कानपुर आ रही थी। पुलिस के अनुसार, रास्ते में विकास को ले जा रही गाड़ी पलट गई, जिसके बाद उसने भागने का प्रयास किया। इसी दौरान पुलिस की गोली लगने से वह मारा गया।
भारी सुरक्षा में हुआ विकास का अंतिम संस्कार
शुक्रवार शाम को कानपुर के भैरोघाट श्मशान घाट में विकास का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान सुरक्षा के लिए कई थानों की पुलिस वहां मौजूद रही। परिवार के अलावा उसका केवल एक रिश्तेदार अंतिम संस्कार में शामिल हुआ था।
एनकाउंटर की CBI जांच की मांग के साथ याचिका दायर
विकास दुबे एनकाउंटर का मामला अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में मांग की गई है कि एनकाउंटर की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और केंद्रीय जांच एजेंसी CBI को सौंपी जाए और कोर्ट इसकी निगरानी करे। वकील अनूप अवस्थी की तरफ से दी गई इस याचिका में कहा गया है कि तुरंत न्याय के नाम पर पुलिस एनकाउंटर कर कानून अपने हाथ में ले रही है।