महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का प्रवासी मजदूरों से वादा- लॉकडाउन खत्म होने पर सरकार पहुंचाएगी घर
क्या है खबर?
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को प्रवासी मजदूरों को आश्वासन देते हुए कहा कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद सरकार खुद उन्हें घर पहुंचाएगी।
उन्होंने कहा, "मैं आपको वचन देता हूं कि जिस दिन ये संकट खत्म होगा, महाराष्ट्र सरकार आपको आपके घर पहुंचाएगी। मेरा मानना है कि जब आप अपने घर जाएं तो खुशी-खुशी जाएं, डर की वजह से नहीं।"
उन्होंने कल से कुछ क्षेत्रों में राहत दिए जाने का ऐलान भी किया।
पृष्ठभूमि
बांद्रा में जमा हो गए थे सैकड़ों मजदूर
बता दें कि इसी हफ्ते मुंबई के बांद्रा में रेलवे स्टेशन के पास करीब 1,000 प्रवासी मजदूर लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए जमा हो गए थे। एक चैनल पर प्रवासी मजदूरों को वापस ले जाने के लिए ट्रेनें चलाए जाने की खबर दिखाए जाने के बाद ये मजदूर यहां जमा हुए थे।
पुलिस ने मजदूरों पर लाठीचार्ज किया था और कुछ क्षेत्रीय नेताओं ने उन्हें समझा-बुझाकर वापस भेज दिया।
मामले में पत्रकार सहित दो लोगों की गिरफ्तारी हुई थी।
फोन पर बातचीत
अमित शाह ने किया था उद्धव ठाकरे को फोन
इस घटना के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उद्धव ठाकरे को फोन करते हुए कहा था कि लॉकडाउन के दौरान ऐसे प्रदर्शनों से कोरोना वायरस के खिलाफ भारत की लड़ाई कमजोर होती है और ऐसी घटनाओं को होने से रोकने के लिए प्रशासन को सतर्क रहने की जरूरत है।
वहीं उद्धव ने मंगलवार को मजूदरों को भरोसा दिया था कि वे महाराष्ट्र में सुरक्षित हैं और लॉकडाउन खत्म होने के बाद वे उनके वापस जाने का इंतजाम करेंगे।
जानकारी
दिहाड़ी मजदूरों को दो हजार रुपये देगी महाराष्ट्र सरकार
इसके अलावा महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के सभी पंजीकृत दिहाड़ी मजदूरों को दो हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान भी किया था। राज्य में ऐसे कुल 12 लाख मजदूर हैं। अब आज उद्धव ने मजदूरों को एक बार फिर से आश्वस्त किया है।
फैसला
ग्रीन और ऑरेंज जोन में शुरू होंगी आर्थिक गतिविधियां- उद्धव
इस दौरान उद्धव ने कल से कुछ उद्योग शुरू करने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा, "24 मार्च से सभी चीजें बंद हैं। इसके चलते कई आर्थिक संकट आए हैं और अब इन्हें चलाने की जरूरत है। 20 अप्रैल से हम कुछ जगहों पर उद्योग-धंधों को इजाजत दे रहे हैं, ताकि आर्थिक स्थिति खराब होने से बचे। ग्रीन जोन और ऑरेंज जोन में उद्योगों को इजाजत दे रहे हैं। जहां-जहां संभव है वहां-वहां कुछ चीजें शुरू की जा रही हैं।"
बयान
ग्रीन जोन में भी लोगों को एक गांव से दूसरे गांव जाने की नहीं होगी इजाजत
उद्धव ने कहा कि जिन जिलों में अभी तक कोरोना वायरस का कोई मामला नहीं आया है, वहां ग्रीन जोन है और इन जिलों में जरूरत की चीजों को लेकर आने-जाने की इजाजत होगी।
उन्होंने साफ किया कि किसी व्यक्ति के एक गांव से दूसरे गांव आने-जाने पर पाबंदी जारी रहेगी।
उद्धव ने ये भी कहा कि अखबारों पर कोई पाबंदी नहीं है, लेकिन मुंबई और पुणे रेड जोन में हैं इसलिए वहां घर-घर अखबार बांटने पर पाबंदी है।
स्थिति
कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है महाराष्ट्र
बता दें कि महाराष्ट्र कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित राज्य बना हुआ है और यहां अभी तक 3,651 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 211 मरीजों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।
मुंबई की स्थिति सबसे खराब है और शहर में अब तक कोरोना वायरस के 2,000 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं।
मुंबई में ही स्थित एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती धारावी में 160 से अधिक मामले आ चुके हैं।
जानकारी
66,000 से अधिक टेस्टिंग, 95 प्रतिशत के नतीजे नेगेटिव
उद्धव ठाकरे ने बताया कि महाराष्ट्र में अभी तक 66,000 से अधिक टेस्ट किए जा चुके हैं जिनमें से 95 प्रतिशत के नतीजे नेगेटिव आए हैं। उन्होंने बताया कि 75 प्रतिशत मरीजों में या तो लक्षण नहीं हैं या बहुत कम लक्षण हैं।