अयोध्या से समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे पर अपहरण-डकैती का मामला दर्ज
उत्तर प्रदेश के अयोध्या (लोकसभा सीट फैजाबाद) से समाजवादी पार्टी (SP) के सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजित प्रसाद पर एक व्यक्ति के अपहरण और हमला करने का आरोप लगा है। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, यह शिकायत स्थानीय प्रॉपर्टी डीलर रवि तिवारी ने दर्ज कराई है। तिवारी का आरोप है कि अजीत ने राजू यादव और 15-20 अज्ञात व्यक्तियों के साथ मिलकर शनिवार को फैजाबाद में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) शाखा के पास उनसे कथित तौर पर भिड़ंत की।
जबरन 1 लाख रुपये छीनने का आरोप
तिवारी का आरोप है कि अजित के साथ आए लोगों ने कथित तौर पर तिवारी को अपने वाहन में खींच लिया और रकाबगंज की ओर चले गए और रास्ते में मारपीट करते रहे। तिवारी ने पुलिस को बताया कि उनसे जबरन 1 लाख रुपये छीन लिए गए और मारपीट का वीडियो भी रिकॉर्ड किया गया। उन्हें छोड़ने से पहले कथित तौर पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई। मामला कोतवाली पुलिस थाने में दर्ज कराया गया है।
तिवारी ने बताया कि अजित ने क्यों किया हमला
प्रॉपर्टी डीलर तिवारी ने दावा किया कि वह अजीत और स्थानीय जमीन मालिक शीतला प्रसाद के बीच जमीन के सौदे में मध्यस्थता कर रहे थे, जिसके बाद उनको निशाना बनाया गया। सिटी कोतवाली प्रभारी अश्विनी पांडे ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि शुरुआती जांच में आरोपों की पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि अजीत प्रसाद, राजू यादव, पुलिस कांस्टेबल शशिकांत राय और 15 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
मिल्कीपुर से उम्मीदवार बन सकते हैं अजित प्रसाद
उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर जल्द ही उपचुनाव होने वाले हैं, जिसमें अयोध्या जिले की मिल्कीपुर सीट भी शामिल है। इस सीट पर अवधेश प्रसाद के बेटे अजित प्रसाद को समाजवादी पार्टी उम्मीदवार बना सकती है, जिसको लेकर तैयारी भी चल रही है। लेकिन इस बीच सामने आए इस संकट से अजित की दावेदारी पर सवाल खड़ा हो सकता है। हालांकि, पार्टी ने अभी तक किसी नाम का ऐलान नहीं किया है।
कौन हैं अवधेश प्रसाद?
लोकसभा चुनाव 2024 में समाजवादी पार्टी के नेता अवधेश प्रसाद ने भाजपा को बड़ी मात देते हुए फैजाबाद लोकसभा सीट से जीत दर्ज करने के बाद विश्वस्तर पर वाहवाही लूटी है। अवधेश का जीतना इसलिए भी चर्चित था क्योंकि उन्होंने कुछ महीने पहले अयोध्या में राम मंदिर के भव्य उद्घाटन के बाद भाजपा के उम्मीदवार को परास्त किया था। अवधेश की जीत के बाद वह अखिलेश यादव के साथ हर प्रमुख कार्यक्रम में दिखते हैं।