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अंकिता भंडारी हत्याकांड में आया फैसला, रिजॉर्ट के मालिक समेत तीनों दोषियों को आजीवन कारावास
अंकिता भंडारी हत्याकांड का फैसला आया

अंकिता भंडारी हत्याकांड में आया फैसला, रिजॉर्ट के मालिक समेत तीनों दोषियों को आजीवन कारावास

लेखन गजेंद्र
May 30, 2025
01:03 pm

क्या है खबर?

उत्तराखंड के चर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में शुक्रवार को कोर्ट का फैसला आ गया। कोटद्वार में अपर जिला और सत्र न्यायाधीश की कोर्ट ने हत्या के लिए तीनों आरोपियों पुलकित आर्य, सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता को दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई। तीनों पर 50-50 हजार रुपये का जुर्माना भी ठोंका है। अंकिता के परिजनों को 4 लाख रुपये मुआवजा देने का भी आदेश है। फैसले के मद्देनजर कोर्ट के आसपास भारी पुलिस बल तैनात था।

घटना

सितंबर 2022 में हुई थी अंकिता की हत्या

ऋषिकेश के वनतारा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट 19 वर्षीय अंकिता 18 सितंबर, 2022 को 3 लोगों के साथ ऋषिकेश गई थीं और उसके बाद से लापता थीं। 5 दिन बाद उनका शव चिल्ला नहर से बरामद हुआ। पुलिस ने रिसॉर्ट मालिक पुलकित, उनके रिसॉर्ट मैनेजर भास्कर और असिस्टेंट मैनेजर अंकित को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया। मामले में SIT ने जांच की। हत्या के मुख्य आरोपी पुलकित प्रभावशाली भाजपा नेता विनोद आर्य का बेटा है। विनोद पार्टी से निष्कासित हैं।

हत्या

क्यों की गई अंकिता की हत्या?

शुरूआती जांच में पता चला था कि पुलकित ने अंकिता से रिसॉर्ट में आने वाले 'वीवीआईपी' मेहमानों को 'विशेष सेवा' देने को कहा था, जिसे अंकिता ने मना कर दिया था। इससे विवाद पैदा हुआ था। इसके बाद ऋषिकेश जाते समय उन्होंने अंकिता को चिल्ला नहर में धक्का दे दिया था, जहां डूबने से उसकी मौत हो गई। अंकिता ने काफी पहले बताया था कि रिसॉर्ट में अश्लील काम होते हैं और वो इसकी जानकारी सार्वजनिक कर देंगी।

जानकारी

तीनों अभी जेल में बंद

पुलकित आर्य पर IPC की धारा 302 (हत्या), 201 (साक्ष्य मिटाना), 354A (छेड़छाड़) और अनैतिक देह व्यापार निवारण अधिनियम के तहत आरोप तय हुए थे। SIT ने 500 से ज्यादा पन्नों का आरोपपत्र दाखिल किया था, जिसमें 97 गवाह थे। तीनों जेल में बंद हैं।

बयान

अंकिता की मां ने फांसी की मांग की

कोर्ट का फैसला आने से कुछ घंटे पहले अंकिता की मां ने कोर्ट से तीनों आरोपियों को मौत की सज़ा देने की मांग की थी। समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए अंकिता की मां ने कहा कि अपराधियों को मौत की सज़ा मिलनी चाहिए। उन्होंने उत्तराखंड की जनता से अपील की कि वे उनकी मांग का समर्थन करते रहें और मनोबल बढ़ाने के लिए लोगों से कोटद्वार कोर्ट में पहुंचने की अपील की।

ट्विटर पोस्ट

अंकिता की मां ने कोर्ट के फैसले से पहले अपनी मांग रखी