
उत्तराखंड: चार धाम यात्रा मार्ग पर 39 दिन में 5 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाएं, 13 लोगों की मौत
क्या है खबर?
उत्तराखंड में चार धाम (यमुनोत्री, गंगौत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ) यात्रा मार्ग इस साल हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं का केंद्र बन गया है।
पिछले 39 दिनों में इस यात्रा मार्ग पर 5 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें कुल 13 लोगों की मौत हो गई।
इन हादसों में रविवार को गौरीकुंड के पास हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना भी शामिल है, जिसमें पायलट सहित 7 लोगों की मौत हो गई।
ऐसे में पिछले 39 दिनों में हुई सभी दुर्घटनाओं पर नजर डाल लेते हैं।
#1
15 जून - हेलीकॉप्टर हादसे में हुई 7 लोगों की मौत
सुबह करीब 5:17 बजे रुद्रप्रयाग में केदारनाथ धाम से लौट रहा आर्यन एविएशन का एक हेलीकॉप्टर बेहद खराब मौसम के चलते गौरीकुंड़ और त्रिजुगीनारायण मार्ग के बीच एक दुर्गन इलाके में हादसे का शिकार हो गया।
घटनास्थल के पास घास काट रही एक नेपाली मूल की महिला ने हादसे की जानकारी दी।
इस हादसे में पायलट राजवीर सिंह, बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के कर्मचारी विक्रम रावत, यात्री विनोद सिंह, तृष्टि सिंह, राजकुमार, श्रद्धा और राशि (10) की मौत हो गई।
#2
7 जून - केदारनाथ जाते समय दुर्घटना का शिकार हुआ हेलीकॉप्टर
7 जून को सिरसी हेलीपैड से 5 तीर्थयात्रियों के साथ केदारनाथ के लिए उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद ही रुद्रप्रयाग जिले के बडासू इलाके में एक निजी फर्म के हेलीकॉप्टर को तकनीकी खराबी के कारण आपातकालीन लैंडिंग करानी पड़ी थी।
लैंडिंग के समय हेलीकॉप्टर का पिछला हिस्सा टूट गया था और ब्लेड से कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी।
हालांकि, गनीमत रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ। घटना की अभी जांच जारी है।
#3
17 मई - केदारनाथ में दुर्घटनाग्रस्त हुई एयर एंबुलेंस
17 मई को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) ऋषिकेश द्वारा तैनात संजीवनी एयर एंबुलेंस सुबह करीब 11:50 बजे के आसपास लैंडिंग के दौरान केदारनाथ हेलीपैड के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी।
उसका पिछला हिस्सा जमीन से टकरा गया था। उस दौरान हेलीकॉप्टर में पायलट के साथ एक डॉक्टर और नर्सिंग कर्मचारी सवार था। हालांकि, बचाव टीमों ने तत्काल मौके पर पहुंचकर तीनों को सुरक्षित बचा लिया था।
एयर एंबुलेंस तीव्र श्वसन परेशानी से जूझ रही महिला को लेने पहुंची थी।
#4
12 मई - बद्रीनाथ हेलीपैड पर हेलीकॉप्टर ने खोया नियंत्रण
12 मई को बद्रीनाथ हेलीपैड पर एक संभावित दुर्घटना टल गई। उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद पायलट ने एक निजी हेलीकॉप्टर पर नियंत्रण खो दिया।
हेलीपैड पर वापस उतरने की कोशिश में हेलिकॉप्टर की ब्लेड पास में खड़ी एक गाड़ी से टकरा गई। इससे अफरा-तफरी मच गई।
सौभाग्य से, हेलीकॉप्टर बिना किसी चोट या महत्वपूर्ण क्षति के सुरक्षित रूप से उतर गया। घटना की गंभीरता के कारण हेलीकॉप्टर कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की गई।
#5
8 मई - हेलीकॉप्टर के खाई में गिरने से हुई थी 6 लोगों की मौत
8 मई की सुबह करीब 8:30 बजे गंगनानी गांव के पास गंगोत्री मंदिर के लिए यात्रियों को ले जा रहा हेलीकॉप्टर खाई में गिर गया था, जिसमें पायलट सहित 6 लोगों की मौत हो गई और एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया था। मृतकों में 5 तीर्थयात्री थे।
आंध्र प्रदेश निवासी जीवित बचे एकमात्र यात्री को गंभीर हालत में AIIMS ऋषिकेश में भर्ती कराया गया था। उस घटना की जांच में हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी सामने आई है।
कदम
हादसों के बाद उत्तराखंड सरकार ने उठाया यह कदम
उत्तराखंड सरकार ने रविवार को हुए हादसे के बाद सोमवार तक के लिए चार धाम यात्रा की सभी हेलीकॉप्टर सेवा बंद कर दी है।
इसके साथ ही चार धाम में लगे सभी हेलीकॉप्टर ऑपरेटरों एवं पायलटों के उच्च हिमालय क्षेत्रों में उड़ान अनुभवों की जांच करने के आदेश दिए हैं।
इसी तरह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रुद्रप्रयाग में हुए हादसे की उच्च स्तरीय जांच करने और दोषियों के खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही करने के आदेश दिए हैं।