ठाणे नगर निगम का कारनामा, जिंदा अध्यापक को मृत्यु प्रमाण पत्र लेने के लिए बुलाया
क्या है खबर?
महाराष्ट्र के ठाणे नगर निगम में कोरोना महामारी के दौरान हुई हजारों लोगों की मौत के प्रमाण पत्र बनाने को लेकर बड़ी लापरवाही सामने आई है।
दरअसल, निगम अधिकारियों ने एक जिंदा अध्यापक का ही मृत्यु प्रमाण पत्र बना दिया और उसे फोन कर प्रमाण पत्र लेने के लिए बुला लिया।
अध्यापक ने जब यह सुना तो वह चौंक गया और उसने खुद के जिंदा होने की बात कही। इसके बाद निगम कर्मचारी ने आनन-फानन में फोट काट दिया।
प्रकरण
अगस्त 2020 में कोरोना वायरस से संक्रमित हुआ था अध्यापक
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार मृत्यु प्रमाण के लिए फोन प्राप्त करने वाले अध्यापक की पहचान ठाणे के मनपाड़ा के निवासी चंद्रशेखर देसाई (51) के रूप में हुई है। वह घाटकोपर स्थित एक स्कूल में अध्यापक के पद पर कार्यरत हैं।
देसाई ने बताया कि वह अगस्त 2020 में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे और उपचार के बाद ठीक हो गए थे। ऐसे में बड़ा सवाल है कि उनका नाम निगम द्वारा तैयार मृतकों की सूची में कैसे आ गया।
फोन
महिला कर्मचारी ने किया देसाई को फोन
देसाई ने बताया कि बुधवार को उनके फोन पर एक महिला का कॉल आया था। उसने खुद को ठाणे नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग का कर्मचारी बताया था।
उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर देसाई का मृत्यु प्रमण पत्र तैयार हो गया है और वह आकर उसे ले जाएं। इस पर उन्होंने कहा कि वह चंद्रशेखर देसाई से ही बात कर रही हैं।
इस पर महिला चौंक गई और परिवार में अन्य किसी की मौत होने की जानकारी लेकर फोन काट दिया।
शिकायत
देसाई ने नगर निगम कार्यालय पहुंचकर दर्ज कराई शिकायत
देसाई ने बताया कि फोन कॉल के बाद वह तुरंत नगर निगम कार्यालय पहुंच गए। वहां उन्होंने मृतक मरीजों की सूची में अपना नाम देखा।
उन्होंने बताया कि कर्मचारियों ने उन्हें रिकॉर्ड की फोटो नहीं लेने दी और कहा कि यह विभाग की गलती नहीं है, उनका नाम ICMR की सूची में था।
उन्होंने पूछा कि जब वह उपचार के बाद ठीक हो गए तो उनका नाम सूची में कैसे आया। इस पर उन्होंने जांच कराने का आश्वासन दिया।
सफाई
मामले में नहीं है निगम की गलती- देवघेकर
मामले में नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ वैजयंती देवघेकर ने कहा कि निगम की कोई गलती नहीं है। वह केवल भेजी जाने सूची का ही सत्यापन करते हैं। उनकी ओर से इसमें कुछ नहीं किया जाता है।
उन्होंने कहा कि यह रिपोर्टिंग प्रणाली में एक त्रुटि हो सकती है और इसकी जांच कराई जा रही है। यह पहली घटना है जो ठाणे में सामने आई है। राज्य के चिकित्सा विभाग को भी इसकी सूचना दे दी गई है।