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    क्या बंद हो जाएगी टिक टॉक ऐप? सुप्रीम कोर्ट में पहुँचा ऐप पर बैन का मामला

    क्या बंद हो जाएगी टिक टॉक ऐप? सुप्रीम कोर्ट में पहुँचा ऐप पर बैन का मामला
    लेखन प्रदीप मौर्य
    Apr 08, 2019, 05:04 pm 1 मिनट में पढ़ें
    क्या बंद हो जाएगी टिक टॉक ऐप? सुप्रीम कोर्ट में पहुँचा ऐप पर बैन का मामला

    भारत में अपने पाँव पसार रहे टिक टॉक ऐप का मामला अब सुप्रीम कोर्ट में पहुँच गया है। कुछ दिनों पहले ही मद्रास हाई कोर्ट ने केंद्र को टिक टॉक ऐप की डाउनलोडिंग पर बैन लगाने का निर्देश दिया था। एक याचिका में हाई कोर्ट के फ़ैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है और आदेश पर रोक लगाने की माँग की गई है। हालाँकि, सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में जल्द सुनवाई करने से इनकार कर दिया है।

    ऐप के ज़रिए परोसी जा रही है अश्लीलता

    सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि इस मामले को देखेंगे और सूची के अनुसार ही मामले में सुनवाई होगी। मद्रास हाई कोर्ट ने अपने फ़ैसले में मीडिया को भी कहा था कि टिक टॉक पर बने वीडियो का प्रसारण न किया जाए। कोर्ट ने कहा था कि टिक टॉक के ज़रिए अश्लीलता परोसी जा रही है, जिससे भारतीय संस्कृति को ख़तरा है। इसलिए इस ऐप की डाउनलोडिंग पर जल्द से जल्द केंद्र सरकार बैन लगाए।

    बच्चों को गुमराह कर रही है यह ऐप

    आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कोर्ट का यह आदेश तमिलनाडु के सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम मणिकंदन के बयान के दो महीने बाद आया है। मणिकंदन ने कहा था कि तमिलनाडु सरकार टिक टॉक ऐप को बैन करवाने के लिए केंद्र सरकार से बात करेगी। उन्होंने यह भी कहा था कि यह ऐप बच्चों को गुमराह करने का काम कर रही है। बता दें कि यह ऐप इंडोनेशिया और बांग्लादेश में पहले से ही बैन है।

    भारतीय संस्कृति को नुकसान पहुँचा रही है ऐप

    ऐप को बंद करवाने की याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस किरुबाकरण और जस्टिस एस एस सुंदर की बेंच ने यह आदेश जारी किया है। दायर की गई याचिका में कहा गया था कि यह ऐप भारतीय संस्कृति को नुकसान पहुँचा रही है। ब्लू व्हेल का जिक्र करते हुए कोर्ट ने कहा कि गेम की वजह से कई युवाओं की जान चली गई। आदेश में कहा गया है कि याचिका में कुछ हानिकारक मुद्दों को प्रमुखता से उठाया गया है।

    भारत में भी जरुरी है अमेरिका जैसे कानून

    कोर्ट ने अपने आदेश में कहा, अमेरिका में चिल्ड्रेन ऑनलाइन प्रिवेसी प्रोटेक्शन एक्ट के ज़रिए बच्चों को साइबर क्राइम से बचाया जा रहा है, भारत में भी ऐसे कानून की ज़रूरत है। आदेश में कहा गया कि हर दिन साइबर क्राइम और आर्थिक अपराध की घटनाएँ बढ़ रही हैं। यह देश की सुरक्षा के लिए ख़तरा है। टिक टॉक के निर्मम वीडियो को टीवी चैनल चला रहे हैं, ऐसे वीडियो पर बैन लगना चाहिए।

    भारत में हैं 10.4 करोड़ टिक टॉक यूज़र्स

    टिक टॉक एक चाइनीज़ सोशल मीडिया ऐप है। भारत में इसके लगभग 10.4 करोड़ यूज़र्स हैं। इस पर लोग तरह-तरह के वीडियो बनाकर डालते हैं। इस पर स्पेशल इफेक्ट्स के साथ शॉर्ट वीडियो बनाकर डाले जाते हैं। ऐप का इस्तेमाल करने वाले लोगों में गाँवों और टियर-2 एवं टियर-3 शहरों की ज़्यादा आबादी है। आजकल जिसे देखो वही टिक टॉक पर वीडियो बनाकर डाल रहा है। कई लोग इसकी वजह से काफ़ी प्रसिद्ध भी हो गए हैं।

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