सोनीपत: कांस्टेबल ने मरने से पहले हथेली पर लिखा कार का नंबर, आरोपियों तक पहुंची पुलिस
हरियाणा के सोनीपत में गत सोमवार रात को दो पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, जबकि एक अन्य पुलिस से हुई मुठभेड़ में मारा गया। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे सात दिन के पुलिस रिमांड पर सौंप दिया गया है। पुलिस अब पूछताछ कर वारदात में शामिल अन्य आरोपियों का पता लगाने का प्रयास कर रही है।
शराब पीने से रोकने पर आरोपियों ने कर दी थी दो पुलिसकर्मियों की हत्या
बता दें कि गत सोमवार रात को सोनीपत जिले की बुटाना चौकी से 800 मीटर दूर SOP कप्तान सिंह और कांस्टेबल रविंद्र गश्त कर रहे थे। उसी दौरान उन्होंने कार में शराब पी रहे छह लोगों को ऐसा करने से रोका तो आरोपियों ने चाकुओं से हमला कर दिया। इससे दोनों पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी। मंगलवार सुबह दोनों पुलिसकर्मियों के शव सड़क किनाने पड़े मिले थे। इस घटना ने पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया था।
इस तरह से हुआ वारदात का खुलासा
पुलिस अधीक्षक (SP) जश्नदीप सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी जींद के बीबीपुर निवासी संदीप कुमार है। इसी तरह मुठभेड़ में मारा गया दूसरा आरोपी अजमेर बस्ती निवासी अमित कुमार है। उन्होंने बताया कि वारदात का खुलासा करने में सबसे बड़ा योगदान मृतक कांस्टेबल रविंद्र का रहा है। उसने घटना के बाद दम तोड़ने से पहले आरोपियों की कार का नंबर अपनी हथेली पर लिख लिया था। उसी के आधार पर पुलिस आरोपियों तक पहुंच सकी है।
कांस्टेबल की हथेली पर लिखे नंबरों के आधार पर शुरू की जांच
SP सिंह ने बताया कि रविंद्र की हथेली पर लिखे नंबरों के आधार पर कार को ट्रेस किया गया तो वह जींद निवासी गुरमीत की निकली। पुलिस ने उसका पता निकालकर पूछताछ की तो उसने कोर को संदीप को बेचने की जानकारी दी। उसके बाद पुलिस ने संदीप की तलाश शुरू की और उसे सर्विलांस के सहारे पकड़ लिया। उसने पुलिस को पूरी घटना बताई और वारदात के समय कार में छह लोगों के होने की जानकारी दी।
संदीप की निशानदेही पर अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दी दबिश
SP सिंह ने बताया कि आरोपी संदीप की निशानदेही पर पुसिल ने अमित और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी। पुलिस के वहां पहुंचते ही आरोपियों ने उन पर गोलियां बरसाना शुरू कर दिया। इस पर पुलिस ने भी जवाबी फायर किया। इसमें आरोपी अमित की गोली लगने से मौत हो गई, जबकि विकास सहित अन्य आरोपी फरार हो गए। घटना में इंस्पेक्टर प्रशांत, अनिल, ASI मंदीप और हेड कॉन्स्टेबल राजेश घायल हो गए। उनका इलाज जारी है।
SP ने कांस्टेबल रविंद्र के जज्बे को किया सलाम
SP सिंह ने कहा कि कांस्टेबल रविंद्र ने आरोपियों से लड़ते हुए गजब का जज्बा और संघर्ष दिखाया। उसने हथेली पर कार नंबर लिखकर ड्यूटी का फर्ज निभाया है। उसके कार का नंबर लिखने के कारण ही पुलिस पूरे मामले का खुलासा कर सकी है।
पुलिस ने घटना से लिया बड़ा सबक
SP सिंह ने बताया कि पुलिसकर्मियों की हत्या पूरे पुलिस महकमे के लिए बड़ी दुखद घटना है। इससे पुलिस ने बड़ा सबक लिया है और इसको लेकर एक बड़ा निर्णय किया है। उन्होंने बताया कि अब हरियाणा में गश्त के दौरान पुलिस स्पेशल ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) पर काम करेगी। इसमें पुलिस जवानों को प्रशिक्षण दिया जाएगा कि सुनसान जगह पर खड़ी गाड़ी की जांच कैसे की जाए और उनमें सवार लोगों को कैसे हैंडल किया जाए।