जानें कौन हैं ब्राजील की दो महिलाओं जिन्हें किया गया पद्म श्री से सम्मानित
क्या है खबर?
शनिवार को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर केंद्र सरकार ने पद्म पुरस्कारों की घोषणा की।
इस साल कुल 141 हस्तियों को पद्म पुरस्कार से नवाजा गया है जिनमें ब्राजील की दो महिलाएं भी शामिल हैं।
ग्लोरिया एरीरा और लिया डिस्किन को भारत के चौथे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से सम्मानित किया गया है।
ग्लोरिया और डिस्किन कौन हैं और उनके किन कार्यों के लिए ये सम्मान दिया गया है, आइए आपको बताते हैं।
ग्लोरिया एरीरा
वेदांता और संस्कृत पढ़ाती हैं ग्लोरिया
रियो डी जेनेरियो की रहने वाली ग्लोरिया ब्राजील के शहरों में दशकों से वेदांता और संस्कृत पढ़ा रही हैं और इन्हें बढ़ावा दे रही हैं।
उन्होंने 1974 में मुंबई के आर्ष संदीपनी साधनालय से अपनी शिक्षा पूरी की थी।
भारत में अपने निवास के दौरान उन्होंने उत्तरकाशी और रिशिकेश के आश्रमों में भी शिक्षा हासिल की और 1978 में अपने देश वापस लौटने से पहले उन्होंने देशभर में पाठ्यक्रमों और व्याख्यानों में हिस्सा लिया।
उपलब्धियां
गीता समेत संस्कृत के कई ग्रंथों का कर चुकी हैं अनुवाद
संस्कृत और वेदांता पढ़ाने के अलावा ग्लोरिया आध्यात्मिकता, आत्म-ज्ञान और वेदों की शिक्षा पर लगातार व्याख्यान देती रहती हैं।
वो भगवत गीता और उपनिषदों समेत संस्कृत के कई ग्रंथों का पुर्तगाली में अनुवाद कर चुकी हैं।
1984 से वेदों की संस्कृति और ज्ञान को फैलाने की कोशिश कर रहीं ग्लोरिया ने रियो डी जेनेरियो में विद्या मंदिर के नाम से एक गैर लाभकारी संगठन (NGO) भी शुरू किया है।
उन्हें साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में पद्म श्री मिला है।
लिया डिस्किन
गांधीवादी विद्वान हैं लिया डिस्किन
वहीं लिया डिस्किन ब्राजील की गांधीवादी विद्वान हैं।
वो पिछले चार दशक से शांति और अहिंसा जैसे गांधीवादी मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए कार्य कर रही हैं।
एक लेखक और एक अच्छी वक्ता डिस्किन शिक्षा, शांति, नैतिकता और संस्कृति पर कई किताबें लिख चुकी हैं।
इसके अलावा वो महात्मा गांधी की आत्मकथा 'सत्य के मेरे प्रयोग' का अनुवाद कर चुकी हैं और उनसे जुड़े कई प्रोजेक्ट्स पर भी काम कर चुकी हैं।
ब्राजील कनेक्शन
गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे ब्राजीली राष्ट्रपति
ग्लोरिया और डिस्किन को दिए गए इन सम्मानों की अहमियत इसलिए भी बढ़ जाती है क्योंकि इस बार गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर मेसियस बोलसोनारो आए हुए हैं।
बोलसोनारो महिलाओं के प्रति अपने घोर आपत्तिजनक विचारों और बयानों के लिए अक्सर विवादों में रहते हैं।
वे बेटी होने को कमजोरी मानते हैं और अपनी बेटी को कमजोर क्षणों की पैदाइश तक बोल चुके हैं।
बयान
महिला सांसद से बोलसोनारो ने कहा था, "तुम रेप करने लायक भी नहीं"
वहीं एक बार संसद में बहस के दौरान एक महिला सांसद के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल करते हुए बोलसोनारो ने कहा था, "मैं अगर रेप कर सकता तो भी तुम्हारा रेप नहीं करता क्योंकि तुम इस लायक ही नहीं हो।"