मॉब लिंचिंग की एक और घटना, बिहार में भीड़ ने तीन युवकों की पीट-पीटकर मारा
बिहार के छपरा जिले में ग्रामीणों ने पशु चोरी के शक में तीन युवकों को मौत के घाट उतार दिया। जानकारी के मुताबिक, बनियापुर के गांव के लोगों ने तीन युवकों को पकड़ा। ग्रामीणों को शक था कि ये युवक पशु चोरी कर रहे हैं। पुलिस ने बताया कि इसके बाद ग्रामीणों ने युवकों को इतना पीटा कि उनकी मौत हो गई। पिटाई से दो युवकों ने मौके पर दम तोड़ दिया, जबकि एक की मौत इलाज के दौरान हुई।
मामले में तीन लोगों की गिरफ्तारी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मृतकों की पहचान बनियापुर थाना क्षेत्र के पैगंबरपुर निवासी नौशाद कुरैशी, राजू नट तथा कन्हौली के विदेशी नट के रूप में हुई है। हत्या की खबर मिलने के बाद तीनों मृतकों के परिजन स्थानीय अस्पताल पहुंचे और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन करने लगे। पुलिस अधिकारियों ने बताया इस मामले में तीन लोगों की गिरफ्तारी हुई है। बाकी आरोपियों की तलाश जारी है।
एक युवक भागा, तीन भीड़ के हत्थे चढ़े
जानकारी के अनुसार, पशु चोरी होने के मामले पर ग्रामीण इकट्ठा हुए थे। इस दौरान पिकअप ट्रक से जा रहे तीन युवक भीड़ के हत्थे चढ़ गये और चौथा भाग गया। ग्रामीणों ने पिकअप ट्रक को जब्त कर इसमें सवार युवकों की जमकर पिटाई की। इसके बाद पुलिस को मामले की सूचना दी गई। पुलिस ने मृत युवकों की लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गंभीर चोट की वजह से मौत होने की जानकारी सामने आई है।
घटनास्थल की तस्वीरें
मध्य प्रदेश में भी सामने आया था ऐसा मामला
पिछले कुछ समय से भीड़ के हाथों लोगों की हत्या के मामले काफी बढ़े हैं। हाल ही में मध्य प्रदेश में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था। बीते गुरुवार को नीमच जिले में मॉब लिंचिंग हुई थी। यहां बकरा चोरी करने के आरोप में भीड़ ने तीन युवकों की पिटाई कर दी। इतना ही नहीं भीड़ ने उनकी बाइक को आग के हवाले कर दिया। पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
सुर्खियों में है झारखंड में मॉब लिंचिंग का मामला
ये घटना ऐसे समय पर हुई है, जब झारखंड में तबरेज अंसारी की मॉब लिंचिंग का मामला सुर्खियों में हैं। मोटरसाइकिल चोरी के शक में भीड़ ने तबरेज को पेड़ से बांधकर घंटों पीटा था और उसे 'जय श्री राम' और 'जय हनुमान' बोलने को कहा था। पुलिस और डॉक्टर्स की लापरवाही के कारण तबरेज की 4 दिन बाद न्यायिक हिरासत में मौत हो गई थी। चोरी के आरोप में गिरफ्तार करने के बाद उसका उपचार नहीं किया गया था।
मोदी ने कहा, "घटना से आहत लेकिन पूरे झारखंड को दोष देना गलत"
घटना ने इतना तूल पकड़ा कि इसकी गूंज संसद में भी सुनाई दी। विपक्ष के आरोपों के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि वह झारखंड मॉब लिंचिंग से आहत हुए हैं, लेकिन एक घटना के लिए पूरे राज्य को दोषी ठहराना गलत है।