लॉकडाउन को समाप्त करने के समय और तरीकों पर विचार कर रहे ये मंत्री
क्या है खबर?
केंद्रीय मंत्रियों का एक अनौपचारिक समूह इस बात पर विचार कर रहा है कि देश में जारी 21 दिनों के लॉकडाउन के कैसे और कब खत्म करना है।
यह समूह 14 अप्रैल के बाद उठाए जाने वाले कदमों की संभावनाएं भी तलाश रहा है।
सूत्रों ने कहा कि लॉकडाउन लंबे समय तक भी जारी नहीं रह सकता है और एक साथ पूरे देश से हटाया भी नहीं जा सकता।
इस समूह का नेतृत्व रक्षामंत्री राजनाथ सिंह कर रहे हैं।
लॉकडाउन
10 अप्रैल तक के मामलों की समीक्षा के बाद होगा फैसला
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, समूह की तीन बैठक हो चुकी हैं और अगले सप्ताह एक और बैठक होगी।
यह समूह 10 अप्रैल तक देश में महामारी के मामलों की समीक्षा के बाद आगे के कदमों पर फैसला लेगा।
गौरतलब है कि लॉकडाउन शुरू होने के बाद से देश में महामारी के मामलों सैंकड़ों से हजारों में पहुंच गए हैं।
शनिवार तक देश में कोरोना वायरस के 2,784 सक्रिय मामले थे और 75 लोगों की मौत हो चुकी थी।
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अलग-अलग जगहों के लिए बनेगी अलग-अलग रणनीति
सूत्रों ने बताया कि कई इलाकों में ऐसे भी लोग हो सकते हैं, जिनमें अभी तक लक्षण नहीं देखे गए हैं। इनके लिए अगल रणनीति बनानी होगी। इसी तरह ग्रामीण इलाकों के लिए शहरों से अलग, छोटी दुकानों के लिए शॉपिंग मॉल से अलग रणनीति की जरूरत होगी।
जिन जिलो में संक्रमण के मामले नहीं आए हैं, वहां आवाजाही की छूट दी जा सकती है, लेकिन एक राज्य से दूसरे राज्यों में आवाजाही पर अभी फैसला नहीं हुआ है।
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कृषि कार्यों के लिए दी गई है छूट
लॉकडाउन के बीच खेती से जुड़े मजदूरों के लिए आवाजाही की प्रतिबंध कम किए गए हैं। अभी तक ग्रामीण क्षेत्रों और छोटे शहरों से महामारी के ज्यादा मामले सामने नहीं आए हैं। समूह इस बात को भी ध्यान में रख रहा है।
आबादी के एक बड़े हिस्से के लिए लंबा लॉकडाउन मुश्किलें पैदा करने वाला है। इसमें दिहाड़ी मजूदरों की बड़ी संख्या है और काम नहीं मिलने पर इनके लिए गुजारा करना मुश्किल हो रहा है।
जानकारी
विभागों और राजनीतिक संपर्कों के जरिये स्थिति पर नजर बनाए हैं मंत्री
सूत्रों ने बताया कि ये मंत्री अपने विभागों और राजनीति संपर्कों के जरिये स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और जरूरत के हिसाब से सरकार की नीतियों के निर्धारण में मदद कर रहे हैं।
अनौपचारिक समूह
समूह में शामिल हैं ये केंद्रीय मंत्री
राजनाथ सिंह के अलावा इस समूह में गृह मंत्री अमित शाह, खाद्य मंत्री रामविलास पासवान, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश निशंक पोखरियाल, कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर, महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी और पशुपालन मंत्री गिरीराज सिंह शामिल हैं।
अगले हफ्ते होने वाली बैठक में यह समूह लॉकडाउन को समाप्त करने, जारी रखने या कई चरणों में समाप्त करने का फैसला ले सकता है।
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प्रधानमंत्री मोदी ने दी थी ये सलाह
बीते सप्ताह प्रधानमंत्री मोदी ने सभी मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक की थी।
इसमें प्रधानमंत्री मोदी ने लॉकडाउन के बाद लोगों को एक साथ बाहर आने से रोकने के लिए राज्यों को एक समान रणनीति बनाने को कहा।
उन्होंने कहा था कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद चीजें बिल्कुल पहले जैसी नहीं चल सकतीं और कुछ सुरक्षा उपायों की जरूरत होगी।
गौरतलब है कि देश में अब तक कोरोना वायरस के 3,072 मामले सामने आ चुके हैं।