तेलंगाना: हैदराबाद में युवक की घर पर हुई मौत, दृष्टिबाधित माता-पिता शव के साथ रहे
तेलंगाना के हैदराबाद में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां एक घर में बेटे की मौत से अंजान उसके दृष्टिबाधित माता-पिता 4 दिन तक उसके शव के साथ रहे। जब आसपास के पड़ोसियों को घर से दुर्गंध आना शुरू हुई तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने घर पर रमन्ना (65), शांता कुमारी (60) को बेहोशी की अवस्था में पाया। उसी घर में उनके छोटे बेटे प्रमोद (30) का शव बुरी अवस्था में पड़ा था।
क्या है पूरा मामला?
रमन्ना और शांता कुमारी नागोलू डिवीजन के अंतर्गत ब्लाइंड्स कॉलोनी (जयपुरी कॉलोनी) में रहते थे। उनके 2 बेटे थे, जिनमें बड़ा बेटा प्रदीप शादी के बाद कहीं और रहता है। छोटा बेटा प्रमोद अपने माता-पिता के साथ रहता था। उसकी कुछ समय पहले शादी हुई थी, लेकिन पत्नी के छोड़कर जाने के कारण वह शराब का आदी हो गया। अधिक शराब पीने के कारण उसकी 4 दिन पहले घर पर मौत हो गई और उनके माता-पिता को पता नहीं चला।
पुकारने पर कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर माता-पिता भूखे रहे
स्थानीय तेलुगु मीडिया के मुताबिक, बेटे प्रमोद के साथ रह रहे माता-पिता को उसकी मौत की कोई जानकारी नहीं मिली। वे अपने बेटे का इंतजार करते रहे। कई बार उन्होंने अपने बेटे को पुकारा, लेकिन कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर वह असहाय थे। इस दौरान उन्होंने 3 दिन तक कुछ खाया और पिया नहीं। पुलिस के पहुंचने पर बुजुर्ग दंपति कमजोर स्थिति में बिना कुछ खाए पिए मिले और दुर्गंध से वह बेहोशी की स्थिति में थे।
पुलिस ने बुजुर्ग को नहलाकर खाना खिलाया
पुलिस ने बुजुर्ग को घर से निकालकर नहलाया और खाना खिलाया। पुलिस ने प्रमोद के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि उन्होंने बुजुर्ग दंपति को उनके बड़े बेटे प्रदीप के हवाले कर दिया है। प्रदीप सुरूरनगर में रहता है। अब वह अपने माता-पिता की देखभाल करेगा। पुलिस का कहना है कि वह मामले की जांच कर रही है और बुजुर्ग दंपति के बड़े बेटे को उनकी देखभाल करने को कहा है।