उत्तर प्रदेश: मृतक पत्रकार के परिवार को 10 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृत पत्रकार रतन सिंह के परिवार को 10 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है।
एक हिंदी समाचार चैनल में कार्यरत रतन सिंह की सोमवार रात को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
मृतक के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए योगी आदित्यनाथ ने भरोसा दिया है कि पत्रकार की हत्या के मामले में शामिल सभी दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पृष्ठभूमि
क्या है मामला?
सोमवार रात को तीन लोगों ने गोली मारकर रतन सिंह की हत्या की थी। पुलिस का कहना है कि संपत्ति को लेकर चल रहे विवाद के कारण यह घटना हुई है और हमले में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
वहीं रतन सिंह के पिता बिनोद सिंह पुलिस के बयान को गलत बता रहे हैं। उनका कहना है कि संपत्ति को लेकर कोई विवाद नहीं था। पुलिस इस पूरे मामले को भटका रही है।
आधिकारिक बयान
गांव के घर को लेकर था विवाद- पुलिस
पुलिस का कहना है कि 42 वर्षीय रतन सिंह पिछले कई सालों से अपने परिवार के साथ शहर में रह रहे थे। उनके परिवार का आरोपियों के साथ गांव में एक घर को लेकर विवाद चल रहा था। बीती रात वो इसी मामले को लेकर गांव गए थे। यहां आरोपियों ने उनका पीछा किया और उन्हें गोली मार दी।
आजमगढ़ रेंज के DIG सुभाष दुबे ने कहा कि यह पूरा मामला संपत्ति के विवाद को लेकर शुरू हुआ था।
गिरफ्तारी
अब तक चार लोगों की गिरफ्तारी
रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक इस मामले में कुल चार लोग गिरफ्तार हुए हैं। इनकी पहचान दिनेश सिंह, अरविंद सिंह, सुनील सिंह और मोती सिंह के तौर पर हुई है।
पुलिस ने बताया कि रतन सिंह का दिनेश के साथ विवाद चल रहा था।
पुलिस का कहना है कि इस मामले का पत्रकारिता से संबंध नहीं है।
वहीं इस मामले के बाद एक बार फिर उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठने शुरू हो गए हैं।
पुरानी घटना
बीते महीने गाजियाबाद में हुई थी पत्रकार की हत्या
उत्तर प्रदेश में हालिया दिनों में पत्रकार की हत्या का यह दूसरा मामला है। पिछले महीने गाजियाबाद में एक और पत्रकार की उसकी दो बेटियों के सामने गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
विक्रम जोशी नामक पत्रकार अपने दो बेटियों के साथ मोटरसाइकिल पर जा रहे थे।
इसी दौरान कुछ मनचलों ने उनके साथ मारपीट की और गोली मार दी। चार दिन बाद जोशी ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था।