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संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अफगानिस्तान पर हवाई हमलों को लेकर पाकिस्तान की निंदा
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत ने पाकिस्तान को घेरा

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अफगानिस्तान पर हवाई हमलों को लेकर पाकिस्तान की निंदा

लेखन गजेंद्र
Dec 11, 2025
08:58 am

क्या है खबर?

भारत ने एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की बैठक में पाकिस्तान पर करारा हमला किया। इस बार उसने अफगानिस्तान को निशाना बनाने पर पड़ोसी देश को घेरा। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत परवथानेनी हरीश ने गुरुवार को अफगानिस्तान में पाकिस्तान के हवाई हमलों की कड़ी निंदा करते हुए निर्दोष महिलाओं, बच्चों और क्रिकेटरों की हत्या को घोर दुखद बताया। उन्होंने कहा कि ये हमले संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन हैं।

सुरक्षा

नागरिकों की पूर्ण सुरक्षा की मांग

हरीश ने कहा, "हम संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानून का पूर्ण सम्मान करने और निर्दोष नागरिकों की सुरक्षा पर ध्यान देने की मांगों का समर्थन करते हैं। ऐसे कार्य विश्व व्यापार संगठन (WTO) के मानदंडों का उल्लंघन हैं और कठिन परिस्थितियों में पुनर्निर्माण के लिए संघर्ष कर रहे कमजोर राष्ट्र के खिलाफ खुली धमकियां और युद्ध के कृत्य के समान हैं।" इस दौरान उन्होंने अफगानिस्तान की क्षेत्रीय अखंडता, संप्रभुता और स्वतंत्रता के प्रति अपने दृढ़ समर्थन की पुष्टि की।

बातचीत

तालिबान के साथ बातचीत का आह्वान किया

भारत ने पाकिस्तान की ओर से "व्यापार और पारगमन आतंकवाद" पर भी गंभीर चिंता जताई, जिसमें अफगानिस्तान के लिए महत्वपूर्ण पहुंच मार्गों को बंद करना शामिल है। राजदूत हरीश ने बैठक में तालिबान के साथ व्यावहारिक और सुसंगत बातचीत का आह्वान किया और इस बात पर जोर दिया कि अंतरराष्ट्रीय नीति को सकारात्मक कार्रवाइयों को प्रोत्साहित करना चाहिए। बता दें कि अफगानिस्तान एक भू-आबद्ध देश है, जो आवश्यक आपूर्ति के लिए सीमा पार आवागमन पर निर्भर है।

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सुरक्षा

अफगानिस्तान की सुरक्षा स्थिति पर भारत की नजर

राजदूत ने कहा कि भारत अफगानिस्तान में सुरक्षा स्थिति पर लगातार नजर रख रहा है। इस दौरान उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आग्रह किया कि वे संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादी संगठनों और व्यक्तियों ISIL, अल-कायदा, लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और प्रतिरोध मोर्चा आदि को सीमापार आतंकवाद में शामिल होने या परिचालन सहायता प्राप्त करने से रोकने के लिए समन्वित प्रयास करें। भारत ने आग्रह किया कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय अफगानी जनता को स्थायी लाभ देने के लिए सूक्ष्म नीतिगत उपायों को अपनाएं।

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