तमिलनाडु: बोरवेल में गिरे बच्चे की खबरें देखते रहे मां-बाप, टब में डूबी दो वर्षीय बेटी
क्या है खबर?
तमिलनाडु में एक दंपत्ति बोरवेल के गड्ढे में फंसे दो वर्षीय सुजीत विल्सन के बचाव अभियान को देखने में इतने मशगूल हो गए कि उनकी दो वर्षीय बेटी पानी के टब में डूब कर मर गई और उन्हें पता भी नहीं चला।
थोड़ी देर बाद जब दंपत्ति ने अपनी बेटी को अपने पास नहीं पाया तो वो उसे ढूढ़ने लगे।
बेटी के टब में मिलने के बाद वह उसे लेकर अस्पताल पहुंचे लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
घटना
बाथरूम के पास खेल रही थी दो वर्षीय रेवती संजना
घटना सोमवार रात को तमिलनाडु के थरेसपुरम गांव में हुई।
दो वर्षीय रेवती संजना बाथरूम के पास खेल रही थी और उसके माता-पिता टीवी पर राज्य के नाडुकाटुपत्ती गांव में बोरवेल के गड्ढे में गिरे सुजीत विल्सन को बचाने के लिए चलाए जा रहे अभियान को देख रहे थे।
कुछ देर बाद जब माता-पिता ने पाया कि रेवती वहां नहीं है और वो उसे ढूढ़ने लगे। रेवती उन्हें पानी के टब में डूबी हुई मिली।
जानकारी
आनन-फानन में पहुंचे अस्पताल, डॉक्टरों ने किया मृत घोषित
रेवती को जल्दी से अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची को वहां लाने से पहले ही मौत हो चुकी है। इस तरह सुजीत की सलामती की दुआ कर रहे परिवार पर खुद अपनी बच्ची की मौत का पहाड़ टूट पड़ा।
सुजीत विल्सन बचाव अभियान
शुक्रवार से बोरवेल में फंसा था सुजीत विल्सन
बता दें कि त्रिची के नाडुकाटुपत्ती गांव में शुक्रवार को दो वर्षीय सुजीत विल्सन खेलते वक्त 600 फुट गहरे खुले बोरवेल में गिर गया था।
पहले वह 20 फुट पर जाकर अटक गया, लेकिन फिर और नीचे खिसककर 88 फुट पर पहुंच गया।
उसे बचाने के लिए शुक्रवार शाम से मंगलवार सुबह तक करीब 75 घंटे तक अभियान चलाया गया।
लेकिन चट्टानी जमीन होने और बारिश के कारण बचाव अभियान समय पर सुजीत तक नहीं पहुंच सके।
बयान
बुरी तरह से डिकंपोज्ड हो चुका था सुजीत का शरीर
मंगलवार सुबह करीब 2:30 बजे प्रशासन ने सुजीत विल्सन की मौत होने की सूचना दी।
प्रशासन के अनुसार, सुजीत का शरीर बुरी तरह से डिकंपोज्ड हो चुका था और बोरवेल से सड़न की बदबू आ रही थी।
करीब चार बजे सुजीत के शव को बोरवेल से बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
इस बीच सुजीत को बचाने के लिए चलाए गए अभियान में "लापरवाही" के आरोप भी लगने शुरू हो गए हैं।