सुप्रीम कोर्ट का आदेश, 21 अक्टूबर तक आरे में कोई पेड़ नहीं काटा जाएगा
क्या है खबर?
मुंबई की आरे कॉलोनी में मेट्रो कार शेड के निर्माण के लिए पेड़ों की कटाई पर सुप्रीम कोर्ट ने 21 अक्टूबर को अगली सुनवाई तक रोक लगा दी है।
कोर्ट ने पेड़ काटने का विरोध करने पर गिरफ्तार किए गए प्रदर्शनकारियों को रिहा करने का आदेश भी दिया है।
पुलिस ने शनिवार को 29 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया था, जबकि 55 को हिरासत में लिया गया था, जिनमें शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता भी शामिल थे।
अनुरोध
छात्रों ने खटखटाया था CJI रंजन गोगोई का दरवाजा
रविवार को आरे जंगल की कटाई का विरोध कर रहे छात्रों ने दिल्ली में देश के मुख्य न्यायाधीश (CJI) रंजन गोगोई का दरवाजा खटखटाया था, जिसके बाद कोर्ट ने मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए रविवार को एक विशेष बेंच का गठन किया गया।
जस्टिस अरुण मिश्रा और अशोक भूषण की इस बेंच ने आज सुनवाई करते हुए महाराष्ट्र सरकार को 21 अक्टूबर तक पेड़ों की कटाई रोकने और इलाके में पौधा-रोपण पर रिपोर्ट दायर करने को कहा है।
नुकसान
काटे जा चुके हैं 2464 में से 1800 पेड़
सुप्रीम कोर्ट ने भले ही पेड़ों की कटाई पर रोक लगा दी हो, लेकिन जिन 2464 पेड़ों को काटे जाने को लेकर विवाद है, उनमें से 1800 को पहले ही काटा जा चुका है।
शुक्रवार को बॉम्बे हाई कोर्ट के पेड़ों की कटाई के खिलाफ दायर की गई चार याचिकाओं को खारिज करने के बाद से ही प्रशासन ने पेड़ो की कटाई शुरू कर दी थी।
रविवार को सु्प्रीम कोर्ट बेंच के गठन के बाद इस कटाई को रोका गया।
जानकारी
प्रशासन ने आरे में लगाई थी धारा 144
इस बीच कई छात्रों, स्थानीय आदिवासियों और पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने पेड़ों की कटाई के खिलाफ प्रदर्शन किया तो प्रशासन ने आरे में धारा 144 लगा दी। पुलिस ने शनिवार को 29 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार भी किया, जबकि 55 को हिरासत में लिया गया था।
पृष्ठभूमि
क्या है आरे में पेड़ों की कटाई का मुद्दा?
उत्तर मुंबई के गोरेगांव स्थित आरे कॉलोनी में मेट्रो कार शेड बनाने के लिए करीब 2185 पेड़ काटे जाने हैं। तमाम छात्र और पर्यावरणविद इस फैसले का विरोध कर रहे हैं।
आरे कॉलोनी के भीतर 27 छोटे-छोट गांव भी हैं, जिनमें सदियों से आदिवासी रहते आ रहे हैं।
अभी इन गांवों में कुल 8,000 आदिवासी रहते हैं जो कभी तरीके से इस जंगल पर निर्भर हैं और इसे काटा जाना उनके लिए एक बड़ा नुकसान है।
विरोध
बॉलीवुड सितारों से लेकर शिवसेना तक पेड़ों की कटाई के विरोध में
करण जौहर, माधुरी दीक्षित, वरुण धवन और श्रद्धा कपूर जैसे बॉलीवुड सितारों ने भी पेड़ों की कटाई का विरोध किया है।
इस पर राजनीति भी तेज है और भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही शिवसेना का रुख इस पर अपनी सहयोगी के विपरीत है।
शिवसेना प्रमुख प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने ऐलान किया है कि उनकी सरकार आने पर आरे कॉलोनी को जंगल घोषित किया जाएगा