IIT बॉम्बे: एयरोस्पेस विभाग के बाहर हुए धमाके में तीन लोग घायल, सुरक्षा पर उठे सवाल
IIT बॉम्बे के एयरोस्पेस इंजीनियरिंग विभाग के बाहर हुए एक धमाके में तीन लोग घायल हो गए। संस्थान ने आधिकारिक बयान जारी कर इस बात की जानकारी दी है। बयान में कहा गया है कि शुक्रवार दोपहर एक पूर्व छात्र और दो इंटर्न गुब्बारों में हाइड्रोजन गैस भर रहे थे। इस दौरान एक जोरदार धमाका हुआ और गुब्बारे फट गये। इस घटना में तीनों लोगों को मामूली चोट आई है। आइये, मामले के बारे में विस्तार से बात करते हैं।
घायलों की हालत स्थिर
अधिकारियों ने बताया कि IIT अस्पताल में प्राथमिक इलाज के बाद तीनों को नेशनल बर्न्स सेंटर में भर्ती कराया गया है। अभी तीनों की हालत स्थिर हैं और उन्हें देखरेख में रखा गया है। डॉक्टरों ने बताया कि तीनों की हालत स्थिर हैं। ब्लास्ट की वजह से उनके चेहरे जल गए हैं और उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही है। उन्होंने बताया कि इन्हें जल्द ही अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी।
प्रोजेक्ट पर काम करते हुए हुआ धमाका
IIT ने जानकारी दी कि तुषार जाधव ने यहां से पढ़ाई पूरी करने के बाद मानास्तु स्पेस नाम से एक फर्म शुरू की है। शुक्रवार को तीनों लोग अपने प्रोजेक्ट के लिए काम कर रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि तीनों एक एयरशिप में हवा भर रहे थे। इस दौरान एयरशिप फट गया। धमाका होते ही हाइड्रोजन ने आग पकड़ ली। तीनों लोगों ने कोई सुरक्षा उपकरण नहीं पहना हुआ था, जिससे उनके चेहरे आग की चपेट में आ गए।
सुरक्षा को लेकर छात्रों की शिकायतें
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, IIT मुंबई में छात्र लंबे समय से लैब में सुरक्षा मानकों को लेकर आवाज उठा रहे हैं। उनका कहना है कि यहां सुरक्षा मानकों का प्रयोग नहीं किया जाता। उन्होंने बताया कि जिस जगह यह धमाका हुआ, वहां आने-जाने के लिए केवल एक गेट है। छात्रों ने बताया कि यहां फायर सेफ्टी ड्रिल भी नहीं होती है। उन्होंने पहले भी इस बारे में शिकायत की है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
IIT ने आरोपों का खंडन किया
एक छात्र ने बताया कि प्रयोग के समय कोई भी प्रोफेसर या लैब टेक्निशियन मौजूद नहीं रहते हैं। उन्होंने कहा कि सुरक्षा को लेकर कोई कदम नहीं उठाये जा रहे, जिस वजह से भविष्य में भी ऐसे हादसे हो सकते हैं। IIT ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि यह सच नहीं है। सुरक्षा के सारे मानकों का इस्तेमाल किया जा रहा है और इस घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।